स्ट्रेचर पर तड़पता रहा मरीज, ड्रेसिंग रूम तक ले जाने को नहीं मिले वार्ड बॉय

The patient suffering on stretchers, no Ward boy availabel for taken to the dressing room
स्ट्रेचर पर तड़पता रहा मरीज, ड्रेसिंग रूम तक ले जाने को नहीं मिले वार्ड बॉय
स्ट्रेचर पर तड़पता रहा मरीज, ड्रेसिंग रूम तक ले जाने को नहीं मिले वार्ड बॉय

डिजिटल डेस्क छिंदवाड़ा। जिला अस्पताल के ट्रामा यूनिट के सामने लगभग आधा घंटा एक युवक स्ट्रेचर पर तड़पता रहा। मरीज को ड्रेसिंग रूम तक ले जाने वार्ड बॉय नहीं थे।  दोपहर बनगांव के समीप दो बाइकों की भिड़ंत में घायल चार लोगों को 108 एम्बुलेंस से जिला अस्पताल लाया गया। लोगों की मदद से घायलों को जैसे-तैसे एम्बुलेंस से उतारकर स्ट्रेचर पर डाला गया। पैरामेडिकल स्टाफ ने गंभीर मरीजों को तुरंत ड्रेसिंग रूम ले गए, लेकिन वार्ड बॉय न होने की वजह से एक घायल धूप में काफी देर ट्रामा यूनिट परिसर में पड़ा रहा।

बता दें इस तरह के हालत जिला अस्पताल में आम हो गए है। रोजाना मरीज के परिजनों को स्ट्रेचर के लिए परेशान होते देखा जा सकता है। जिन मरीजों के साथ परिजन होते है, उनको जैसे-तैसे इलाज मिल जाता है, लेकिन ऐसे मरीज जिनके साथ परिजन नहीं होते उन्हें खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।मरीज को ड्रेसिंग रूम तक ले जाने वार्ड बॉय नहीं थे। 

दो बाइकों की भिड़ंत, चार घायल 
दोपहर बनगांव के समीप डिप्टी रेंजर राजबहादुर के पिता ओमप्रकाश सिंह की बाइक को पीछे से एक बाइक सवार ने टक्कर मार दी। हादसे में डिप्टी रेंजर के अलावा बनगांव निवासी निलेश पिता रामचंद्र बघेल और दूसरी बाइक में सवार केवलारीसंभा निवासी 17 वर्षीय दीपमाला पिता रामदयाल वर्मा, 22 वर्षीय सतीश पिता रामदयाल वर्मा को गंभीर चोटें आई है। जिन्हें इलाज के लिए जिला अस्पताल लाकर भर्ती कराया गया है।

क्या कहते हैं अधिकारी 
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मरीज को ड्रेसिंग रूम तक ले जाने पर्याप्त व्यवस्था बनाई गई है। यदि कर्मचारियों की लापरवाही की वजह से मरीज को समय पर इलाज नहीं मिला, तो जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।"
डॉ. जेएस गोगिया, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी

 

Created On :   21 April 2018 1:37 PM IST

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