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शहरी क्षेत्रों में नहीं होगी बिजली कटौती, सोशल मीडिया पर दिखा था सरकार के खिलाफ गुस्सा

डिजिटल डेस्क, मुंबई/नागपुर। सूबे के कई इलाकों में लोडशेडिंग से लोग परेशान हैं, जिसे लेकर पालकमंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा कि आगामी पंद्रह दिनों में समस्या समाप्त हो जाएगी। कोयले की आपूर्ति ना होने से यह स्थिति बनी है। लेकिन राज्य में ए और बी ग्रेड के इलाकों में लोडशेडिंग नहीं होगी, जबकि सी और डी ग्रेड इलाकों में इसका थोड़ा असर रह सकता है। बावनकुले ने बताया कि एससीएल से कोयला आपूर्ति बारिश होने के करण नहीं हो पाई है। इसलिए कोयले की कमीं हो गई है। लोडशेडिंग इसलिए भी हुई, क्योंकि एक साथ पवन, परमाणु और सौर्य उर्जा के सेक्शनों में बिजली उत्पादन कम हुआ है। उन्होंने भरोसा दिलाया कि राज्य में बिजली की कमी नहीं होने दी जाएगी।
शहरी क्षेत्रों से कटौती वापस लेने का फैसला
पिछले कई दिनों से राज्य में हो रही बिजली कटौती को लेकर विपक्ष के हल्ला बोल और लोगों की नाराजगी को देखते हुए फडणवीस सरकार ने शहरी क्षेत्रों से कटौती वापस लेने का फैसला लिया। इससें मुंबई उपनगर, ठाणे, नई मुंबई, नासिक और पुणे के शहरी क्षेत्रों में रहने वाले बिजली उपभोक्ताओं को राहत मिलेगी। विद्युत मंडल ने उन क्षेत्रों में बिजली कटौती कायम करने की बात कहीं है, जहां बिजली की चोरी और बिलों का भुगतान उचित समय पर नहीं होता।
बिजली उत्पादन में 2100 मेगावॉट की कमी
सरकारी बिजली कंपनी महावितरण ने राज्यभर में 2 घंटे बिजली कटौती करने का निर्णय लिया था। राज्य में बिजली के उत्पादन में 2100 मेगावॉट की कमी आई है। गुरुवार को नई मुंबई और ठाणे सहित मुंबई उपनगर के कुछ इलाकों दो घंटे बिजली कटौती शुरू की गई थी। इसको लेकर सोशल मीडिया पर लोगों की गुस्सा दिखाई दिया, तो विपक्ष भी सरकार की आलोचना में जुट गया। इससे फडणवीस सरकार को अपना निर्णय बदलना पड़ा।
निजी कंपनियों से 700 मेगावॉट बिजली खरीदेगी
शहरी क्षेत्रों में बिजली आपूर्ति बनाए रखने के लिए महावितरण निजी बिजली कंपनियों से करीब 700 मेगावॉट बिजली खरीदेगी।
हालांकि बिजली मामलों के जानकार और महाराष्ट्र बिजली ग्राहक संगठन के अध्यक्ष प्रताप होगाडे ने महावितरण पर गुमराह करने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि यह सरकार झूठ बोल रही है, शहरी क्षेत्रों में 3 घंटे और ग्रामीण क्षेत्रों में 13 से 14 घंटे पहले से ही बिजली कटौती चल रही है। गर्मियों में 19 हजार मेगावॉट बिजली की आपूर्ति करनेवाली महावितरण मानसून में 15,400 मेगावॉट बिजली की आपूर्ति भी नहीं कर पा रही है। कोयले की कमी बता कर बिजली कटौती करना महावितरण के लापरवाही दर्शाता है।
Created On :   6 Oct 2017 11:05 PM IST