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आग से सारी खुशियां हुई खाक, शादी का सपना भी चूर-चूर, पड़े हैं खाने के लाले

डिजिटल डेस्क तामिया/परासिया । तामिया ब्लाक की पंचायत पांडुपिपरिया के गांव जूनापानी के दो सूने घर में लगी आग ने वहां रहने वाले परिवारों की खुशियां छीन ली। एक साथ दो घरों में लगी आग ने उसमें रहने वाले पांच परिवारों की गृहस्थी को खाक कर दिया है। वहीं परिवार में एक लड़का और एक लड़की की शादी की तैयारी और खुशियां दफन हो गई। मंगलवार 3 अप्रैल को परतेती परिवार में लड़के की सगाई होनी थी। हालात यह है कि इन परिवारों के सामने भोजन के लाले पड़े हुए।
ब्लाक मुख्यालय तामिया से लगभग 6 किमी और तामिया-परासिया मुख्य मार्ग से 1 किमी दूर पहाड़ी पर स्थित जूनापानी गांव के गोलढाना में 30 मार्च को दो आदिवासियों के घर आग से जलकर खाक हो गए। घर के समय उन मकानों में रहने वाला परतेती परिवार समीप ही महुआ बीनने गया हुआ था। आग लगी तो बुझाने के लिए लोगों के घरों का पानी कम पड़ गया। 20 किमी दूर न्यूटन चिखली से दमकल वाहन पहुंचा, तबतक आग ने सबकुछ खाक कर दिया था। हादसे के दूसरे दिन पटवारी लक्ष्मीशंकर वर्मा ने आकर नुकसानी का प्राकलन तैयार किया। कोई भी बड़ा अधिकारी अथवा जनप्रतिनिधि ने आकर उनकी सुध नहीं ली। घर में आग से सबकुछ खाक हो जाने से उन परिवारों के पास पहनने, बिछाने, ओढऩेे के लिए ना ही कपड़ें हैं, ना ही भोजन पकाने के लिए कुछ बचा है। गांव में भी कोई इतना सक्षम नहीं कि मदद के लिए सामने आ सके। किसी तरह गांव वालों के सहयोग से उन्हें खाने के लिए कुछ ना कुछ मिल रहा है।
1-- पुलिस लाइन बैतूल में पदस्थ सिपाही नरेश कुमार परतेती की शादी जिला बैतूल में तय हुई। उसकी सगाई अपने पैत्रक गांव जूनापानी मेें 3 अप्रैल को होनी थी। गत 30 मार्च को फोन पर सूचना मिली कि उसके घर में आग से सबकुछ जलकर खाक हो गया। नरेश कुमार हड़बड़ाकर गांव आया तो अवाक रह गया। यहां उसके बुजुर्ग पिता गुज्जा लाल परतेती और मां कला बाई तो इस हादसे से जैसे शून्य सी होकर रह गई। नरेश के बड़े भाई सुरेश अपनी पत्नी और तीन बच्चों के साथ चैत कटाई करने गया हुआ है। घर में माता-पिता के साथ उसकी परितकयता बड़ी बहन सुनीता और उसकी दो लड़कियां थी। पति द्वारा साथ छोडऩे के बाद मायके में आकर रह रही सुनीता के लिए अब कहीं सहारा नहीं बचा है। पूरे परिवार का अब रो-रोकर बुरा हाल हो रहा है।
यह हुआ नुकसान - आग से 25 हजार रुपए नकद, 50 हजार रुपए की ज्वेलरी, लगभग 1.5 लाख रुपए का अनाज, पढ़ाई, जमीन और अन्य दस्तावेज भी जलकर खाक हो गए।
2-- नरेश के पड़ोस में उसके चाचा सद्दू परतेती का परिवार रहता है। उसका पुत्र अतरलाल अपनी पत्नी और पांच बच्चों के साथ चैत कटाई करने गया हुआ है। उसकी बड़ी बहू संगीता और पौता जगन, पौती सुकरवती हरनशाह अपनी चार संतानों के साथ उसी मकान में रहती है। सुकरवती अपनी चार संतानों में बड़ी पुत्री की इसी वर्ष शादी करने की तैयारी रही थी।
यह हुआ नुकसान - आग से सद्दू परतेती के घर में 10 हजार रुपए नकद, 50 हजार रुपए की ज्वेलरी, 20 हजार रुपए का अनाज जल गया, वहीं सकरवती का 25 हजार रुपए की ज्वेलरी, 10 हजार रुपए का अनाज जलकर खाक हो गया।
समाज का डेकोरेशन सामान भी हुआ बर्बाद -जगन परतेती के घर पर समाज संगठन का डेकोरेशन और भोजन पकाने और परोसने के बर्तन रखे रहते थे। आग से वो भी नष्ट हो गए। इससे लगभग एक लाख रुपए का नुकसान हुआ। वहीं यहां आने वाले दिनों में सामाजिक कार्यक्रम में अब डेकोरेशन संबंधित व्यवस्था बनाने में दिक्कत खड़ी होगी।
चैत कटाई पर गए 80 फीसदी ग्रामीण - जूनापानी के स्कूल ढाना और गोल ढाना में 90 घरों में लगभग सवा सौ परिवार रहते हैं। वर्तमान में यहां पलायन से गांव लगभग खाली हो गया है। गोलढाना के 80 फीसदी घरों से 15 से 60 वर्ष के महिला-पुरूष अपने छोटे बच्चों को लेकर पलायन कर गए हैं। जो घरों में बचे हैं, इस दिनों महुआ बीनने, फसल काटने और मवेशियों और घरों की देखरेख करते हैं।
Created On :   3 April 2018 5:39 PM IST