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रिपोर्ट पर सवाल: चौरई,जुन्नारदेव, अमरवाड़ा जैसे क्षेत्र में नहीं है एक भी अवैध कॉलोनी

डिजिटल डेस्क छिंदवाड़ा। अवैध कॉलोनियों को लेकर नगरीय क्षेत्रों से आई प्रशासिनक रिपोर्ट पर सवाल खड़े हो रहे हैं। सिर्फ चार नगरीय क्षेत्रों से अवैध कॉलोनियों की जानकारी आई है। बाकि निकायों ने ये कहकर हाथ खड़े कर दिए कि उनके क्षेत्रों में एक भी अवैध कॉलोनी नहीं बनी। अब इस रिपोर्ट पर आला प्रशासनिक अधिकारियों को भी शक हो रहा है। दरअसल, पिछले कुछ सालों में शहरी क्षेत्रों में धड़ल्ले से अवैध कॉलोनियां काटी गई। उसके बाद भी नगरीय निकाय सीएमओ की रिपोर्ट में इसे सिरे से नकारा जा रहा है।
प्रदेश में व्याप्त अवैध कॉलोनियों को वैध करने के आदेश पिछले दिनों मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने दिए थे। जिसके बाद नगर पालिका और नगर पंचायत सीएमओ को सर्वे कर जिला शहरी विकास अभिकरण को रिपोर्ट सौंपनी थी कि कहां कितनी अवैध कॉलोनियां है। हाल ही में प्रशासनिक अधिकारियों के पास आई सूची में 426 अवैध कॉलोनियां निकली, वो भी सिर्फ चार नगरीय क्षेत्रों में।
सबसे ज्यादा अवैध निगम क्षेत्र में
426 अवैध कॉलोनियों की सूची में सबसे ज्यादा छिंदवाड़ा नगरीय क्षेत्र में अवैध कॉलोनी पाई गई है। सिर्फ नगर निगम क्षेत्र में 267 अवैध कॉलोनी मिली। इनमें से 45 को वैध करने की प्रोसेस जारी है। इसके बाद पांढुर्ना 29, जुन्नारदेव 12 और सौंसर में 18 अवैध कॉलोनियां चिन्हित की गई।
यहां की रिपोर्ट पर खड़े हो रहे सवाल
जिले के तीन नगरीय निकायों की रिपोर्ट पर सबसे ज्यादा संदेह जाहिर किया जा रहा है। इनमें चौरई, अमरवाड़ा और जुन्नारदेव शामिल है। दरअसल, इन सभी नगरीय निकायों के आसपास से सबसे ज्यादा अवैध प्लॉटिंग हुई। इसके बाद भी रिपोर्ट में ये कहा गया कि एक भी अवैध कॉलोनी नहीं है।
अब आगे क्या...
प्रशासनिक अधिकारियों के पास आई 426 अवैध कॉलोनियों को विकसित करने की कोशिश की जाएगी। यहां रहने वाले वाशिंदों को जल, बिजली, सड़क जैसी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी। नए सिरे से इन कॉलोनियों का डेवलप होगा।
Created On :   3 May 2018 1:30 PM IST