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इस परिवार ने माना - संयुक्त परिवार में बनी रहती हैं खुशियां
डिजिटल डेस्क, वर्धा। परिवार में हमेशा आपसी सहमति और विश्वास बना होना चाहिए। इससे परिवार में एकता कायम रहती है। साथ ही परिवार की खुशियां भगवान की कृपा बनी रहती है। आपसी समझौता संयुक्त परिवार को शक्ति प्रदान करता है। यह कहना है वैशाली नगर निवासी 62 वर्षीय रामकली रामभजन यादव का ।
आपकी जिंदगी का सबसे महत्वपूर्ण वह कौन सा पल था जिसमें आपने सफलता पाई और वह किस तरफ आने वाली पीढ़ी को मार्गदर्शन कर सकता है?
मैं जब यादव परिवार में गृहिणी के रूप में आई, तब मैं व मेरे पति ने खेती व दूध का व्यवसाय कर अपने तीन बेटे व दो बेटियों का लालन-पालन कर पढ़ाया लिखाया। पति का स्वर्गवास होने के बाद मैंने अपने बेटों की पढ़ाई व दोनों लड़कियों की शादी में किसी तरह की कमी नहीं रखी। बच्चों ने हमसे प्राप्त संस्कारों को अपने जीवन में अपनाया और आज वे अपने क्षेत्र में सफल हुए हंै। इसे कारण आज हमारा परिवार खुशियों से भरापूरा है।
आपने जो जिंदगी में जो अनुभव प्राप्त किए हैं, वे किस तरह भविष्य को बेहतर बनाने में मदद कर सकते हैं?
मेरा गृहिणी के रूप में इस घर में प्रवेश होने के पश्चात मुझ पर घर से जुड़ी सभी जिम्मेदारियां आ गई। पति के स्वर्गवास के बाद बच्चों का प्यार और भगवान के साथ से मैंने अपने हर दायित्व को बड़ी सहजता से निभाया। युवा पीढ़ी से यही कहना चाहती हूंं कि हमारे पास अगर अपनों का साथ हो तो हर समस्या को सरलता से हल किया जा सकता है।
अपने शहर समाज और देश के लिए अब क्या करना चाहती हंै, आज की पीढ़ी को क्या करने की जरूरत है?
हमारा परिवार हर सामाजिक गतिविधियों में अग्रसर रहता है और हमेशा जरूरतमंदों की मदद करने के लिए तत्पर रहता है। मैं अपने परिसर की महिलाओं समेत परिवार के सदस्यों को एकता की शक्ति के बारे में समझाती रहती हूं। परिस्थिति कैसी भी हो इस दौर में हम सबको एक दूसरे की सहायता की जरूरत है। इसलिए जरुरत पड़ने पर जितनी हो सके उतनी जरूरतमंद लोगों की मदद करें। यही मैं आज की पीढ़ी को सलाह दूंगी।
Created On :   2 Nov 2021 5:32 PM IST