- Home
- /
- राज्य
- /
- महाराष्ट्र
- /
- नागपुर
- /
- 28 गांवों को सोलर एनर्जी से रोशन...
28 गांवों को सोलर एनर्जी से रोशन करने जुटा विभाग

डिजिटल डेस्क, नागपुर। विदर्भ के उन 28 गांवों में सोलर एनर्जी से बिजली पहुंचाने की कवायद बिजली विभाग कर रहा है। गड़चिरोली के 38 अतिदुर्गम गांवों में बिजली पहुंचाकर महावितरण ने विदर्भ के सभी गांवों में बिजली पहुंचाने के सरकार के उद्देश्य को 31 मार्च तक पूरा कर लिया है। दुर्गम स्थानों पर बसे आदिवासियों के घर पहली बार बिजली पहुंच सकी है। शेष बचे 28 गांवों में पारंपरिक तरीके से बिजली पहुंचाना संभव नहीं है। इन गांवों को रोशन करने के लिए सौर ऊर्जा के माध्यम से महाऊर्जा जुटी हुई हैं। यह कार्य 31 जून तक पूर्ण होने की संभावना है। विदर्भ में सबसे अधिक गड़चिरोली जिले के 66 गांवों तथा नागपुर व अमरावती के एक-एक जिले में पारंपरिक तरीके से विद्युतीकरण संभव था।
लक्ष्य की ओर सधे कदम
अतिदुर्गम क्षेत्रों पर लक्ष्य केन्द्रीत
उल्लेखनीय है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस तथा ऊर्जामंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने राज्य के प्रत्येक गांव का 31 दिसंबर 2018 तक विद्युतीकरण करने का लक्ष्य महावितरण को दिया था। विदर्भ के गड़चिरोली, गोंदिया, नागपुर, अमरावती तथा यवतमाल जिलों में बड़ा भू-भाग वनसंपदा से आच्छादित है। इन के मध्य बचे गांवों तक पहुंचना ही मुश्किल होता है। इसके अलावा वनविभाग के नियमों के कारण भी विद्युतीकरण संभव नहीं हो पाता है। इसके बावजूद जिन गांवों में पारंपरिक स्रोत से विद्युत पहुंचाने की जरा भी संभावना थी, वहां महावितरण ने विद्युतीकरण कर उन गांवों को जगमगा दिया है। लक्ष्य को पाने के लिए प्रादेशिक निदेशक भलचंद्र खंडाईत, चंद्रपुर परिमंडल के मुख्य अभियंता दिलीप घुगल, गडचिरोली मंडल के अधीक्षक अभियंता अशोक मस्के के साथ कार्यकारी अभियंता अमित परांजपे, युवराज मेश्राम व विजय मेश्राम ने योजनाबद्ध कार्य किया। अतिरिक्त कार्यकारी अभियंता शैलेश वासिमकर को नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया है।
115 गांवों में पुनर्विद्युतीकरण भी पूर्ण
कभी बिजली से रोशन न हो सके 38 गांवों के साथ ही महावितरण ने 115 गांवों का पुनर्विद्युतीकरण भी किया है। 201 गांवों में पहले विद्युतीकरण तो हो चुका था, लेकिन खंभे टूटने या गिरने तथा अन्य कारणों से यहां की विद्युत आपूर्ति सालों से बाधित थी। इनमें 115 गांवों में पुन: बिजली पहुंचाने में महावितरण सफल हुई है। 65 बचे हुए गांवों का कार्य 30 जून तक पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है।
Created On :   5 April 2018 12:17 PM IST