40 कैंडिडेट्स को आखिरी दिन भी नहीं मिली इन्ट्री, हुआ  हंगामा

Those 40 candidates did not even get the last days entry
40 कैंडिडेट्स को आखिरी दिन भी नहीं मिली इन्ट्री, हुआ  हंगामा
40 कैंडिडेट्स को आखिरी दिन भी नहीं मिली इन्ट्री, हुआ  हंगामा

डिजिटल डेस्क,नागपुर। किसी कारणवश पुलिस भर्ती की निर्धारित तिथि में हाजिर न हो पाने वाले उन 40 कैंडिडेट्स को अंतिम दिन भी इन्ट्री नहीं मिली जिससे काफी हंगामा हुआ। उल्लेखनीय है कि शहर पुलिस आयुक्तालय की ओर से शुरू की गई पुलिस भर्ती का मंगलवार को आखिरी दिन था। इस दिन उम्मीदवारों ने मैदान के अंदर प्रवेश नहीं देने का जमकर विरोध करते हुए हंगामा किया। उम्मीदवारों का आरोप है कि, जो लोग किसी कारणवश भर्ती में नहीं हाजिर हो पाए, उन्हें मंगलवार को भर्ती मैदान पर बुलाया गया था, जबकि पुलिस भर्ती प्रक्रिया के इंचार्ज व अतिरिक्त पुलिस आयुक्त शामराव दिगावकर का कहना है कि, जिन उम्मीदवारों को किसी प्रकार की शिकायत थी या वह भर्ती प्रक्रिया में शामिल नहीं हो पाए, उन्हें 26 मार्च अंतिम तारीख दी गई थी। इस तारीख पर 40 विद्यार्थी हाजिर नहीं हो पाए, वे मैदान में प्रवेश देकर परीक्षा लेने की बात कर रहे थे।  मंगलवार को जिन उम्मीदवारों को भर्ती के लिए प्रवेश पत्र दिया गया था, उन्हें मैदान पर जांच के बाद जाने दिया गया।

नियम के बाहर नहीं कर सकते काम
पुलिस भर्ती के लिए बने नियम के बाहर वह नहीं जा सकते थे, इसलिए हंगामा करने वालों को साफ बता दिया गया था। मायूस होकर लौटने वाले उम्मीदवारों ने इस मामले की वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से शिकायत की है। आरोप यह भी है कि, मैदान पर पहुंचे उम्मीदवारों को बताया गया कि, एक दिन पहले ही पुलिस भर्ती प्रक्रिया को बंद कर दिया गया है। इससे परिसर में वातावरण तनावपूर्ण हो गया। सूत्रों के अनुसार नागपुर पुलिस आयुक्तालय में 210 पुलिस सिपाहियों के पद भर्ती प्रक्रिया शुरू है। भर्ती प्रक्रिया में 33 हजार 906 उम्मीदवारों ने आवेदन किया, इनमें  25 हजार 426 पुरुष और  7 हजार 789 महिला उम्मीदवारों का समावेश है। गत 9 मार्च से पुलिस मुख्यालय के मैदान पर भर्ती प्रक्रिया प्रारंभ हुई। शुरुआत में  पुरुष उम्मीदवारों की मैदानी जांच परीक्षा ली गई। उसके बाद  महिला उम्मीदवारों को बुलाया गया। पुलिस भर्ती में लंबी कूद, गोलाफेंक, पुलअप्स, रनिंग के साथ नाप-तौल की प्रक्रिया को पूरा किया गया। कुछ तकनीकी या अन्य परेशानी के चलते प्रवेश पत्र नहीं मिलने वाले उम्मीदवारों का कहना है कि उन्हें 27 मार्च को बुलाया गया था, जबकि अतिरिक्त पुलिस आयुक्त शामराव दिगावकर का कहना है कि, ऐसे 40 उम्मीदवारों को 26 मार्च को बुलाया गया था, वे 26 मार्च को नहीं आए, उनमें से कुछ उम्मीदवार 27 मार्च को पहुंचे। वह प्रवेश देकर अंदर जाने देने की बात कर रहे थे। इन उम्मीदवारों को जब यह बात पता चली कि, पुलिस भर्ती प्रक्रिया सोमवार को बंद हो गई, तब उनका गुस्सा फूट पड़ा और वह हंगामा करने लगे। 

इन पुलिस अधिकारियों की देख-रेख में भर्ती 
9 मार्च से शुरू हुई इस पुलिस भर्ती की जिम्मेदारी अतिरिक्त पुलिस आयुक्त शामराव दिगावकर, पुलिस उपायुक्त श्वेता खेडकर सहित दो पुलिस उपायुक्त, सहायक पुलिस आयुक्त रीना जनबंधु, िकशोर सुपारे, रवींद्र कापगते, मुंडे व अन्य अधिकारी- कर्मचारी शामिल थे। 
 

जिनके पास प्रवेश-पत्र थे उनको जाने दिया गया  
पुलिस भर्ती प्रक्रिया में नियम के बाहर नहीं जा सकते हैं। मंगलवार का जिन उम्मीदवारों के पास प्रवेश पत्र था, उनको अंदर जाने दिया गया। कुछ उम्मीदवारों को 26 मार्च को बुलाया गया था। इसके लिए बेवसाइट और अखबारों में विज्ञापन भी दिया गया था। 26 मार्च को बुलाए गए उम्मीदवार 27 को आने के बाद अंदर प्रवेश देने की बात कर रहे थे। नियम के बाहर जाकर कोई कार्य नहीं किया जा सकता, इसलिए उन्हें अंदर नहीं जाने दिया गया। इससे शायद उन्हें परेशानी हुई होगी। हंगामा खड़ा करने जैसे कोई बात ही नहीं थी। 
(शामराव दिगावकर, अतिरिक्त पुलिस आयुक्त व पुलिस भर्ती प्रक्रिया प्रभारी, शहर पुलिस )
 

Created On :   28 March 2018 2:29 PM IST

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