हाथ में तेजाब लिए घूम रहा था, देखते ही देखते झोंक दिया, बाल-बाल बचीं महिलाएं

Three women doctor minor injured in acid attack at nagpur
हाथ में तेजाब लिए घूम रहा था, देखते ही देखते झोंक दिया, बाल-बाल बचीं महिलाएं
हाथ में तेजाब लिए घूम रहा था, देखते ही देखते झोंक दिया, बाल-बाल बचीं महिलाएं

डिजिटल डेस्क, नागपुर । नागपुर मेडिकल कॉलेज की तीन महिला डॉक्टर एचआईवी की जांच करने सावनेर की झोपड़पट्टी में पहुंची थीं। साथ में सोशल वर्कर भी थीं। इसी दौरान एक सिरफिरे ने तेजाब से हमला बोल दिया। संयोग अच्छा था कि तेजाब सीधे किसी के ऊपर नहीं पड़ा और मामूली रूप से महिलाएं जख्मी हुईं। उधर, आरोपी युवक को पकड़कर लोगों ने जमकर पीटा। इसके बाद पुलिस के आने तक उसे पकड़कर रखा। युवक मानसिक रोगी बताया जा रहा है। यह घटना सावनेर के पहलेपार, कडकरी महाराज देवस्थान के सामने झोपड़पट्टी में हुई। घटना की सूचना फैलते ही पूरे क्षेत्र में सनसनी फैल गई। उधर, घटना के बाद मंत्री सुनील केदार सावनेर थाने पहुंचे। उन्होंने पीड़िता और टीम के अन्य सदस्यों से बात की। 

सच्चाई सामने आएगी
आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज किया है। आगे की जांच जारी है। आरोपी पुलिस को गुमराह कर रहा है। जांच के बाद सच्चाई सामने आएगी।
-अशोक कोली, पीआई,सावनेर पुलिस स्टेशन

मेडिकल कॉलेज की टीम गई थी सावनेर
सावनेर स्थित पहलेपार में गुरुवार को कडकरी महाराज देवस्थान के सामने वाली झोपड़पट्टी में नागपुर मेडिकल कॉलेज की प्राध्यापक व दो अन्य महिला चिकित्सक गईं थीं। साथ में एक सोशल वर्कर भी थी। बताया जाता है कि मंदिर के सामने एसआईटी प्रोजेक्ट चलाने के लिए जानकारी जुटाने ये लोग वहां गए थे। सुरेखा बंडे व गौरी सोनेकर पहलेपार के घर के सामने सभी इकट्ठे थे और बातचीत कर रहे थे। इसी दौरान वहां नीलेश किशोर केनेरे पहुंच गया। उसके हाथ में तेजाब भरी बोतल थी। उसने तेजाब वहां खड़ी महिलाओं की ओर फेंका। यह देख महिलाओं ने फौरन बचने का प्रयास किया। संयोग से तेजाब सीधे किसी पर नहीं पड़ा। छींटे जरूर आए। उसके छींटे जरूर पड़ गए। इससे मामूली रूप से चार महिलाएं जख्मी हो गईं। सावनेर सरकारी अस्पताल में सभी का प्राथमिक उपचार किया गया। इसके बाद नागपुर मेडिकल कॉलेज भेज दिया गया। यहां से भी जांच के बाद सबको छुट्टी दे दी गई थी।

दहशत के वो पल  
अपनी टीम के साथ मैं एक मरीज की जांच के लिए वहां के सरकारी अस्पताल जा रही थी। तभी आरोपी नीलेश आ धमका। वह अजीब नजरों से हमलोगों को देख रहा था। हम लोगों ने इससे पहले उसे कभी नहीं देखा था। उसके हाथ में बोतल थी और उसमें हल्का पीला तरल पदार्थ भरा हुआ था। उसकी गतिविधियां हैरान करने वाली थीं। हम सभी घबरा गए। बाकायदा नीलेश से हमलोगों ने दूरी भी बना ली। तभी नीलेश ने कहा- अगर मैंने तुम्हारा चेहरा बिगाड़ दिया तो क्या करोगी। कोई कुछ कह पाता, इससे पहले ही उसने बोतल से तरल पदार्थ हमलोगों की ओर फेंका। -पीड़िता

हरकतें ऐसी कि मां-बाप तक छोड़ गए
सावनेर के कसाई मोहल्ले का रहने वाला नीलेश किशोर कनेरे (22) कुछ दिन पूर्व तक चिकन की दुकान पर काम करता था। मूल रूप से वह सावनेर तहसील के केलवद थाना अंतर्गत तेलंगखेडी गांव का निवासी है। इस गांव में ही पहले नीलेश के मां-बाप भी रहते थे। परंतु उसकी हरकतों की वजह से मां-बाप छोड़कर माहेगांव चले गए। इधर नीलेश कसाई मोहल्ले में रहने लगा। रोजी-रोटी के लिए उसने एक चिकन की दुकान पर काम करना भी प्रारंभ कर दिया। मोहल्ले के लोगों की मानें तो नीलेश मानसिक रोगी है। उसने कुछ दिन पहले ही काम भी छोड़ रखा था। गुरुवार को वह काम के जुगाड़ में घूम रहा था।

Created On :   14 Feb 2020 5:36 AM GMT

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