फ्रेंडशिप डे पर बुझे तीन घरों के चिराग, तालाब में नहाते वक्त डूबे तीन मित्र

Three youth goes to celebrate friendship day, died due to drowning
फ्रेंडशिप डे पर बुझे तीन घरों के चिराग, तालाब में नहाते वक्त डूबे तीन मित्र
फ्रेंडशिप डे पर बुझे तीन घरों के चिराग, तालाब में नहाते वक्त डूबे तीन मित्र

डिजिटल डेस्क, नागपुर। हिंगना तहसील अंतर्गत सालई मेंढा तालाब में फ्रेंडशिप-डे मनाने गए तीन मित्र डूब गए, जिसमें से दो के शव बरामद हुए हैं। तीन घरों के चिराग बुझ जाने से  भांडे प्लाट चौक बस्ती में शोक व्याप्त है। बस्ती निवासी बंटी प्रेमलाल निर्मल (16), सागर सूरज जांबुलकर (17), प्रथमेश उर्फ गुड्डू सिडाम (17), स्वप्निल वडमे, रितेश भालेकर, आेम नागोसे, शुभम केदार, विशाल भगत, मयूर नेवारे, बादल सहारे कुल 10 लड़के फ्रेंडशिप-डे होने के कारण पिकनिक मनाने हिंगना तहसील अंतर्गत सालई मेंढा तालाब गए थे। इनमें से चार मित्र दो-दो मोटरसाइकिल पर गए थे। बस्ती के उक्त मित्रों के तालाब पर जाने का पता चलने से शाम को करीब चार बजे और दो मित्र मोटरसाइकिल से गए। सभी मित्र तालाब किनारे मौज-मस्ती कर रहे थे। 

तालाब में नहाने के लिए बंटी, सागर, प्रथमेश तथा अन्य कुछ युवक उतरे थे। नहाते वक्त गहरे पानी के बहाव में आने से बंटी, प्रथमेश और सागर डूबने लगे। उन्हें डूबता देखकर कुछ मित्रों ने उन्हें बचाने का प्रयास किया, लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली। हादसे के दौरान और भी लोग तालाब किनारे थे। वे भी फ्रेंडशिप-डे मनाने आए थे। उनमें से कुछ युगल भी थे। पानी में डूब रहे तीनों मित्रों को बचाने के लिए अन्य मित्र शोर मचाते रहे। किसी ने पुलिस को फोन किया, तो संबंधित थाने की पुलिस गोताखोरों को लेकर मौके पर रवाना हुई। बचाव कार्य शुरू हुआ। खोजबीन के दौरान दो लड़कों का शव बरामद हो गया।

डूब रहा था रितेश भी, हाथ पकड़कर बाहर निकाला
हदसे के दौरान तालाब पर मौजूद विशाल भगत ने बताया है कि रितेश भालेकर भी डूब रहा था, मगर किनारे खड़े अन्य मित्रों ने हाथ पकड़ कर उसे बाहर निकाल लिया, जिससे वह बच गया। रितेश डूब रहे मित्रों को बचाने के प्रयास में ही डूब रहा था।

मदद के लिए बुलाया, तो समझे मजाक कर रहे
हादसे के दौरान उक्त मित्रों के अलावा अन्य दो लोग भी तालाब किनारे कुछ दूरी पर बैठे थे। शोर मचाकर उन्हें मदद के लिए बुलाया गया, मगर शुरुआती दौर में उन्हें यह मजाक लगा, जिससे उन्होंने हादसे के प्रति कोई गंभीरता नहीं दिखाई थी और न ही बचाने का कोई प्रयास किया। 

नहीं आता था तैरना
विशाल भगत ने बताया कि जो किशोर तालाब में डूबे हैं, उनमें से किसी को भी तैरना नहीं आता था। गहरे पानी का अंदाजा नहीं होने से ही वे तालाब में डूबे। हिंगना थाने के निरीक्षक सुगांवकर, कर्मचारी शाहू समेत अन्य लोगों ने बताया है कि तालाब में जिस स्थान पर यह हादसा हुआ है, वहां पर गहरा गड्ढा है। तालाब में जैसे ही किशोर उतरे, वैसे ही डूब गए।

Created On :   6 Aug 2018 6:01 AM GMT

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