किट के अभाव में थाइराइड टेस्ट मशीन धूल खा रही

Thyroid machine is damaging due to lack of kit in the hospital
किट के अभाव में थाइराइड टेस्ट मशीन धूल खा रही
किट के अभाव में थाइराइड टेस्ट मशीन धूल खा रही

डिजिटल डेस्क, नागपुर। मेडिकल हास्पिटल में किट के अभाव में थाइराइड टेस्ट मशीन धूल खा रही है। पिछले 15 महीने से यह मशीन बंद पड़ी हुई है। वर्तमान जीवनशैली और खानपान के चलते थाइराइड की समस्या आम हो गई है। इस समस्या के निदान की शुरुआत खून की जांच से होती है, लेकिन हैरानी की बात है कि शासकीय मेडिकल कॉलेज तथा अस्पताल में पिछले एक वर्ष से थाइराइड की टेस्ट नहीं हुई। इस अस्पताल में थाइराइड टेस्ट की मशीन है, परंतु टेस्ट के लिए उपयोगी किट नहीं रहने से लाखों रुपए की मशीन केवल दिखावा बनकर रह गई है। 

सभी साधन मौजूद
शासकीय मेडिकल कॉलेज तथा अस्पताल मध्य भारत का सबसे बड़ा अस्पताल है। देश की मेट्रो सिटी में मिलने वाली अत्याधुनिक सेवा इस अस्पताल में उपलब्ध कराने की कवायद चल रही है। देश का यह पहला सरकारी अस्पताल है, जहां रोबोट खरीदी के लिए निधि मंजूर किया गया है। आनेवाले दिनों में जल्द ही रोबोटिक सर्जरी शुरू होगी। विविध बीमारियों की जांच के लिए अत्याधुनिक मशीनरी उपलब्ध है। थाइराइड टेस्ट के लिए भी लाखों रुपए की लागत से मशीन लगाई गई है। लेबोरेटरी टेक्निशियन भी है, लेकिन पिछले एक वर्ष से टेस्ट किट उपलब्ध नहीं है।

लाखाें रुपए खर्च व्यर्थ
थाइराइड मशीन पर लाखों रुपए खर्च किए गए। टेक्निशियन को हजाराें रुपए प्रति माह वेतन दिया जाता है। चंद रुपए की टेस्ट किट उपलब्ध नहीं रहने से मरीजों को लाभ नहीं मिल रहा है। संसाधनों पर लाखों रुपए खर्च व्यर्थ हो रहा है।

गरीबों की जेब पर बोझ
सरकारी अस्पताल में थायराइड की टेस्ट 30-40 रुपए में होती है। वहीं निजी अस्पताल में कराने के लिए 400 से 600 रुपए चुकाने पड़ने पड़ रहे हैं। सरकारी अस्पताल में सुविधा रहते हुए भी सेवा नहीं मिलने से गरीबों की जेब पर बोझ पड़ रहा है।

प्रतिदिन 100 से अधिक मरीज
मेडिकल अस्पताल में प्रतिदिन 4500 से 5000 मरीज इलाज के लिए आते हैं। इसमें से 100 से अधिक मरीजों को थाइराइड की टेस्ट कराने की सलाह दी जाती है। टेस्ट कराने के लिए उन्हें बॉयोकेमिस्ट्री लैब भेजा जाता है। वहां जाने पर पता चलता है, टेस्ट बंद है। निराश होकर लौट रहे मरीजों को निजी अस्पताल में टेस्ट करानी पड़ रही है।

किट उपलब्ध नहीं
थाइराइड टेस्ट किट सप्लाई के लिए लगातार डिमांड की जा रही है। एक वर्ष से सप्लाई नहीं हुई। किट नहीं रहने से थायराइड टेस्ट फिलहाल ठप है।
डॉ. केदार देशपांडे, विभाग प्रमुख, बायोकेमिस्ट्री लैब

Created On :   20 April 2019 4:03 PM IST

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