उमरेड करांडला में दिखी मेहमान बाघिन

tigress appeared in Umred Karandala
उमरेड करांडला में दिखी मेहमान बाघिन
उमरेड करांडला में दिखी मेहमान बाघिन

डिजिटल डेस्क, नागपुर। टाइगर जोन के रूप में प्रसिद्ध विदर्भ के ताड़ोबा को लेकर पर्यटकों में खासा आकर्षण रहता है । विदर्भ के ही पवनी गेट की ओर उमरेड करांडला वन्यजीव अभयारण्य भी बाघों को लेकर पिछले कुछ वर्षों से सुर्खियों में रहा है। इस अभयारण्य में इन दिनों बाघ-बाघिनों के बीच 4 शावकों की चहल-पहल देखने को मिल रही है। ये शावक इसी टी-4 नामक बाघिन के हैं। इनके अलावा चंद्रपुर क्षेत्र के ताड़ोबा अभयारण्य की एक बाघिन भी इन दिनों इस क्षेत्र में देखी जा रही है। हालांकि वन विभाग अभी तक इस बाघिन के यहां स्थाई तौर पर रहने की पुष्टि नहीं की है। इसे मेहमान के तौर पर देखा जा रहा है। ताड़ोबा में जिस तरह पर्यटकों को बाघिन के दर्शन होते रहते हैं इसी तरह उमरेड करांडला में बाघों को अक्सर देखा जा सकता है। फिलहाल इन दिनों उमरेड करांडला वन्यजीव अभयारण्य में नए शावकों की चहल-पहल के बीच मेहमान बाघिन का आना पर्यटकों को आकर्षित कर रहा है। 
1 वर्ष है शावकों की उम्र : करीब 189 वर्ग किमी में फैले इस जंगल में पर्यटक जंगल सफारी के लिए बड़ी संख्या में आते हैं। जंगल में भालू, बिबट्या के अलावा बाघ देखने को मिलते हैं। अब बाघिन के इन 4 शावकों से यह जंगल क्षेत्र गुलजार हो गया है। इन शावकों की उम्र करीब 1 वर्ष के आसपास है। शावकों के कारण पर्यटकों के लिए जंगल सफारी का मजा और ज्यादा बढ़ गया है। 
करांडला वन्यजीव अभयारण्य में बाघ-बाघिन के साथ 4 शावक ही मौजूद होने की खबर वन विभाग के पास थी। लेकिन जंगल में लगे कैमरों में एक रेडियो कॉलर लगी बाघिन भी नजर आई है। जांच के बाद पता चला की यह बाघिन ताड़ाबा अंधारी बाघ परियोजना क्षेत्र की है। अंदाजा लगाया जा रहा है कि मीलों का सफर तय कर यह बाघिन यहां पहुंची है।
 

Created On :   9 Jan 2018 4:18 PM IST

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