तवा पुल से आवागमन 19 से प्रतिबंधित, वैकल्पिक मार्गों से तय करना होगा भोपाल-इंदौर का सफर

District Mineral Fund is not being used in Gadchiroli!
गड़चिरोली में जिला खनिज निधि का नहीं हो रहा कोई उपयाेग!
मरम्मत के चलते अगले डेढ़ से दो माह तक डायवर्ट मार्ग पर चलेंगे वाहन तवा पुल से आवागमन 19 से प्रतिबंधित, वैकल्पिक मार्गों से तय करना होगा भोपाल-इंदौर का सफर

डिजिटल डेस्क छिंदवाड़ा। राजधानी भोपाल, हिल स्टेशन पचमढ़ी और छिंदवाड़ा को जोडऩे वाला होशंगाबाद-बाबई के बीच तवा नदी के पुल पर 19 आवागमन प्रतिबंधित किया जा रहा है। यह प्रतिबंध 19 अक्टूबर से लागू होगा, जो अगले डेढ़ से दो माह तक जारी रह सकता है। दरअसल तवा नदी का वर्षों पुराना पुल क्षतिग्रस्त हो गया है। पुल पर से वाहनों का गुजरना रिस्की माना जा रहा है। किसी दुर्घटना व अनहोनी से बचने पुल की मरम्मत कराई जा रही है। मप्र रोड डेवलेपमेंट कार्पोरेशन पुल की मरम्मत करवा रहा है। उनके मुताबिक मरम्मत कार्य में डेढ़ से दो माह का वक्त लग सकता है। यानी इतने समय तक पुल पर से आवागमन प्रतिबंधित रहेगा। ऐसे में होशंगाबाद व भोपाल की ओर जाने-आने वाले चौपहिया, बसों व हैवी लोड वाहनों का रूट डायवर्ट किया गया है।
39 साल पुराना है तवा पुल
स्टेट हाइवे 22 पर होशंगाबाद से बाबई के बीच करीब 12 वें किलोमीटर पर तवा नदी का पुल वर्ष 1982 से 1986 के बीच बना था। करीब 39 साल पुराना उक्त पुल उम्र के साथ खस्ताहाल हो गया है। एहतियातन उक्त पुल की मरम्मत एमपीआरडीसी ने शुरू की है। पुल के एक्सपेंशन जोन को दुरूस्त किया जा रहा है।
पुल पर ट्रेफिक का कितना भार
तवा नदी का पुल रायसेन, जबलपुर, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी और बालाघाट को राजधानी भोपाल से जोड़ता है। उक्त सभी जगह का ट्रेफिक लोड उक्त पुल वर्षों से झेलता आ रहा है। हर दिन यहां से सैकड़ों चौपहिया छोटे वाहन, यात्री बसें और हैवी लोड वाहन गुजरते हैं। इन सभी को अब डायवर्ट रूट से गुजरना होगा।
छिंदवाड़ा से हर दिन 25 से 30 बसों का आना-जाना
तवा पुल होते हुए भोपाल व इंदौर के लिए छिंदवाड़ा से हर दिन 25 से 30 बसें दौड़ती हैं। इनमें करीब 10 बसें भोपाल तक तो करीब 20 बसें भोपाल होते हुए इंदौर तक पहुंचती हैं। इनमें व्हाया छिंदवाड़ा होकर सिवनी और बालाघाट से चलने वाली बसें भी शामिल हैं।
दूरी के साथ बढ़ सकता है यात्रा व्यय
तवा पुल के दुरूस्त होते तक वैकल्पिक मार्गों का सहारा लेने वाले छोटे चौपहिया वाहन, बसों और हैवी वाहनों को डायवर्ट मार्ग से गुजरना है। अभी छिंदवाड़ा से भोपाल की दूरी करीब 285 किमी है। डायवर्ट मार्ग से उक्त दूरी में करीब 50 किमी से ज्यादा का अंतर आ सकता है। पेट्रोल-डीजल के दाम पहले ही आसमान पर हैं। ऐसे में यात्रा व्यय बढऩा स्वभाविक माना जा सकता है।
ये होगा डायवर्ट रूट
> छिंदवाड़ा की ओर से पिपरिया होते हुए भोपाल जाने-आने वाले वाहनों को सांडिया, बरेली या शाहगंज होते हुए निकलना पड़ेगा।
> छिंदवाड़ा से पचमढ़ी, पिपरिया, बाबई आने-जाने वाहन बाबई, सांगाखेड़ा, बांद्राभान होते हुए भोपाल की ओर जा सकेंगे।
बैतूल व सारनी के रास्ते
> छिंदवाड़ा से भोपाल व इंदौर की ओर जाने व आने वाले वाहन मुलताई, बैतूल, इटारसी व होशंगाबाद होते हुए निकल सकते हैं।
> छिंदवाड़ा से जुन्नारदेव, दमुआ, सारनी, घोड़ाडोंगरी होते हुए बरेठा घाट से एनएच 69 के जरिए भोपाल पहुंच सकते हैं।
इनका कहना है...
॥होशंगाबाद-बाबई के बीच तवा नदी का पुल पुराना हो चुका है। मरम्मत  की आवश्यकता को देखते हुए एहतियान सुधार कार्य कराए जा रहे हैं। जिसके चलते 19 अक्टूबर से पुल पर से आवागमन प्रतिबंधित किया जा रहा है।
- प्रवीण निमजे, डीएम,
एमपीआरडीसी, होशंगाबाद
॥वैकल्पिक मार्गों से दूरी के साथ खर्च बढ़ेंगे। पुल पर प्रतिबंध लगाने की सूचना और पहले दी जानी चाहिए थी। जिससे परमिट पर विचार किया जा सकता था।
- जसपाल सिंह नैय्यर, संचालक,
उड़ान बस सूत्र सेवा
॥डायवर्ट मार्ग से वाहन चलाए जाने पर डीजल की खपत दूरी के अनुसार स्वभाविक तौर पर बढ़ जाएगी। जबकि डीजल के भाव बढऩे के बावजूद किराया दर नहीं बढ़ाई गई है।
- सेवक यादव, संचालक,
एसएमटी ट्रेवल्स

Created On :   17 Oct 2021 5:46 PM IST

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story