राम झूले पर अप्रैल से शुरू होगा ट्रैफिक,मेट्रो प्रशासन पूरा करेगा दूसरे चरण का कार्य

traffic on Ramjhula will start from April, second phase will completed
राम झूले पर अप्रैल से शुरू होगा ट्रैफिक,मेट्रो प्रशासन पूरा करेगा दूसरे चरण का कार्य
राम झूले पर अप्रैल से शुरू होगा ट्रैफिक,मेट्रो प्रशासन पूरा करेगा दूसरे चरण का कार्य

डिजिटल डेस्क,नागपुर।  ड्रीम प्रोजेक्ट रामझूले पर अप्रैल से ट्रैफिक शुरू हो सकता है। मेट्रो रेल ने उसके हिस्से का काम अप्रैल 2018 तक पूरा करने का भरोसा दिया है आैर इसी आधार पर MSRDC  अप्रैल से यातायात दौड़ाने का दावा कर रहा है। रामझूले के पहले चरण पर 7 दिसंबर 2014 से यातायात दौड़ रहा है आैर लोकार्पण के दिन ही मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने एक साल में दूसरे चरण का काम पूरा करने का दावा किया था। MSRDC  ने दूसरे चरण के लिए हो रहे विलंब के लिए मेट्रो रेल प्रशासन को जिम्मेदार बताया है। 

दूसरे चरण में होना है 234 मीटर लंबा व 12.5 मीटर चौड़े मार्ग का कार्य 
रामझूले के दूसरे चरण के मार्ग की लंबाई 606.7 मीटर व चौड़ाई 12.5 मीटर है। 12.5 मीटर में 1.5 मीटर का फुटपाथ भी शामिल है। रामझूले के दूसरे चरण का पूरा काम ठेका कंपनी एफकांस करने वाली थी। यहीं से मेट्रो जाने से मेट्रो रेल प्रशासन ने मेयो चौक से संतरा मार्केट आरआेबी तक रामझूले के दूसरे चरण का 234 मीटर लंबा व 12.5 मीटर चौड़े मार्ग का काम खुद करके देने की इच्छा जताई। MSRDC  इसके बदले मेट्रो रेल प्रशासन को 4 करोड़ 37 लाख रुपए देगी, जिसमें से 3 करोड़ 93 लाख रुपए दे दिए गए हैं। MSRDC  ने यह राशि 9 अगस्त 2017 को ही दी। मेट्रो रेल ने पहले अपने हिस्से का काम अक्टूबर 2017 तक पूरा करने का दावा किया था। इसके बाद दिसंबर 2017 तक अपने हिस्से का काम पूरा करने का दावा किया था। अब मार्च 2018 तक अपने हिस्से का काम पूरा करने का भरोसा MSRDC  को दिया है। MSRDC  के सूत्रों के अनुसार 234 मीटर के हिस्से को छोड़ बाकी बचे हिस्से का काम एफकांस कर रही है। एफकांस ने अपने हिस्से का अधिकांश काम कर लिया है। मेट्रो रेल प्रशासन उसके हिस्से का काम पूरा करते ही एफकांस उस हिस्से को जोड़ देगी। यह पूरा काम मार्च अंत तक पूरा करने की रणनीति है आैर अप्रैल 2018 से यातायात दौड़ाने की योजना है। रेलवे विभाग  कोडल (मरम्मत) चार्जेस के रूप में MSRDC  से तीस साल के लिए 21.59 करोड़ वसूल चुका है। 

46 करोड़ का प्रोजेक्ट हुआ 70 करोड़ का 
रामझूला प्रोजेक्ट का लागत खर्च पहले 45.95 करोड़ था। 25 जनवरी 2006 को जब रामझूले का काम शुरू हुआ था, तब इसका लागत मूल्य 45.95 करोड़ तय हुआ था। 42 महीने में यह प्रोजेक्ट पूरा करना था। रेलवे ने रामझूले की डिजाइन मंजूर करने व फाइनल करने में ही दो-तीन साल लगा दिए थे। समय बीतने के साथ इसका लागत मूल्य भी बढ़ गया। लागत मूल्य नहीं बढ़ाने पर ठेकेदार ने काम भी बंद कर दिया था। इसका लागत मूल्य बढ़ाकर 69.62 करोड़ कर दिया गया है। इस प्रोजेक्ट की समयसीमा अब तक 7 बार बढ़ाई गई है। 

मार्च में काम पूरा 
मेट्रो रेल ने रामझूले का उसके हिस्से का काम मार्च तक पूरा करने का भरोसा दिया है। काम की रफ्तार को देखते हुए यह काम मार्च तक पूरा होने की उम्मीद है। बाकी बचा काम ठेका कंपनी तेजी से पूरा कर रही है। मार्च तक काम पूरा होते ही दूसरे चरण से अप्रैल 2018 से यातायात दौड़ाने की योजना है। दूसरे चरण के काम में जो देरी हुई, उसके लिए काफी हद तक मेट्रो रेल जिम्मेदार है। बहरहाल अब काम तेजी से चल रहा है आैर अप्रैल से यातायात दौड़ाने पर हमारा जोर है। रेल विभाग या तकनीकी समस्या की अब कोई बात नहीं है। 
- संगीता जैस्वाल, अधीक्षक अभियंता MSRDC  नागपुर

Created On :   1 Feb 2018 2:38 PM IST

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