बोगस फर्म के नाम पर होता था लेन-देन - सीबीआई ने ट्रांसपोर्ट कारोबारियों के जब्त किए दस्तावेज

Transactions used to happen in the name of bogus firm - CBI seized documents of transport traders
बोगस फर्म के नाम पर होता था लेन-देन - सीबीआई ने ट्रांसपोर्ट कारोबारियों के जब्त किए दस्तावेज
बोगस फर्म के नाम पर होता था लेन-देन - सीबीआई ने ट्रांसपोर्ट कारोबारियों के जब्त किए दस्तावेज

डिजिटल डेस्क जबलपुर । एफसीआई रिश्वतकांड मामले की जाँच में जुटी सीबीआई भोपाल की एक टीम ने मंगलवार को जबलपुर में बल्देवबाग स्थित तीन ट्रांसपोर्ट कारोबारियों के यहाँ छापे मारे थे। जानकारों के अनुसार छापे की कार्रवाई के दौरान इन कारोबारियों से कुछ अहम दस्तावेज बरामद कर सीबीआई भोपाल ले गई है। जानकारों के अनुसार जब्त किए गये दस्तावेजों की जाँच में इस बात का पता चला है कि एफसीआई में बोगस फर्म के नाम पर भी लेन-देन किया जाता था।  ज्ञात हो कि भोपाल में एफसीआई के क्लर्क अशोक मीणा व अन्य  को सीबीआई ने रिश्वत के मामले में पकड़ा था। छापे के दौरान उसके पास से बरामद की गई डायरी में जबलपुर के ट्रांसपोर्ट कारोबारी बालाजी ट्रांसपोर्ट सहित कुछ अन्य नामों का जिक्र था जिनसे लेन-देन किए जाने की जानकारी सामने आई थी। उक्त जानकारी के आधार पर सीबीआई भोपाल की एक टीम यहाँ पहुँची थी। जाँच में इस बात का खुलासा हुआ है कि बिलों के भुगतान में ठेका के नाम पर लेन-देन होता था। 
फर्म ब्लैक लिस्टेड होने पर दूसरी फर्म - जाँच में इस बात का खुलासा हुआ है कि जबलपुर के अलावा नरसिंहपुर व सिवनी व अन्य जिलों में एफसीआई ठेका से जुड़े कुछ प्रमुख लोगों को एफसीआई का बाबू अशोक मीणा समय-समय पर उपकृत करता था और बदले में रिश्वत की रकम लेता था। पता चला है कि किसी ट्रांसपोर्टर की एक फर्म को ब्लैक लिस्टेड किया जाता था, तो वह दूसरे नाम से फर्म शुरू कर एफसीआई के ठेकों से जुड़ जाता था।   

Created On :   10 Jun 2021 10:08 AM GMT

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