नागपुर एयरपोर्ट पर पैसेंजर से अतिरिक्त वसूली, घाटे से उबरने की कवायद

Travelers on Nagpur airport paying extra fees on ticket
नागपुर एयरपोर्ट पर पैसेंजर से अतिरिक्त वसूली, घाटे से उबरने की कवायद
नागपुर एयरपोर्ट पर पैसेंजर से अतिरिक्त वसूली, घाटे से उबरने की कवायद

डिजिटल डेस्क, नागपुर। कुंदन साहू। नागपुर के डॉ. बाबासाहब अंबेडकर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर यात्रियों को अतिरिक्त फीस का भुगतान करना पड़ रहा है। यह फीस बढ़ोत्तरी दरअसल एयरपोर्ट के सालाना वित्तीय घाटे से उबरने के लिए की गई है। 16 दिसंबर 2017 से ‘यूजर डेवलपमेंट फीस’ के नाम पर हर पैसेंजर से टिकट पर अतिरिक्त वसूली की जा रही है। डोमेस्टिक फ्लाइट्स के हर यात्री की टिकट में 377 रुपए व इंटरनेशनल फ्लाइट के हर यात्री टिकट से 227 रुपए की वसूली जा रही है।

खर्च के मुकाबले यह आय कम 
डॉ. बाबासाहब अंबेडकर अंतरराष्ट्रीय विमानतल का संचालन व देख-रेख फिलहाल एमआईएल (मिहान इंडिया लिमिटेड) द्वारा किया जाता है। एयरपोर्ट से फिलहाल 30 उड़ानें प्रतिदिन व 2 अंतरराष्ट्रीय विमान सेवाएं उपलब्ध हैं, लेकिन एयरपोर्ट चलाने के लिए सालाना खर्च के मुकाबले यह आय कम है। इस कारण कंपनी को घाटा सहना पड़ रहा है। यूजर डेवलपमेंट फीस की वसूली के बाद भी वर्तमान वित्तीय वर्ष में यह घाटा 7 करोड़ रुपए के आस-पास बने रहने का अनुमान है। इस वर्ष एयरपोर्ट से 63 करोड़ रुपए की आय का अनुमान है, जबकि वार्षिक खर्च ब्याज को छोड़कर करीब 70 करोड़ रुपए तक पहुंचने के कयास हैं। हालांकि बीते दो वित्तीय वर्षों के मुकाबले यह वित्तीय घाटा लगातार कम होता दिखाई दे रहा है।

  • वित्तीय वर्ष 2015-16 में सालाना आय 41.22 करोड़ रुपए हुई, जबकि खर्च 56 करोड़ रुपए का रहा। इससे सालाना वित्तीय घाटा तकरीबन 14.78 करोड़ रुपए का दर्ज किया गया।
  • वित्तीय वर्ष 2016-17 में जहां एयरपोर्ट की वार्षिक आय 49 करोड़ रुपए थी, वहीं सालाना खर्च 63.25 करोड़ रुपए का था, यानी वाषिक घाटा करीब 14.25 करोड़ रुपए का रहा।
  • वर्तमान में यह वित्तीय घाटा लगभग आधे पर आ गया है। यानी सालाना करीब 7 करोड़ रुपए वित्तीय घाटा पहुंचने की आशंका है। 


वित्तीय घाटे को कम करने के लिए कदम
वरिष्ठ प्रबंधक एयरपोर्ट वी.एस.मुलेकर के मुताबिक हमने सालाना वित्तीय घाटे को कम करने के लिए 16 दिसंबर 2017 से यूजर डेवलपमेंट फीस हर पैसेंजर से वसूलना शुरू किया है। यह फीस एयर टिकट के किराए के साथ जुड़ कर आती है।

चीफ फायनांस ऑफिसर, एमआईएल कुमार रंजन ठाकुर का कहना है कि इस साल सालाना वित्तीय घाटा करीब 7 करोड़ रुपए रहने का अनुमान है। इसे और कम करने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं, इसके लिए यूजर डेवलपमेंट फीस का भी सहारा लिया जा रहा है।

Created On :   22 Feb 2018 12:16 AM IST

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