मेट्रो के निर्माण क्षेत्र में आने वाले वृक्षों का आरबोरी कल्चर से होगा प्रत्यारोपण

trees are sifted from metro construction area by arbori culture
मेट्रो के निर्माण क्षेत्र में आने वाले वृक्षों का आरबोरी कल्चर से होगा प्रत्यारोपण
मेट्रो के निर्माण क्षेत्र में आने वाले वृक्षों का आरबोरी कल्चर से होगा प्रत्यारोपण

डिजिटल डेस्क, नागपुर। बहुप्रतीक्षित मेट्रो से जुड़ी हर बात खास हो रही है। हर दिन विकास की स्पीड की बात करें या फिर इससे जुड़े अन्य कार्यों की। लोगों में खास उत्साह है इसे लेकर। इस ट्रीम प्रोजेक्ट को साकार करना और वह भी  प्रकृति को नुकसान पहुंचाए बिना प्रशासन के लिए चुनौती ही कहा जाएगा।

हटाए गए 10 से 15 वर्ष पुराने वृक्ष हैं सलामत  : शहर के मेट्रो रूट से कई पुराने वृक्षों का रि-ट्रांसप्लांट किया गया है। यही वजय है कि  आज शहर में ही पक्षियों की चहचहाट लिटील वूड परिसर में गूंज रही है। परियोजना के अंतर्गत आने वाले वृक्षों की कटाई के बजाय आरबोरी कल्चर  द्वारा उनका प्रत्यारोपण करने का कार्य महा मेट्रो की ओर से किया जा रहा है। महा मेट्रो ने वृक्षों को कई स्थानों पर फिर से लगाने के लिए  आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया गया है। वर्धा मार्ग स्थित मिहान के समीप महा मेट्रो ने 10 से 15 वर्ष पुराने वृक्षों का रि-ट्रांसप्लांट का कार्य शुरू किया है।

आरओबी कल्चर कारगर साबित हुई : आरबोरी कल्चर द्वारा क्रेन और अन्य संसाधनों के माध्यम से दूसरी जगह लगाए गए वृक्षों का एक वर्ष तक सतर्कतापूर्वक जतन किया जाता है, तभी वृक्ष पहले जैसे हरे भरे रहते हैं। महा मेट्रो परियोजना में एक वृक्ष कि जगह 10 वृक्ष लगाने का संकल्प लिया गया था, कई कदम आगे बढ़कर महा मेट्रो ने 18 माह पूर्व करीब 6000 पेड़ हिंगणा मार्ग स्थित फॉरेस्ट से मिली भूमि पर लगाए। महा मेट्रो के व्यवस्थापकीय संचालक डॉ. बृजेश दीक्षित ने परिसर का निरीक्षण कर अंबाझरी तालाब के जलग्रहण क्षेत्र की उपयोगिता को ध्यान में रखकर कार्य शुरू कराया। मौसमी फलों के साथ-साथ पर्यावरण के लिए पोषक तत्व में आने वाले वृक्षों का संवर्धन बड़ी जतन से किया गया। विभाग के अधिकारियों की तरकीब और कर्मचारियों की मेहनत रंग लाई है और आज सभी वृक्ष हरियाली प्रदान कर रहे हैं। 

Created On :   14 Dec 2017 3:02 PM IST

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