कैंसर के नाम पर लगा दिया ढाई लाख रुपए का तेल, दो विदेशियों सहित महिला के खिलाफ मामला दर्ज

Two and a half lakhs rupees of Fraud on name of cancer treatment
कैंसर के नाम पर लगा दिया ढाई लाख रुपए का तेल, दो विदेशियों सहित महिला के खिलाफ मामला दर्ज
कैंसर के नाम पर लगा दिया ढाई लाख रुपए का तेल, दो विदेशियों सहित महिला के खिलाफ मामला दर्ज

डिजिटल डेस्क, नागपुर। कैंसर की बीमारी के लिए उपयोग में आने वाले रुटी केपा वी.वी. एक्सट्र लिक्विड तेल का व्यवसाय के नाम पर दो विदेशी नागरिकों ने सिक्किम की एक महिला दोस्त के साथ मिलकर 2 लाख 50 हजार रुपए का चूना लगाया। पीड़ित कमलेश हरिहर भगतकर को जब ठगी का एहसास हुआ तब उन्होंने नंदनवन थाने में आरोपी जार्जिक हैंडल, जार्डन ऑल्टन यूके और सुनीता शर्मा के खिलाफ शिकायत की। नंदनवन थाने के सहायक पुलिस निरीक्षक आर आर राउत ने उक्त तीनों आरोपियों पर धारा 420,34  व सहधारा 66(ड) आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार प्लाट नंबर 17 खरबी रोड शक्ति नगर निवासी कमलेश भगतकर के ईमेल पर गत 2 से 16 नवंबर 2019 के दरमियान आरोपी जार्जिक हैन्डल यूके निवासी ने दोस्ती का पैगाम भेजा। आरोपी जार्जिक ने कमलेश को अपने व्यवसाय की जानकारी दी कि वह कैंसर जैसी घातक बीमारी के लिए उपयोग में आने वाले तेल का कारोबार करता है। वह बीमारी के उपचार के लिए लगने वाले रुटी केपा वी.वी. एक्सट्र लिक्विड तेल का व्यवसाय करता है। आरोपी ने अपने विदेशी मोबाइल नंबर से भी कमलेश से कई बार संपर्क किया, जिससे कमलेश को उसकी बातों पर यकीन हो गया। जब आरोपी जार्जिक को यह समझ में आ गया कि कमलेश उसके झांसे में आ गया है, तब उसने सुनीता शर्मा सिक्कीम निवासी से उक्त नाम का तेल खरीदने के बात कमलेश को बताई। कमलेश को जार्जिक ने बताया कि सुनीता शर्मा का के के शर्मा इंटरप्राइजेस कॉलेज रोड सिक्किम में है। वह सुनीता से माल खरीदता है और यह माल वह जॉर्डन आल्टन यूके को बेचता है। यह माल जॉर्डन आल्टन उससे 18 हजार रुपए अमेरिकन डॉलर के हिसाब से खरीदी करता है। आरोपियों ने कमलेश को फांसने के लिए लालच दिया। आरोपी सुनीता ने कैंसर तेल के सैंपल के लिए कमलेश से 2 लाख 50 हजार रुपए अपने खाते में आरटीजीएस करा लिया। यह रकम हासिल करने के बाद आरोपियों ने कलमेश को कैंसर तेल का कोई सैंपल नहीं भेजा, जब उन्होंने आरोपियों की वेबसाइट की जांच की तो वह फर्जी निकली, तब कमलेश को समझ में आ गया कि आरोपियों ने उसे चूना लगा दिया। कमलेश भगतकर ने नंदनवन थाने में जाकर शिकायत की। नंदनवन पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धोखाधडी का मामला दर्ज कर लिया है। नंदनवन पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

 

समाजसेविका के साथ 3.75 लाख की धोखाधडी, मुंबई के आरोपी पर मामला दर्ज


उधर मुंबई के एक ठग ने सक्करदरा क्षेत्र की एक समाजसेविका को उनकी संस्था के नाम पर प्रकल्प दिलाने का झांसा देकर उनसे 3.75 लाख रुपए की ठगी की। आरोपी ने समाजसेविका व महिला बहुउद्देशीय संस्था की सचिव दीपाली विजयराव शंभरकर (50) के साथ धोखाधडी की। आरोपी ने उनकी संस्था को प्रकल्प दिलाने के नाम पर 5 लाख रुपए आरटीजीएस कराया था। बाद में उन्हें करीब 1 लाख 25 हजार रुपए वापस कर दिया, लेकिन बाकी रकम 3.75 लाख रुपए वापस नहीं किया। इस रकम के लिए वह टालमटोल कर रहा था। समाजसेविका दीपाली शंभरकर ने आरोपी मनोज सीताराम व्यवहारे से परेशान होकर उसके खिलाफ सक्करदरा थाने में शिकायत की। सक्करदरा पुलिस ने आरोपी मनोज व्यवहारे के खिलाफ धारा  420,506 के तहत मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार बैंक कॉलोनी आशीर्वादनगर सक्करदरा निवासी दीपाली शंभरकर के साथ आरोपी मनोज व्यवहारे ने वर्ष 2016 से 16 नवंबर 2019 के दरमियान धोखाधडी की। दीपाली ने पुलिस को बताया कि वह समाजसेविका हैं। मुंबई में एक कार्यक्रम के दौरान उनकी मुलाकात आरोपी मनोज सिताराम व्यवहारे  भाटवाडी, बी.एम.सी. कॉलोनी, घाटकोपर में जावले मामा के घर के पास मुंबई में हुई थी। उसके बाद उसने दीपाली का मोबाइल नंबर लिया था। कुछ समय बाद आरोपी ने दीपाली को फोन किया। आरोपी मनोज ने दीपाली को फोन कर बताया कि उसका चंद्रपुर, वणी, वरोरा में ले आउट है। वह नागपुर के लोगों से संपर्क कराकर देने की बात दीपाली से की। उसके बाद आरोपी मनोज उनके (दीपाली) घर नागपुर में आया। आरोपी मनोज ने राजनीतिक लोगों के साथ करीबी संबंध होने का भरोसा दीपाली को दिलाया। उसने दीपाली का विश्वास हासिल कर लिया। दीपाली उसके झांसे में आ चुकी थी। उसने दीपाली से कहा कि वह उनकी संस्था के लिए प्रकल्प दिला सकता है। दीपाली सक्करदरा स्थित महिला बुहुउद्देशीय संस्था, आशीर्वादनगर, सक्करदरा में सचिव के पद पर कार्यरत हैं। वह आरोपी मनोज के झांसे में आ गई। आरोपी ने  दीपाली को संस्था को महिला आधार गृह नाम प्रकल्प दिलाने का लालच दिया। आरोपी ने इस प्रकल्प के लिए 5 लाख रुपए खर्च लगने की बात दीपाली से की। आरोपी ने दीपाली से 5 लाख रुपए अपने बैंक खाते में आरटीजीएस करा लिया। रुपए मिलने के बाद आरोपी ने टालमटोल शुरू कर दिया। तब दीपाली ने पूरे मामले की छानबीन की तो पता चला कि आरोपी ने उनके साथ धोखाधडी की है। दीपाली ने अपने पैसे वापस मांगे तो उसने सवा लाख रुपए वापस कर दिया। बाकी रकम के लिए वह बहानेबाजी शुरू कर दी। तब दीपाली ने सक्करदरा थाने में पहुंचकर शिकायत की। पुलिस ने आरोपी मनोज व्यवहारे के खिलाफ धोखाधडी का मामला दर्ज कर लिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। 
 

Created On :   17 Nov 2019 5:16 PM IST

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