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एक ग्राउंड में दो बोरवेल, पाइप लाइन में खर्च किए लाखों रुपए
डिजिटल डेस्क, नागपुर। कच्छी वीसा मैदान शहर के बड़े खेल मैदानों में एक है। मैदान के चारों ओर पौधे लगाए गए हैं। पौधों की सिंचाई के लिए एक नहीं, दो बोरवेल खोदे गए। पहले बोरवेल में पानी नहीं लगा। उसी से 20 फीट के अंतराल पर दूसरा बोरवेल खोदा गया। पौधों की सिंचाई के लिए मैदान के चारों ओर पाइप लाइन बिछाई गई। सूत्रों की मानें तो बोरवेल और पाइपलाइन बिछाए 8 वर्ष हो गए। लाखों रुपए खर्च किए गए, लेकिन इसका कोई उपयोग नहीं हुआ। पौधों को टैंकर से सिंचाई की जा रही है। मनपा की तिजोरी से बोरवेल और पाइप लाइन पर खर्च किया गया लाखों रुपया व्यर्थ चला गया है।
पौधों तक पानी पहुंचा ही नहीं
मैदान के चारों ओर पौधों की क्यारियों में पाइप लाइन बिछाई गई, लेकिन परिसर के नागरिकों का कहना है कि बोरवेल खोदने के बाद अब तक पाइपलाइन से पौधों की क्यारियों में पानी नहीं छोड़ा गया। सिंचाई के लिए मनपा द्वारा टैंकर का उपयोग किया जा रहा है।
स्टैंड पोस्ट के कैप भी नहीं खुले
पौधों की क्यारियों में पानी छोड़ने के लिए थोड़े-थोड़े अंतर पर स्टैंड पोस्ट लगाए गए हैं। इसमें कैप लगाए गए हैं। कैरी में पानी छोड़ने के लिए कैप खोले जाते हैं। हैरत की बात यह है कि अभी तक कैप भी वैसे ही लगे हुए हैं।
करंट का खतरा
मैदान में लाइट के लिए इलेक्ट्रिक सप्लाई का बोर्ड लगाया गया है। बोर्ड पर मेन स्वीच खुला पड़ा है। करंट का खतरा बना हुआ है।
1. बोरवेल खोदने के बाद कभी चालू नहीं हुआ। पौधों की सिंचाई टैंकर से की जा रही है।
- उमाकांत गणात्रा, स्थानीय
2. परिसर में भूजल स्तर काफी गहरा है। बिना जांच-पड़ताल किए बोरवेल और पाइपलाइन पर खर्च करना गलत है।
नामदेव ठाकरे, स्थानीय नागरिक
3. इलेक्ट्रिक वायर खुले पड़े हैं। यहां बूढ़े, बच्चे सभी सुबह, शाम टहलने के लिए आते हैं। उनकी जान को खतरा बना हुआ है।
जगदीश अग्रवाल, स्थानीय नागरिक
4. बोरवेल में पानी नहीं लगा, फिर भी मोटरपंप पर व्यर्थ खर्च किया गया। यह बात समझ से बाहर है।
प्रदीप शाह, स्थानीय नागरिक
Created On :   10 Feb 2020 12:14 PM IST