रिएग्जाम में 10वीं गणित की परीक्षा दे रही थी M.Sc और B.com की छात्राएं , पकड़ी गईं

Two fraud girls of graduation caught giving re-exam of class 10
रिएग्जाम में 10वीं गणित की परीक्षा दे रही थी M.Sc और B.com की छात्राएं , पकड़ी गईं
रिएग्जाम में 10वीं गणित की परीक्षा दे रही थी M.Sc और B.com की छात्राएं , पकड़ी गईं

डिजिटल डेस्क, नागपुर। राज्य शिक्षा मंडल द्वारा आयोजित 10वीं कक्षा की रिएग्जाम में एमसी और बीकाम की छात्राओं को गणित का पेपर देते हुए पकड़ा गया। शहर के मेडिकल चौक स्थित पं.बच्छराज व्यास विद्यालय में ये दोनों फर्जी परीक्षार्थी पकड़ाए। दोनों छात्राएं थीं और फर्जी आई-कार्ड के जरिए परीक्षा देने की तैयारी में थीं। निरीक्षक को शक होने के बाद जब छात्राओं से सख्ती से पूछताछ की गई, तो उन्होंने अपनी गलती स्वीकार कर ली।

गुरुवार को मैथ्स-2 की परीक्षा में केंद्र पर फर्जी परीक्षार्थी के होने की जानकारी मिलते ही स्कूल प्रबंधन में हड़कंप मच गया। फौरन स्कूल ने मामले की जानकारी राज्य शिक्षा मंडल नागपुर कार्यालय को दी। बोर्ड की सलाह के बाद स्कूल ने इमामवाड़ा पुलिस में इस पूरे प्रकरण की सूचना दी। बोर्ड की सप्लीपमेंट्री परीक्षा में इस तरह फर्जी परीक्षार्थियों का पकड़ा जाना गंभीर बात है। बोर्ड द्वारा चला जा रहे कॉपी मुक्त अभियान के बाद भी विद्यार्थियों के हौसले इतने बुलंद हो चले हैं कि डमी परीक्षार्थियों के सहारे मैथ्स जैसे ‘किलर’ सब्जेक्ट में पास होने की कोशिश की जा रही है। 

पुलिस ने बयान लेकर छोड़ दिया
फर्जी परीक्षार्थियों को स्कूल प्रबंधन ने इमामवाड़ा पुलिस के हवाले कर दिया, मगर आश्चर्य है कि पुलिस ने केवल पूछताछ करके उन्हें छोड़ दिया। वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक रमाकांत दुर्गे के अनुसार, स्कूल के शिक्षक उन छात्राओं को लेकर थाने आए थे, लेकिन कोई एफआईआर दर्ज नहीं कराई गई। ऐसे में पुलिस ने सिर्फ छात्राओं से पूछताछ की और मामला संदेहास्पद नहीं लगा तो उन्हें छोड़ दिया गया। 

शिक्षक के इशारे पर किया काम
जानकारी के अनुसार, ये दोनों छात्राएं उच्च शिक्षित हैं। एक एम.एससी की पढ़ाई कर रही है, तो दूसरी बी.कॉम के अंतिम वर्ष की छात्रा है। ये दोनों 10वीं कक्षा की छात्राएं बन कर परीक्षा केंद्र पर पहुंची थीं। उनके हाव-भाव संदेहास्पद लग रहे थे। परीक्षा कक्ष में बैठक व्यवस्था बुधवार को हुए मैथ्स-1 पेपर की ही तरह थी, लेकिन फर्जी परीक्षार्थी को अपनी सीट नहीं मिल पा रही थी, क्योंकी वे गुरुवार को केंद्र पर पहली बार ही परीक्षा देने पहुंची थीं। निरीक्षक को संदेह हुआ तो उन्होंने ‘आईकार्ड’ देखा। इस तरह फर्जी परीक्षार्थी होने की बात सामने आई।

इसके बाद प्रबंधन ने सभी परीक्षार्थियों की तलाशी ली तो एक और फर्जी छात्रा केंद्र पर पकड़ी गई। फौरन दोनों फर्जी छात्राओं को लाइब्रेरी में बैठा कर पूछताछ शुरू की गई। उन्होंने बताया कि ये सब उन्होंने एक बाहर के शिक्षक के इशारे पर किया। स्कूल प्रबंधन ने उस व्यक्ति को भी स्कूल में बुलाया और पूछताछ की। बाद में इमामवाड़ा पुलिस को जानकारी दी गई। 

स्कूल की सजगता से पकड़ी गई 
परीक्षा केंद्र पर पहुंचीं छात्राओं पर संदेह होने के बाद हमारी टीम ने फौरन सख्ती से पूछताछ की। उनके फर्जी परीक्षार्थी होने की बात पता चलते ही हमने सर्वप्रथम बोर्ड और बाद में पुलिस को जानकारी दी। हमारी सजगता के कारण दोनों छात्राएं पकड़ी गईं। 
अर्चना जोशी, प्राचार्या, पं.बच्छराज व्यास विद्यालय, मेडिकल चौक

लिखित शिकायत ही नहीं मिला

इस मामले में बोर्ड को स्कूल की ओर से कोई लिखित शिकायत नहीं मिली है। ऐसे में मुझे इस मामले की कोई जानकारी नहीं है। इसकी जानकारी लेने के बाद ही कुछ कह सकता हूं। 
रविकांत देशपांडे, प्रभारी अध्यक्ष, राज्य शिक्षा मंडल नागपुर विभाग

Created On :   27 July 2018 6:20 AM GMT

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