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एक होस्टल में दो मेस, दोनों ही अनधिकृत, विद्यार्थी हैं मजबूर

डिजिटल डेस्क, नागपुर। पिछले कुछ दिनों से मेयो अस्पताल के ब्वॉयज होस्टल की रसोई में आग भड़क रही है। यह आग चूल्हे की न होकर दो गुटों में मेस के संचालन को लेकर चल रहे आपसी विवाद की है। यहां एक होस्टल में रह रहे 317 विद्यार्थियों को खाना परोसने को लेकर मेस संचालक 2 व्यवसायियों में घमासान छिड़ा है। खास बात यह है कि यहां एक मेस का संचालन कार पार्किंग में हो रहा है तथा दूसरी मेंस का संचालन होस्टल के भीतर तैयार रसोईघर से किया जा रहा है। दोनों मेस संचालक स्वयं को अधिकृत निरूपित करने का प्रयास कर रहे जबकि हकीकत यह है कि मेस संचालन के लिए मेयो प्रबंधन द्वारा न तो किसी को ठेका दिया गया और न ही तत्संबंधी निविदा आमंत्रित की गई।
आश्चर्यजनक बात यह है कि मेयो के होस्टल परिसर में प्रवेश के लिए अधिष्ठाता की अनुमति अथवा प्रशासन की सहमति होना आवश्यक है। यह भी कहा जाता है कि अधिष्ठाता या प्रशासन की अनुमति के बगैर यहां परिंदा भी पर नहीं मार सकता। इसके बावजूद दोनों मेस संचालक इमारत परिसर में कब्जा कर यहां रहने वाले विद्यार्थियों को खाना परोस रहे हैं। मेस संचालकों के इस विवाद के चलते विद्यार्थी भी दो गुटों में बंट गए हैं। तकरीबन डेढ़ सौ विद्यार्थी एक मेंस में भोजन करते हैं तो शेष विद्यार्थी दूसरी मेस का सहारा ले रहे हैं। इस बीच दोनों मेस संचालक एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप कर अपनी-अपनी पकड़ बनाने में जुटे हुए हैं।
हो सकती है फूड प्वाइजनिंग
होस्टल परिसर में संचालित इन दो अनधिकृत मेस में परोसा जाने वाला भोजन कहीं खुले में रखा होता है तो कहीं भोजन के रखरखाव में असुरक्षा नजर आती है। इस स्थिति में रखा हुआ भोजन ग्रहण करने पर कुछ गलत होने की आशंका बनी रहती है। इस भोजन से फूड प्वाइजनिंग जैसी स्थिति उत्पन्न होने पर घटना की जिम्मेदारी किसके सिर होगी यह प्रश्न भी छात्रावास में रहने वाले विद्यार्थियों के जेहन में मंडराता रहता है।
इंदिरा गांधी शासकीय वैद्यकीय महाविद्यालय व चिकित्सालय के होस्टल में 317 विद्यार्थी रहते हैं। इन विद्यार्थियों को शुद्ध भोजन कराने के मामले में मेयो प्रशासन नाकामयाब नजर आ रहा है। होस्टल में दो मेस संचालित हैं लेकिन ये दोनों ही अनधिकृत है। इन मेस में पकाया व परोसा जा रहा भोजन खाने लायक है अथवा नहीं, इसके बारे में कुछ कहा नहीं जा सकता। यहां उपलब्ध पीने का पानी जिस टंकी से आता है उसकी भी नियमित सफाई की व्यवस्था नहीं है। कुल मिलाकर यहां रहने वाले विद्यार्थियों का स्वास्थ्य खतरे में है फिर भी छात्र यहां रहकर डाक्टर बनने के लिए पढ़ाई कर रहे हैं।
मेस का भोजन मजबूरी बन गई
होस्टल में रहने वाले विद्यार्थियों के भोजन की व्यवस्था के मामले में मेयो प्रशासन न तो गंभीर नजर आ रहा और न ही समस्या का निराकरण कर विद्यार्थियों को दोष रहित भोजन उपलब्ध कराने की पहल की जा रही है। पिछले दो माह से मेस संचालन के लिए निविदा प्रक्रिया शुरू नहीं की गई है। अन्य कोई व्यवस्था न होने के कारण उक्त दोनों मेस से भोजन प्राप्त करना निवासी विद्यार्थियों की मजबूरी बन गई है।
जल्द आमंत्रित करेंगे निविदा
मेयो में निवासी विद्यार्थियों को भोजन उपलब्ध कराने के लिए शीघ्र ही अधिकृत मेस शुरू की जाएगी। इसके लिए निविदा प्रक्रिया पूर्ण कर स्थायी मेस संचालक को नियुक्त किया जाएगा। मेयो प्रशासन इस मामले में गंभीरता बरते हुए है। साथ ही मेस में मिलने वाले भोजन की शुद्धता की जांच की भी व्यवस्था की जा रही है।
(एक अधिकारी)

Created On :   24 April 2018 3:49 PM IST