नेशनल वॉलीबाल कॉम्पिटीशन में खेलेंगे छिंदवाड़ा के दो खिलाड़ी

Two players from Chhindwara will play in National Volleyball Competition
नेशनल वॉलीबाल कॉम्पिटीशन में खेलेंगे छिंदवाड़ा के दो खिलाड़ी
नेशनल वॉलीबाल कॉम्पिटीशन में खेलेंगे छिंदवाड़ा के दो खिलाड़ी

डिजिटल डेस्क छिंदवाड़ा/जुन्नारदेव ।आगामी 27 अक्टूबर से दक्षिणी राज्य आंध्रप्रदेश के नेल्लोजरेला में राष्ट्रीय वॉलीबाल स्पर्धा प्रारंभ हो रही है। 31 अक्टूबर तक चलने वाली इस राष्ट्रीय व्हॉलीबॉल स्पर्धा अंडर-17 में मध्यप्रदेश राज्य की टीम भी हिस्सा ले रही है। इस राष्ट्रीय वॉलीबॉल स्पर्धा में मप्र की टीम के लिए नंदलाल नमन साहू और प्रेरणा चौहान का चयन किया गया है। यह दोनों ही खिलाड़ी स्थानीय नंदलाल सूद और जनजातीय कार्य विभाग के है। आंध्र प्रदेश के नेल्लाजरेला में खेली जाने वाली इस राष्ट्रीय वालीबॉल स्पर्धा अंडर-17 में मप्र की लड़के और लड़कियों की 12-12 सदस्यीय टीम भी प्रतिनिधित्व करेगी। मध्यप्रदेश राज्य की इस टीम का हिस्सा बनने के लिए दीपावली की रात को ही नमन साहू पिता हरि नारायण साहू और कुमारी प्रेरणा चौहान पिता तिलकराज चौहान खंडवा के लिए रवाना हो गए। गौरतलब यह है कि आगामी 20 से 25 अक्टूबर तक की अवधि में मप्र राज्य टीम के लिए प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया है। नेल्लाजरेला में अपनी क्षमता दिखाने के लिए यह टीम खंडवा से ही रवाना होगी। नगर और जनजाति कार्य विभाग के इन दो छात्र छात्राओं की अप्रतिम उपलब्धि के लिए शिल्पा जैन  सहायक आयुक्त जनजातीय कार्य विभाग रोशन राय अनुभागीय अधिकारी जुन्नारदेव, सीके दुबे सहायक संचालक , हरीश पांडे प्राचार्य नंदलाल सूद और क्रीड़ा अधिकारी अनुरोध श्याम शर्मा के द्ववारा इस हेतु अथक प्रयास किए गए हैं। खिलाडयि़ों की एक बड़ी उपलब्धि पर कोच प्रकाश अजवानी, अनुराग श्याम शर्मा, अनुरोध शर्मा, धनंजय चौरसिया, राजीव गोतम, पूर्वी कुमरे के साथ शालेय शिक्षा कार्यालयीन स्टाफ  के वर्षा बन्देवार, मनोज शर्मा, बीडी घटकरें और अलका तेलंग की ओर से श्रेष्ठ प्रदर्शन हेतु शुभकामनाएं दी गई है। दीपावली पर जनजाति कार्य विभाग व्दारा  जलाए उपलब्धियों इन  दीप के कारण नगरवासी भी गौरांवित हैं ।
- वृद्धाश्रम में ऐसी मनाई दीवाली- दीवाली का पर्व जहंा लोग अपने घर परिवार के लोगों के साथ मिलकर पर्व की खुशियां बांट रहे थे तो वहीं गोधुलि वृद्धाश्रम में बूढ़ी आंखे अपनों का इंतजार करती रही। दीवाली के दिन भर जब इनसे मिलने कोई नहीं आया तो इन्होंने भी एक बार फिर अपने आंसओं को पोछा और त्यौहार मनाया। इस दौरान उनके परिवार के सदस्यों तो नहीं लेकिन वृद्धाश्रम में रहने वाले उनके वृद्ध साथी जो हर सुख-दुख में उनका साथ देकर परिवार का हिस्सा बन गए है उन्हीं के साथ दीवाली की खुशिया बांटी।

 

Created On :   21 Oct 2017 1:31 PM IST

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