ग्रामीणों का अल्टीमेटम: डेम का सेंक्शन निरस्त नहीं तो चुनाव का करेंगे बहिष्कार

मोहखेड़ की आठ ग्राम पंचायत से आए किसानों ने प्रशासनिक अधिकारियों को दी चेतावनी, पहले भी कर चुके हैं शिकायत, जलाशय के नि ग्रामीणों का अल्टीमेटम: डेम का सेंक्शन निरस्त नहीं तो चुनाव का करेंगे बहिष्कार

डिजिटल डेस्क छिंदवाड़ा। जलाशय निर्माण से नाराज आठ ग्राम पंचायत के ग्रामीणों ने मंगलवार को चुनाव बहिष्कार की चेतावनी देकर अफसरों को सकते में डाल दिया है। लंबे समय से डेम की स्वीकृति निरस्त करने की मांग कर रहे ग्रामीणों ने मंगलवार को जिला मुख्यालय में आकर प्रदर्शन किया। इनका कहना था कि इस डेम के निर्माण से उनका रोजी रोजगार छिन जाएगा। जमीन के साथ-साथ उनका पुश्तैनी मकान भी डूब क्षेत्र में आ रहा है।
मामला मोहखेड़ विकासखंड की ग्राम पंचायत धगडिय़ा माल का है। यहां कन्हान कॉम्पलेक्स संगम-2 में गोल्हानिया डेम का निर्माण कार्य किया जा रहा है। जिसमें ग्राम पंचायत धगडिया माल,  बेलगांव माल, खिडक़ी कनेटी, बीजागोरा, भवारी, मेहलारीबाकुल, उमरडोह, पर्वतनघोघरी के अंतर्गत आने वाले ग्राम प्रभावित हो रहे हैं। इन गांवों के ग्रामीण लंबे समय से शिकायत कर रहें हैं। ग्रामीणों ने बताया कि आदिवासी बहुल इन गांवों से उनकी पुश्तैनी यादें जुड़ी है, लेकिन डूब क्षेत्र में आने की वजह से उनके मकानों के साथ-साथ जमीन भी छिन जाएगी। सरकार इतना भी मुआवजा नहीं दे रही है कि वे कहीं और जाकर घर मकान बनवा सकें। कई बार शिकायत के बाद भी जब कोई कार्रवाई नहीं हुई तो मंगलवार को मुख्यालय आकर प्रदर्शन करते हुए ग्रामीणों ने त्रि-स्तरीय पंचायत चुनाव के बहिष्कार की चेतावनी अधिकारियों को दे दी।
अधिसूचना का हो चुका है प्रकाशन
ग्रामीणों ने बताया कि लगातार निर्माण का विरोध करने के बाद भी प्रशासन द्वारा पिछले दिनों अधिसूचना का प्रकाशन कर दिया गया है। जबकि सभी ग्राम पंचायत के ग्रामीण इसका कड़ा विरोध कर रहे हैं। नाममात्र का मुआवजा दिया जा रहा है। जिसमें भी अधिकारी मुआवजा प्रकरण मुंह देखकर बना रहे हंैं।
ग्रामीण बोले... भूखे मरने की आ जाएगी नौबत
क्षेत्र के जनपद सदस्य धर्मराज कुमरे ने बताया कि इस डेम के निर्माण से ग्रामीणों के सामने भूखे मरने की नौबत आ जाएगी। जमीन तो छिनेगी ही साथ में घर छोडकऱ भी जाना होगा। जिससे खेती के अलावा पशु पालन का व्यवसाय भी पूरी तरह से बरबाद हो जाएगा। इन हालातों में गरीब आदिवासियों का जीवन-यापन दुर्लभ हो जाएगा। इस वजह से ग्रामीण इस डेम निर्माण का विरोध कर रहे हैं।

Created On :   14 Dec 2021 8:51 PM IST

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