सीसीटीवी लगाने में यूनिवर्सिटी कर रही लापरवाही, दस्तावेजों की सुरक्षा पर मंडरा रहा खतरा

university in imposing CCTV, threatening the safety of documents
सीसीटीवी लगाने में यूनिवर्सिटी कर रही लापरवाही, दस्तावेजों की सुरक्षा पर मंडरा रहा खतरा
सीसीटीवी लगाने में यूनिवर्सिटी कर रही लापरवाही, दस्तावेजों की सुरक्षा पर मंडरा रहा खतरा

डिजिटल डेस्क,नागपुर। यूनिवर्सिटी की खामियां इतनी है कि आए दिन कोई न कोई इन खामियों को लेकर विवाद सामने आ ही जाता है। यूनिवर्सिटी में सीसीटीवी कैमरे लगाने को लेकर लंबे समय से टालमटोल रवैया अपनाया जा रहा है। इस मुद्दे पर वरिष्ठ अधिकारी पल्ला झाड़ने का काम कर रहे है।  बता दें कि बीते एक वर्ष से भी अधिक समय से परीक्षा भवन के तमाम सीसीटीवी कैमरे बंद हैं। परीक्षा भवन में परीक्षा के प्रश्नपत्रों से लेकर उत्तरपुस्तिकाओं, मार्कशीट, डिग्री, रिजल्ट जैसे तमाम तरह के अहम दस्तावेज होते हैं। 

सुरक्षा के लिए जरूरी है सीसीटीवी 
इनकी सुरक्षा व्यवस्था और यहां होने वाली गलत हरकतों पर नजर रखने के लिए नागपुर यूनिवर्सिटी ने इमारत में जगह-जगह सीसीटीवी कैमेरे लगा रखे हैं। लेकिन आश्चर्य की बात यह है कि ये सीसीटीवी कैमरे महज दीवार पर लगे डिब्बे साबित हो रहे हैं। ऐसे में परीक्षा विभाग की इस दौरान की कोई भी सीसीटीवी फुटेज यूनिवर्सिटी के पास नहीं है। बीते दिनों भी भास्कर ने यह मुद्दा प्रकाशित किया था। अधिकारियों ने दावा किया था कि वे सुरक्षा के प्रति सजग है, और तुरंत सीसीटीवी कैमरे लगाकर सुरक्षा के प्रबंध पुख्ता किए जाएंगे। लेकिन अब तक कैमेरे सुचारु नहीं हो सके, ऐसे में अधिकारी परीक्षा भवन की सुरक्षा के प्रति कितने गंभीर है, इसका अंदाजा लगाया जा सकता है।

कुलगुरु अनभिज्ञ
इस मामले में परीक्षा नियंत्रक डॉ. नीरज खटी का दावा है कि नए सीसीटीवी कैमरे के लिए उन्होंने काफी पहले प्रस्ताव भेज रखा है। जिसे प्रशासकीय अनुमति मिलने की है। लेकिन एक वर्ष से भी ज्यादा समय से परीक्षा भवन के सीसीटीवी बंद पड़े हैं, इसकी भनक तक यूनिवर्सिटी कुलगुरु डॉ. सिद्धार्थविनायक काणे को नहीं है। इस संबंध मंे उनसे पूछने पर उन्होंने स्वयं को मामले से पूरी तरह अनजान बताया। सवाल है कि अगर विवि के उच्च स्तर के अधिकारी ही इस मुद्दे पर गंभीर नहीं है, तो परीक्षा भवन की सुरक्षा भगवान भरोसे ही कही जा सकती है।

हर साल 16 करोड़ का बजट
यूनिवर्सिटी की कार्यप्रणाली में परीक्षा विभाग का अहम कार्य है। स्टूडेंट्स के तमाम शैक्षणिक रिकॉर्ड, परीक्षा के प्रश्नपत्र, उत्तरपुस्तिकाएं, मूल्यांकन कार्य और परिणाम जैसे अत्यंत गोपनीय कार्य यहां होते हैं। नागपुर यूनिवर्सिटी भी इसकी अहमियत को समझ कर हर साल बजट में परीक्षा विभाग के रख रखाव के लिए करोड़ों रुपए का प्रावधान रखता है। बीते बजट में भी परीक्षा भवन के लिए रखा, उपकरणों की खरीदी के लिए विश्वविद्यालय ने 16 करोड़ रुपए का बजट रखा था। लेकिन इसके बावजूद परीक्षा भवन में सीसीटीवी कैमरे जैसे अत्यंत महत्वपूर्ण सुरक्षा उपकरणों की अनदेखी की जा रही है। अपने परीक्षा विभाग की गोपनीयता और सुरक्षा के प्रति नागपुर विवि प्रशासन कितना गंभीर है, यह अंदाजा लगाया जा सकता है। उल्लेखनीय है कि विवि के परीक्षा विभाग के इतिहास में कोहचाड़े प्रकरण जैसे कई दाग हैं। जिनमें विवि के अंदरुनी अधिकारियों की मिलीभगत से ही परीक्षा परिणामों और अन्य गोपनीय प्रक्रियाओं में गड़बड़ियां की गईं। ऐसे में अब एक बार फिर परीक्षा विभाग में सीसीटीवी कैमरों का बंद होना, नए हादसों और प्रकरणों को आकर्षित कर रहा है।

Created On :   17 March 2018 2:25 PM IST

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