यूनिवर्सिटी ने तैयार किया नैक मूल्यांकन प्लान, 450 कॉलेजों पहले होंगे शामिल

University prepares NAC assessment plan, 450 colleges included first
यूनिवर्सिटी ने तैयार किया नैक मूल्यांकन प्लान, 450 कॉलेजों पहले होंगे शामिल
यूनिवर्सिटी ने तैयार किया नैक मूल्यांकन प्लान, 450 कॉलेजों पहले होंगे शामिल

डिजिटल डेस्क, नागपुर। प्रदेश सरकार ने आगामी कुछ सालों में प्रदेश के गैर कृषि विश्वविद्यालयों का कायापलट करने का निर्णय लिया है। इसी दिशा में  नागपुर यूनिवर्सिटी ने भी अपने पांच सालों का प्रोस्पेक्टिव प्लान तैयार किया है। इसमें कॉलेजों में बेहतर पढ़ाई और सुविधाओं को सुनिश्चित करने के लिए उनका नैक मूल्यांकन, पाठ्यक्रमों को एनबीए का मूल्यांकन के साथ बेहतर सुविधाएं नहीं दे पाने वाले कॉलेजों का शटर डाउन करने जैसे कार्य भी शामिल हैं।

यूनिवर्सिटी इसके अलावा अपने यहां होने वाले संशोधन पर भी जोर देगा। उद्योग या इंडस्ट्री को कंसल्टेसी सेवाएं देकर आय बढ़ाने का भी लक्ष्य रखा गया है। वहीं स्थानीय उद्योग और स्वराज संस्थाओं से करार करके विद्यार्थियों को रोजगार के बेहतर अवसर दिलाने के भी प्रयास किए जाएंगे। यूनिवर्सिटी प्र-कुलगुरु डॉ. प्रमोद येवले के दावा किया है कि, यूनिवर्सिटी अपने इस रोडमैप का सख्ती से पालन करेगा और विद्यार्थियों को बेहतर शिक्षा और रोजगार के मौके उपलब्ध कराएगा। 

यूनिवर्सिटी से थे कुल 603 कॉलेज संलग्न 
यूनिवर्सिटी का दावा है कि, वह आगामी कुछ समय में उनके 450 कॉलेजों का हर हाल में  नेशनल नैक मूल्यांकन पूरा करेंगे। यही नहीं बल्कि करीब 88 कॉलेजों में नैक का ‘अ’ दर्जा प्राप्त करने लायक सुविधाएं मुहैया कराने पर जोर दिया जाएगा। सभी पाठ्यक्रमों को नेशनल बोर्ड ऑफ एक्रिडेशन (एनबीए) से मूल्यांकन प्राप्त बनाया जाएगा। यही नहीं यूनिवर्सिटी  ने बेहतर पढ़ाई और सुविधाएं नहीं दिला पाने वाले कॉलेजों का शटर डाउन करने की भी तैयारी की है। यह प्रक्रिया शुरू भी कर दी गई है।

यूनिवर्सिटी ने बीते दिनों 98 कॉलेजों को असंलग्नित करने का घोषणा की। इसी के साथ और 53 कॉलेजों को असंलग्नित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। ऐसे में आगामी कुछ समय में यूनिवर्सिटी संलग्न कॉलेजों की संख्या 450 के करीब होगी। अब तक यूनिवर्सिटी से कुल 603 कॉलेज संलग्न थे। 

यूनिवर्सिटी की आमदनी बढ़ाने का लक्ष्य
नागपुर विश्वविद्यालय ने अपने यहां होने वाले शोधकार्य को और अधिक निखारने का लक्ष्य रखा है। इसमें उद्योगों या स्थानीय इकाईयों को संबंधित विषय के विशेषज्ञों की सेवाएं देकर विवि की आमदनी बढ़ाने का भी लक्ष्य रखा गया है। फिलहाल यूनिवर्सिटी कंसल्टेंसी सेवाओं से 26 लाख की आमदनी पाता है। इसे बढ़ाकर 80 लाख पर ले जाने पर यूनिवर्सिटी का जोर होगा।

100 से अधिक रोजगारोन्मुख पाठ्यक्रम शुरू करने की तैयारी
यूनिवर्सिटी अपने यहां 100 से अधिक रोजगारोन्मुख पाठ्यक्रम शुुरू करने की तैयारी कर रहा है। इसमें टाइगर टूरिज्म, फ्लाय एेश यूटिलाइजेशन, बांबू टेक्नोलॉजी, स्पोर्ट्स मेडिसिन, ऑनर्स इन साइकोलॉजी, कॉमर्स, स्पोर्ट्स मैनेजमेंट, एमए इन इनवायरमेंट इकोनॉमिक्स जैसे कई पाठ्यक्रमों का समावेश है। यूनिवर्सिटी प्र-कुलगुरु डॉ. प्रमोद येवले ने यूनिवर्सिटी के प्रॉस्पेक्टिव प्लान के प्रस्तुतिकरण के दौरान यह घोषणा की।

उन्होंने कहा कि, स्थानीय युवाओं को रोजगार दिलाने के उद्देश्य से यूनिवर्सिटी यह नए पाठ्यक्रम शुरू कर रहा है। इसी के साथ विश्वविद्यालय उद्योगों, मनपा, जिला परिषद, ग्राम पंचायत जैसी स्थानीय संस्थाओं से भी विश्वविद्यालय करार करेगा।

Created On :   23 July 2018 3:55 PM IST

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