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उपराष्ट्रपति नायडू ने कहा - कर प्रणाली को और सरल बनाने की जरूरत
डिजिटल डेस्क, नागपुर। उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने ऐच्छिक अनुपालन कोे प्रोत्साहन देने और कर संबंधी मामलों की संख्या कम करने के लिए कर प्रणाली को अधिक सुलभ बनाने का आह्वान किया है। कर प्रणालि को सरल बनाने के लिए सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों की उन्होंने सराहना की। उन्होंने कहा कि अनुकूल आैर पारदर्शी कर व्यवस्था निर्माण करने के लिए प्रयास जारी रहने चाहिए। नागपुर में राष्ट्रीय प्रत्यक्ष कर अकादमी (एनएडीटी) में भारतीय राजस्व सेवा के 74वीं बैच के समापन कार्यक्रम में उपराष्ट्रपति बोल रहे थे।
सुशासन आधार स्तंभ
उपराष्ट्रपति ने कहा कि करदाताओं को अनुकूल आैर पारदर्शी प्रशासकीय सेवा देते समय तकनीक की काफी मदद मिल सकती है। राष्ट्र के विकास में भारतीय राजस्व सेवा और कर संकलन माध्यम की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। कर कानून, कार्य पद्धति तथा अन्य बातों की ओर ध्यान देने के बजाय अनुपालन सरल बनाने पर जोर देना चाहिए। उन्होंने कहा कि कर प्रणाली सरल होने पर जनता समय पर स्वेच्छा से और आसानी से कर भर पाएगी। प्रभावी कर प्रशासन राष्ट्रीय विकास की नींव और सुशासन का आधार स्तंभ है, इसलिए कर संकलन बढ़ाना बहुत जरूरी है।
कर संकलन पारदर्शी हो
उन्होंने कहा कि कर संकलन पारदर्शी आैर आसान पद्धति से होनी चाहिए। पिछले कुछ वर्षों में कर कानून में बहुत से सुधार किए गए हैं, साथ ही अपील को टालने के लिए कर संबंधी मामलों के व्यवस्थापन पर ध्यान केंद्रित करना, फेसलेस शासन और अन्य दूरगामी नीतिगत उपायों के लिए सीबीडीटी की उन्होंने सराहना की। सरकार की दृष्टि में कर केवल कमाई का स्रोत नहीं है, बल्कि सामाजिक-आर्थिक उद्देश्य पूर्ण करने के लिए प्रभावी साधन भी है। युवा अधिकारियों को काम के दौरान आने वाली चुनौती और परेशानी के कारण हताश न होते हुए सलाह-मशविरा कर अपने कर्तव्य का निर्वहन करना चाहिए।
राज्यपाल भी उपस्थित थे
उपराष्ट्रपति ने कर प्रशासन की समकालीन आैर भविष्य की जरूरतों का विचार कर अधिकारियों को प्रशिक्षण देने के लिए एनएडीटी के अधिकारियों और शिक्षकों की सराहना की। केंद्रीय प्रत्यक्ष कर मंडल द्वारा इस वर्ष सर्वाधिक आयकर संकलन सुनिश्चित करने में सफल होने के लिए अभिनंदन किया, साथ ही फेसलेस असेसमेंट योजना को लागू करने के लिए किए गए प्रयासों के लिए भी सराहना की। कार्यक्रम में राज्यपाल भगतसिंह कोश्यारी, राज्य के ऊर्जा मंत्री नितीन राऊत, सीबीडीटी के अध्यक्ष जे. बी. मोहापात्रा, डी. जी. एनएडीटी, आईआरएस के 74वीं बैच के अधिकारी उपस्थित थे।
नवल कुमार जैन को मिले 7 स्वर्ण पदक
उपराष्ट्रपति ने भारतीय राजस्व सेवा के प्रशिक्षणार्थियों द्वार 16 महीने का प्रशिक्षण प्राप्त कर उत्कृष्ट काम करने वाले अधिकारियों का सत्कार किया। प्रशिक्षणार्थी अधिकारी नवल कुमार जैन को अर्थ मंत्री स्वर्ण पदक के साथ विविध विषयाें में सफलता प्राप्त करने के लिए 7 स्वर्ण पदक प्रदान किए गए। 74वीं बैच में 54 अधिकारी भारतीय राजस्व सेवा के तथा दो अधिकारी रॉयल भूटान सर्विस के हैं। इसमें 21 महिला अधिकारियों का समावेश है। प्रशिक्षण लेने वालों में सर्वाधिक अधिकारी उत्तर प्रदेश से हैं।
Created On :   29 April 2022 9:59 PM IST