विदर्भ में विद्युत दरों में सुविधा, पड़ोसी राज्यों से सस्ती मिल रही बिजली

Vidarbha getting low rate electricity compared to neighboring states
विदर्भ में विद्युत दरों में सुविधा, पड़ोसी राज्यों से सस्ती मिल रही बिजली
विदर्भ में विद्युत दरों में सुविधा, पड़ोसी राज्यों से सस्ती मिल रही बिजली

डिजिटल डेस्क,नागपुर।  विदर्भ में विद्युत दरों में भारी सुविधा प्रदान की जा रही है इसी वजह से  पड़ोसी राज्यों से यहां सस्ती मिल रही है।  नए उद्योगों को आकर्षित करने तथा औद्योगिक दृष्टि से पिछड़े विदर्भ व मराठवाड़ा सहित राज्य के अविकसित क्षेत्रों में उद्योगों को लाने के लिए मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस तथा ऊर्जा मंत्री चंद्रशेखर बावनकुले के प्रयासों से विद्युत दरों में भारी सुविधा प्रदान की गई। इसी का परिणाम है कि, केवल विदर्भ में 1800 लघुदाब उपभोक्ताओं और 300 उच्चदाब औद्योगिक उपभोक्ताओं की बढ़त दर्ज की गई है।

सरकार ने 2016-17 में विदर्भ के उद्योगों को विद्युत दर घटाने के लिए 349.62 करोड़ रुपए तथा 2017-18 में 587.98 करोड़ रुपए का अनुदान दिया है। सरकार के इस निर्णय से विदर्भ में औद्योगिक विद्युत दर पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ़ व अन्य राज्यों से नीचे आ गई है। उल्लेखनीय है कि, विद्युत दर में अंतर के कारण पिछले वर्ष कई स्टील उद्योगों ने विदर्भ का साथ छोड़ छत्तीसगढ़ का दामन थाम लिया था। अब धीरे-धीरे वे भी वापिस आ रहे हैं। 

जितनी अधिक बिजली का उपयोग, छूट उतनी  
अनुदान राशि इस बात पर आधारित है कि, उद्योग कितनी बिजली का उपयोग कर रहा है। संलग्न भार का 26 प्रतिशत तक उपयोग करने वाले उद्योगों को यह सुविधा मिल रही है। जैसे-जैसे उपयोग बढ़ेगा अनुदान राशि उसी अनुपात में बढ़ेगी। अनुदान के चलते इन क्षेत्रों के उद्योगों को 1 रुपए से लेकर 1 रुपया 65 पैसे प्रति यूनिट तक की छूट मिल रही है। इसके अलावा नए उद्योगों को 50 पैसे की अतिरिक्त छूट प्राप्त हो रही है। 

ओपन असेस से हुई घर वापसी
अधिक विद्युत दर के कारण कई उद्योगों ने महावितरण से बिजली खरीद बंद कर सीधे विद्युत उत्पादकों से बिजली लेना शुरू कर दिया था।  इससे महावितरण तथा परोक्ष रूप से सरकार को भी नुकसान उठाना पड़ रहा था। ऊर्जामंत्री चंद्रशेखर बावनकुले के पिछड़े क्षेत्रों के औद्योगिकीकरण की नीति के चलते शासन ने इन क्षेत्रों को अनुदान दिया। इससे नए उद्योगों के साथ-साथ महावितरण का साथ छोड़ ओपन असेस में गए उद्योगों की भी घर वापसी हुई है। महावितरण से साफ किया है कि, प्रबंध निदेशक संजीवकुमार के प्रभावी मार्गदर्शन में प्रादेशिक निदेशक भालचंद्र खंडाईत एवं उनके सहयोगी औद्योगिक उपभोक्ताओं को उत्तम सेवा दे रहे हें तथा इसके लिए कटिबद्ध हैं। 

Created On :   28 April 2018 11:12 AM GMT

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