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फिर उठी अलग विदर्भ राज्य की मांग, 'नागपुर करार' की जलाई होली

डिजिटल डेस्क, नागपुर। पृथक विदर्भ की मांग को लेकर कई संगठन सड़क पर आए और जमकर विरोध प्रदर्शन हुआ। गुरुवार को संविधान चौंक पर मिशन विदर्भ के कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार को कड़े शब्दों में चेतावनी देते हुए नागपुर करार की होली जलाई। साथ ही केलकर समिति की रिपोर्ट की प्रतियों को आग के हवाले किया। हालांकि इस दौरान भड़की आग से कार्यकर्ताओं ने बचने की कोशिश की, तभी समाजसेवी उमेश चौबे लड़खड़ा कर जमीन पर गिर गए। प्रदर्शनकारियों ने किसानों की आत्महत्या, कपास रोजगार और बड़े व्यवसाय चौपट होने का मुद्दा जोरशोर से उठाया।
विदर्भ राज्य आंदोलन समिति का 50 स्थानों पर प्रदर्शन
विदर्भ राज्य आंदोलन समिति की ओर से 50 से अधिक स्थानों पर प्रदर्शन किया गया। नागपुर करार और केलकर समिति की रिपोर्ट की होली जलाई गई। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि विदर्भ के साथ अन्याय हो रहा है। इस मौके पर डॉ. श्रीनिवास खांदेवाले, मुख्य संयोजक राम नेवले और शहर अध्यक्ष राजकुमार नागुलवार ने संबोधित किया। जिन्होंने कहा कि 28 सितंबर 1953 को विदर्भ को महाराष्ट्र में जबरन शामिल कर लिया गया। तब से विदर्भ के साथ भेदभाव हो रहा है। राज्य में 23 प्रतिशत नौकरी विदर्भ के युवाओं को मिलनी चाहिए थी। लेकिन 8 प्रतिशत नौकरी ही मिल पाती है। इसके अलावा संगठनों ने आरोप लगाया कि सिंचाई, सड़क समेत अन्य विकास कार्यों के 1.50 लाख रुपए विदर्भ से छीने गए हैं।

Created On :   29 Sept 2017 12:22 AM IST