वर्धा के दाते बने विदर्भ साहित्य संघ के अध्यक्ष

Wardhas donor became the president of Vidarbha Sahitya Sangh
वर्धा के दाते बने विदर्भ साहित्य संघ के अध्यक्ष
जिम्मेदारी वर्धा के दाते बने विदर्भ साहित्य संघ के अध्यक्ष

डिजिटल डेस्क, वर्धा. विदर्भ साहित्य संघ की नागपुर के सीताबर्डी स्थित संघ के सांस्कृतिक संकुल में आयोजित कार्यकारिणी की बैठक में विदर्भ साहित्य संघ के अध्यक्ष पद पर प्रदीप दाते का चयन किया गया। संघ के पूर्व अध्यक्ष मनोहर म्हैसालकर के निधन के बाद यह पद रिक्त हो गया था। विदर्भ साहित्य संघ के महासचिव विलास मानेकर की अध्यक्षता में यह बैठक ली गई। इसमें संघ के अध्यक्ष पद के लिए प्रदीप दाते के नाम पर मुहर लगाई गई। प्रदीप दाते वर्तमान कार्यकारिणी में शाखा समन्मयक के रूप में कार्यरत हैं। 

उन्हें संस्थात्मक कार्य का दीर्घ अनुभव हैं। चार दशकों से वे सामाजिक, सांस्कृतिक व शैक्षणिक क्षेत्र में कार्यरत हैं। यशवंतराव दाते स्मृति प्रतिष्ठान के वे अध्यक्ष हैं। विविध सामाजिक संगठनों में विविध पदों पर कार्यरत हैं। विदर्भ साहित्य संघ से तीन दशकों से जुड़े हैं। अखिल भारतीय मराठी साहित्य महामंडल में वह विदर्भ साहित्य संघ का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। राज्य के कई सामाजिक कार्यकर्ता व साहित्यकारों से उनके करीबी संबंध हैं। कार्यकारिणी ने विश्वास जताया कि दाते के नेतृत्व में विदर्भ साहित्य संघ का कार्य समर्थ रूप से आगे भी किया जाएगा।

इन नामों पर भी हुई चर्चा

प्रदीप दाते, नवनियुक्त अध्यक्ष, विसासं के मुताबिक विदर्भ साहित्य संघ के अध्यक्ष पद के लिए डॉ. अक्षय कुमार काले, मदन कुलकर्णी, डॉ. वि. स. जोग, डॉ. रमाकांत कोलते समेत डॉ. श्रीपाद भालचंद्र जोशी के नाम पर विचार होने की संभावना थी।  डॉ. रवींद्र शोभणे, द्वादशीवार, राम शेवालकर के सुपुत्र आशुतोष शेवालकर व गिरीश गांधी के नाम भी चर्चा में थे। विदर्भ साहित्य संघ का यह शताब्दी वर्ष होने से वर्धा शहर में 3 से 5 फरवरी 2023 तक 96वां अखिल भारतीय मराठी साहित्य सम्मेलन हो रहा हैं। वर्धा का निवासी होने के कारण  सम्मेलन का सफल आयोजन करना मेरे सामने बड़ी जिम्मेदारी है। 

Created On :   20 Oct 2022 8:27 PM IST

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