थैलेसिमिया के मरीज हैं तो भूलकर भी न खाएं पिज्जा , उत्पादन पर नहीं होती कोई भी चेतावनी

Warning : Thalassemia patients should not have to eat the pizza
थैलेसिमिया के मरीज हैं तो भूलकर भी न खाएं पिज्जा , उत्पादन पर नहीं होती कोई भी चेतावनी
थैलेसिमिया के मरीज हैं तो भूलकर भी न खाएं पिज्जा , उत्पादन पर नहीं होती कोई भी चेतावनी

 डिजिटल डेस्क, नागपुर। पिज्जा खाने के शौकीन यदि थैलेसीमिया अथवा कम लौहतत्व की शिकायत से पीड़ित हैं, तो जरा संभल जाइए, क्योंकि डोमिनोज पिज्जा का बेस बनाने के लिए जिस मैदे का इस्तेमाल होता है, वह फोर्टिफाइड गेहूं से बना है। मैदे की बोरी पर स्पष्ट लिखा है कि थैलेसिमिया और कम लौहतत्व की शिकायत से पीड़ितों को सेवन करना मना है। इसके बावजूद पिज्जा की पैकिंग पर इस तरह की चेतावनी नहीं दी गई है। अन्न व औषधि प्रशासन की जांच में यह खुलासा हुआ है।

रोज 5 से 6 ट्रक माल का होता है उत्पादन
बुटीबोरी स्थित ज्यूब्लिएंट फूड वर्क लिमिटेड में डोमिनोज पिज्जा का बेस तैयार किया जाता है। यहां उत्पादित पिज्जा की मध्य भारत के पांच राज्याें में आपूर्ति की जाती है। एक अनुमान के अनुसार प्रतिदिन 5 से 6 ट्रक माल का उत्पादन होता है। एफएसएसआई के निर्देशों के अनुसार किसी भी खाद्य पदार्थ के लिए उपयोग में लाए जाने वाले कच्चे माल का जनसूचना के लिए उल्लेख किया जाना चाहिए। डोमिनोज पिज्जा का बेस बनाने के लिए जो मैदा इस्तेमाल किया जाता है, वह फोर्टिफाइड है। इस मैदे की पैकिंग पर जनसूचना में स्पष्ट लिखा है कि, इसका इस्तेमाल थैलेसीमिया तथा कम लौहतत्व से पीड़ितों के लिए मना है। हैरत इस बात की है कि जिस मैदे से पिज्जा का बेस तैयार किया जाता है, उसकी पैकिंग पर इसकी चेतावनी नहीं दी गई है, न ही उत्पादन सामग्री का जिक्र किया गया है। पिज्जा उत्पादक कंपनी ने यह जानकारी छिपाने से थैलेसीमिया तथा कम लौहतत्व से पीड़ित बेहिचक पिज्जा का सेवन कर रहे हैं, जिससे उनके स्वास्थ्य पर विपरीत परिणाम होने की खतरा बना हुआ है।

नोटिस भेजकर चेतावनी देंगे
डोमिनोज पिज्जा बनाने के लिए जिस मैदे का उपयोग किया जाता है, उसकी बोरी पर थैलेसिमिया और कम लौहतत्व के मरीजों को सेवन करने मनाही की चेतावनी लिखी है, परंतु पिज्जा के बॉक्स पर यह चेतावनी नहीं दी गई है। कंपनी को नोटिस भेजकर चेतावनी लिखने के लिए सूचित किया जाएगा। 
शशिकांत केकरे, सहसंचालक, अन्न व औषधि प्रशासन

ग्राहकों के साथ खिलवाड़

डोमिनोज पिज्जा की सामग्री में फोर्टिफाइड मैदा इस्तेमाल किया जाता है। इस मैदे की बोरी पर थैलेसीमिया और कम लौहतत्व की शिकायत से पीड़ितों को सेवन करने से मना किया गया है। दु:ख की बात है कि, एक नामचीन कंपनी के उत्पादन पर यह चेतावनी नहीं दी गई है। ग्राहकों के साथ सरासर खिलवाड़ है। इसके विरोध में उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया जाएगा।
शाहीद शरीफ, चेयरमैन, एंटी अडल्टरेशन कंज्यूमर सोसाइटी

इसके संबंध में मुझे जानकारी नहीं है

इस मामले में जब हमने डोमिनोज पिज्जा कंपनी के प्रतिनिधि हरगोविंद मीणा से बात की तो उन्होंने बताया कि, उन्हें इस तरह की कोई जानकारी नहीं है।

जांच में क्या पाया
1. डोमिनोज पिज्जा बनाने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली सामग्री पर अल्फा प्रो एफएफ 381 वनस्पति की पैकेट पर "नो ट्रांस फैट" लिखा नहीं है। उसी से बनाए गए पिज्जा के पैकेट पर भी "नो ट्रांस फैट" लिखा नहीं है।
2. पिज्जा बनाने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा मैदा फोर्टिफाइड है। बोरी पर "नॉट रिकमेंडेड फॉर पीपल वीथ थैलेसीमिया एंड पीपल ऑन लो आयरन डाइट" चेतावनी स्पष्ट लिखी है। उसी मैदे से बनाए गए पिज्जा पर यह चेतावनी नहीं दी गई है।
3. उत्पादन तैयार करने वाले कामगार हैंडग्लोब्स का इस्तेमाल नहीं कर रहे थे।
4. पिज्जा उत्पादन के लिए आवश्यक खाद्य सामग्री का भंडार में संग्रह किया गया है। वहीं उसे उत्पादन के लिए कच्चे माल की सप्लाई की जाती है।

Created On :   9 July 2018 9:03 AM GMT

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