बैठक में भड़के नितीन गडकरी अधिकारियों को पिलाया पानी

District Mineral Fund is not being used in Gadchiroli!
गड़चिरोली में जिला खनिज निधि का नहीं हो रहा कोई उपयाेग!
पानी की कमी बैठक में भड़के नितीन गडकरी अधिकारियों को पिलाया पानी

डिजिटल डेस्क, नागपुर. शहर को कन्हान और पेंच से पानी 700 एमएलडी तक मिल रहा है। पानी की कोई कमी नहीं है। फिर भी नागरिकों को जलसंकट का सामना क्यों करना पड़ रहा है? यह सवाल केंद्रीय मंत्री नितीन गडकरी ने ओसीडब्ल्यू-विवोलिया कंपनी के अधिकारियों से किया। उन्होंने जलापूर्ति वितरण में दोषी व्यक्ति को बर्खास्त करने का निर्देश देते हुए कहा कि पाइपलाइन के नेटवर्क वाले इलाकों में सभी नागरिकों को पानी मिलना चाहिए। बैठक में गडकरी ने कंपनी की कार्यप्रणाली पर नाराजगी भी व्यक्त की। 

टैंकर से घरों तक पहुंचाए पानी 

केंद्रीय मंत्री गडकरी ने कहा कि शहर को हमने पानी उपलब्ध कराया है। अब जलापूर्ति करने की जिम्मेदारी कंपनी की है। पेंच, तोतलाडोह, कन्हान में पानी उपलब्ध है। शहर की सभी पानी की टंकियां पानी से भरी जानी चाहिए। विवोलिया को इस ओर ध्यान देना चाहिए। जहां पाइपलाइन का नेटवर्क नहीं है, वहां टैंकर से पानी लोगों के घरों तक पहुंचाया जाए। इस संबंध में गडकरी ने विवोलिया के सीईओ से फोन पर चर्चा भी की। बैठक में खुलासा हुआ कि नियोजन नहीं होने से जलसंकट की स्थिति निर्माण हुई। 

टंकियों के काम अधूरे 

शनिवार को जलसंकट की समीक्षा करने के लिए गडकरी के आवास पर महत्वपूर्ण बैठक हुई जिसमें विवोलिया व मनपा के अधिकारी, विधायक प्रवीण दटके, मोहन मते, कृष्णा खोपडे, पूर्व महापौर दयाशंकर तिवारी, आयुक्त राधाकृष्णन बी., अविनाश ठाकरे उपस्थित थे। बैठक में विधायकों ने शिकायत करते हुए कहा कि गर्मी के पहले जलापूर्ति करने वाली टंकियों के काम पूरे करने थे, लेकिन अभी तक टंकियों का काम पूरे नहीं हुए हैं। कुछ जलकुंभों के काम चल रहे है, लेकिन टंकियों तक पाइपलाइन पहुंची नहीं है। 

नहीं मिला संतोषजनक जवाब 

प्रवीण दटके ने कहा कि महल, हुड़केश्वर क्षेत्र में पानी कम आ रहा है। पानी पूरी क्षमता से नहीं छोड़ा जा रहा है। आरोप लगाया कि पिछले 10 साल से पाइपलाइन के नेटवर्क की देखभाल दुरुस्ती भी नहीं की गई। उन्होंने कंपनी के पैसे रोकने की भी मांग की। समस्याओं की झड़ी लगने के बाद  केंद्रीय मंत्री गडकरी ने वितरण में तकनीकी त्रुटी के लिए कौन जिम्मेदार है और पानी क्यों नहीं मिल रहा है? इस संबंध में सवाल पूछा, लेकिन प्रशासन से कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिल पाया। उन्होंने कहा कि मार्च-अप्रैल में पानी की मांग बढ़ती है। फिर भी कोई नियोजन नहीं किया गया। कन्हान-कामठी, पेंच से रोजाना कितना पानी मिल रहा है, इसकी भी जानकारी मांगी। नागपुर के आसपास के परिसरों से पानी नहीं मिलने की अनेक शिकायत मिलने की भी जानकारी गडकरी ने दी। 

 
 

 

 

Created On :   24 April 2022 4:37 PM IST

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