कन्हान और कोलार नदी के संगम पर फ्लाई ऐश दिखते ही रोकी गई शहर की जलापूर्ति

Water supply stopped from kanhan, kolar river because of fly ash
कन्हान और कोलार नदी के संगम पर फ्लाई ऐश दिखते ही रोकी गई शहर की जलापूर्ति
कन्हान और कोलार नदी के संगम पर फ्लाई ऐश दिखते ही रोकी गई शहर की जलापूर्ति

डिजिटल डेस्क, नागपुर। शहर को जलापूर्ति करने वाले पानी में फ्लाई ऐश (राख) दिखने से शहर की जलापूर्ति रोक दी गई है। कन्हान नदी के पानी में फ्लाई ऐश दिखाई दिया। वहीं कन्हान और कोलार नदी के संगम पर पानी सफेद दिखा। जांच करने के बाद फ्लाई ऐश होने की पुष्टि होते ही महानगरपालिका प्रशासन ने तुरंत कन्हान जलशुद्धिकरण केंद्र से पानी की पंपिंग रोक दी। लगभग डेढ़ घंटे (सुबह 10 बजे से 11.20 तक) पानी की पंपिंग बंद रही। सूचना महाजेनको (खापरखेड़ा) के मुख्य अभियंता राजेश पाटील को दी गई। ‌वे टीम के साथ कन्हान और कोलार नदी के संगम पर पहुंचे।

संदेह के आधार पर जांच शुरू
पहले संदेह हुआ कि कहीं वारेगांव समीप ऐश टैंक में लीकेज तो नहीं। उसकी जांच की गई पर ऐसा कोई लीकेज या सीपेज नहीं मिला। तब आशंका जताई गई कि फ्लाई ऐश से भरा ट्रक कहीं नदी में तो नहीं पलटा दिया किसी ने। महाजेनको ने इसे आधार बनाकर जांच शुरू कर दी है।

लिवर आैर किडनी पर बुरा असर
फ्लाई एेश का पीने के पानी में मिलना घातक हो सकता है। थर्मल पॉवर स्टेशनों पर बिजली निर्माण में मेटल्स का ज्यादा उपयोग होता है। ऐसे में फ्लाई ऐश में मेटल्स का प्रमाण अधिक रहता है। यह अगर पानी में मिल जाए और उसे पीने के इस्तेमाल में लाए तो पेट, किडनी और लिवर पर असर हो सकता है। यह फ्लाई ऐश के प्रमाण पर भी निर्भर है। 
(डॉ. राजेंद्र चांडक, वरिष्ठ चिकित्सक, नागपुर)

जलापूर्ति प्रभावित

गुरुवार सुबह कन्हान और कोलार नदी के संगम पर पानी में फ्लाई ऐश जैसी सफेदी दिखने से हड़कंप मच गया। डेढ़ घंटे तक कन्हान जलशुद्धिकरण केंद्र पर पंपिंग रोक दी गई। इससे नेहरु नगर जोन, लकड़गंज जोन, बिनाकी, बस्तरवाडी ईएसआर की जलापूर्ति प्रभावित रही। कन्हान से सटे कुछ इलाकों में भी पानी की समस्या निर्माण हुई। 

निर्माणकार्यों में बढ़ा है फ्लाई ऐश का इस्तेमाल 
पिछले कुछ सालों में सीमेंट सड़क और उड़ानपुलों के निर्माणकार्य में धड़ल्ले से फ्लाई एेश का उपयोग हो रहा है। सरकार द्वारा प्रोत्साहित भी किया जा रहा है। ऐसे में कोराड़ी और खापरखेड़ा बिजली केंद्रों से बड़ी मात्रा में फ्लाई एेश की मांग बढ़ी है। ट्रकों से बड़े पैमाने पर फ्लाई एेश परिवहन किया जा रहा है। माना जा रहा है कि इसी दौरान कोई ट्रक फेल हो गया और उसने ट्रक में भरा फ्लाई ऐश नदी के आस-पास उतरा दिया। बारिश के कारण यह फ्लाई ऐश नदी में मिल गया। 

गंभीर परिणाम की आशंका
यह मामला गंभीर है और इसके काफी गंभीर परिणाम होने की आशंका जताई जा रही है। बताया जा रहा है कि कोई भी ऐसा ट्रीटमेंट प्लांट नहीं है, जो फ्लाई ऐश मिश्रित पानी का ट्रीटमेंट करता है।  

Created On :   29 Jun 2018 12:37 PM IST

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