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ताड़ोबा टाइगर रिजर्व में अब वीकेंड होगा डबल महंगा

डिजिटल डेस्क, नागपुर। बाघों के लिए प्रसिद्ध ताड़ोबा-अंधारी टाइगर रिजर्व की सैर फरवरी से और महंगी हो सकती है। हाल ही में संबंधित प्रशासन की ओर से वनमंत्रालय को आरक्षण राशि बढ़ाने से संबंधित प्रस्ताव भेजा है। मंजूरी मिलते ही फरवरी माह से शनिवार व रविवार के लिए करीब 8 हजार रुपए देना होगा व बाकी दिनों 4 हजार रुपए तक देना पड़ सकता है। अब तक कुल मिलाकर 3 हजार 600 रुपए खर्च करने पड़ रहे थे। वन विभाग के जानकारों का कहना है कि इस प्रस्ताव के कारण ताड़ोबा जंगल सफारी के लिए आने वाले सैलानियों की संख्या कम होगी।
चंद्रपुर क्षेत्र स्थित ताड़ोबा अभयारण्य पर्यटकों के लिए खास आकर्षण है। यहां रोजाना सैकड़ों पर्यटक जंगल सफारी का मजा लेने के लिए आते हैं। संख्या दिन-ब-दिन बढ़ रही है, लेकिन अब इसमें कमी हो सकती है। अब तक ताड़ोबा में आनेवाले पर्यटकों को सोमवार से शुक्रवार तक आरक्षण किराया डेढ़ हजार रुपए देना पड़ रहा था। जिप्सी के लिए 2 हजार 200 रुपए लगते थे। गाइड के लिए 350 रुपए खर्च करना पड़ता था। कुल मिलाकर 3 हजार 600 रुपए का किराया जंगल सफारी के लिए 6 पर्यटकों के लिए चुकाना पड़ता था। लेकिन अब इससे ज्यादा राशि देनी पड़ेगी। भेजे गये प्रस्ताव के अनुसार फरवरी से सोमवार से शुक्रवार के लिए 4 हजार रुपए से ज्यादा व शनिवार, रविवार के लिए 8 हजार रुपए से ज्यादा देने पड़ सकते हैं।
ताडोबा-अंधारी टाइगर रिजर्व पर्यटकों की पहली पसंद है। बाघ के दर्शन की सबसे ज्यादा संभावना को देखते हुए अन्य टाइगर रिजर्व के विपरीत ताड़ोबा को लोग ज्यादा तवज्जो देते हैं। बाघों के प्राकृतिक आवास के रूप में ताडोबा-अंधारी टाइगर रिजर्व पूरी दुनिया में प्रसिद्ध हैं. इसी तरह पेंच, नवेगावबांध-नागझिरा, बोर, मेलघाट टाइगर रिजर्व में पर्यटकों की भीड़ लगी रहती है। पिछले कुछ समय से टाइगर साइटिंग के प्रति लोगों में काफी रुझान देखा जा रहा है। शहर से निकट होने के कारण 1-2 दिन की छुट्टी में भी लोग जंगल सफारी का लुत्फ उठा सकते हैं.। ताड़ोबा, बोर जैसे जंगलों में इन दिनों नियमित रूप से बाघों के दर्शन होने से भी पर्यटकों में उत्साह है। यहांं बाघों के अतिरिक्त तेंदुए, हिरन, रीछ, गौर, सांभर, जंगली कुत्ते, मोर, जंगली सुअर जैसे प्राणी भी इन जंगलों में बहुतायत में पाए जाते हैं. न केवल देश से, बल्कि विदेशों से भी लोग बड़ी संख्या में जंगल सफारी के लिए यहां आते है।
Created On :   11 Jan 2018 11:10 AM IST