किसान की हत्या कर पत्नी ने ही फांसी पर लटकाया, दिया आत्महत्या का स्वरुप

wife hanged his farmer husband after doing his murder in ramtek
किसान की हत्या कर पत्नी ने ही फांसी पर लटकाया, दिया आत्महत्या का स्वरुप
किसान की हत्या कर पत्नी ने ही फांसी पर लटकाया, दिया आत्महत्या का स्वरुप

डिजिटल डेस्क, रामटेक(नागपुर) । किसान की हत्या कर  पत्नी ने फांसी पर लटका दिया और घटना को आत्महत्या का स्वरुप देने का प्रयास किया। जांच में यह चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। अरोली पुलिस स्टेशन अंतर्गत वाकेश्वर के संजय चवले को क्षेत्र में किसान आत्महत्या के नाम से प्रचारित किया गया था। संजय के गले में फंदा बंधा हुआ था, जिसे खुदकुशी समझा गया। इसके चलते जमकर राजनीति भी हुई।  

हाथ में पकड़ा दिया था पत्र  
दरअसल, संजय की उसकी पत्नी ने ही हत्या की और उसके हाथ में एक पत्र रखकर इसे किसान आत्महत्या साबित करने का प्रयास किया था, ताकि किसान आत्महत्या का सरकार से मुआवजा लिया जा सके, जबकि ग्रामीण पुलिस अधीक्षक शैलेष बलकवड़े का कहना है कि दिसंबर माह में ही पुलिस ने संदेह के आधार पर हत्या का मामला दर्ज कर लिया था। उसके बाद रविवार को प्रयोगशाला की रिपोर्ट आने के बाद यह बात सामने आई कि किसान ने आत्महत्या नहीं की थी, बल्कि उसकी हत्या की गई थी। हत्या की इस वारदात में उसकी पत्नी भी शामिल है। हत्या की इस वारदात को अवैध संबंधों के चलते अंजाम दिए जाने की दिशा में जांच-पड़ताल शुरू की गई है। इसी दिशा में जांच जारी है।  

पहले ही शक हुआ था  
इस मामले में मृतक की पत्नी सहित 6 लोगों को रविवार को गिरफ्तार किया गया है। आरोपियों में एक महिला और पांच पुरुष हैं। पुलिस को पांच माह बाद इस घटना की गुत्थी सुलझाने में सफलता मिली। संजय की हत्या कर कर्ज के चलते किसान संजय ने दुपट्टा बांधकर खुदकुशी की, ऐसा प्राथमिक अंदेशा व्यक्त किया था। उनकी हत्या कर शव खेत शिवार में फेंक कर उनके हाथ में कर्ज के चलते आत्महत्या कर रहा हूं, चिट्‌ठी रख दी गई थी, लेकिन आत्महत्या को लेकर परिसर में विविध प्रकार की आशंकाएं व्यक्त की गई थीं। अरोली के पुलिस निरीक्षक जिट्टावार ने बताया कि आरोपियों द्वारा हत्या के कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है। पूछताछ जारी है।  

शीतसत्र के दौरान गर्माया था मुद्दा 
घटना 9  दिसंबर 2017 को हुई थी। उस समय नागपुर शीतसत्र चल रहा था। मुख्यमंत्री के जिले में किसान की आत्महत्या से राजनीतिक माहौल गर्मा गया था। विधायक सुनील केदार, कांग्रेस जिलाध्यक्ष राजेंद्र मुलक ने उसी दिन वाकेश्वर में भेंट दी थी। उसके बाद पुलिस अधीक्षक शैलेष बलकवड़े स्वयं वाकेश्वर पहुंचे थे। गुप्त जानकारी निकाली गई थी। स्थिति संदेहास्पद थी। इसके बाद पुलिस ने डेढ़ सौ से अधिक लोगों के बयान दर्ज किए। फोरेंसिक रिपोर्ट प्राप्त होते ही इस मामले में लिप्त आरोपियों को धर-दबोचा गया। आरोपियों में किसान की पत्नी दर्शना चवले, गणेश पुडके, नंदकिशोर सपाटे, ईश्वर सपाटे, महेश वडीचार, पवन नागरिकर सभी वाकेश्वर निवासी शामिल हैं। आगामी 16 मई तक उन्हें पुलिस हिरासत में रखने का आदेश न्यायालय ने दिया है। 

Created On :   15 May 2018 10:22 AM IST

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