पत्नी और बेटी ने मिलकर रची हत्या की साजिश, प्रेमी को दी थी सुपारी

wife killed her husband with the help of daughter and his bf
पत्नी और बेटी ने मिलकर रची हत्या की साजिश, प्रेमी को दी थी सुपारी
पत्नी और बेटी ने मिलकर रची हत्या की साजिश, प्रेमी को दी थी सुपारी

डिजिटल डेस्क, नागपुर। नीरी गेट के पास शुक्रवार की सुबह प्राचार्य मोरेश्वर उर्फ महेश वानखेड़े की हत्या उसकी पत्नी ने ही बेटी के प्रेमी की मद्द से कराई थी।  इस मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया जबकि अंकुश नामक आरोपी फरार है। प्राचार्य की हत्या का कारण घरेलू कलह बताया गया है। पुलिस ने बताया कि मृतक मोरेश्वर नरेंद्र नगर स्थित म्हाडा कालोनी निवासी था। घटना का सूत्रधार शुभम उर्फ बंटी माहुर्ले (19) है, जिसने अपने मित्र अंकित रामलाल काटेवार (19), शशिकांत उर्फ सोनू चंद्रकांत चौधरी (19) और सागर उर्फ पाजी बावरी (20) और अंकुश सभी हिंगना निलडोह निवासी के साथ मिल कर घटना को अंजाम दिया है। मोरेश्वर तड़के दोपहिया वाहन से चंद्रपुर ड्यूटी जाने के लिए घर से निकले, तभी दो दोपहिया वाहन पर आए आरोपियों ने नरेंद्र नगर पुल से मोरेश्वर का पीछा किया। सुभम पुल पर ही रुक गया और अन्य आरोपी पीछा करते हुए गए। नीरी के पास सीसीटीवी कैमरे नहीं होने से मोरेश्वर के वाहन को टक्कर मारकर उसे चलते वाहन से गिरा दिया और तलवार से सिर और गर्दन पर वार कर उसकी हत्या कर दी। आरोपियों ने हत्या को सड़क हादसा तथा लूटपाट दिखाने की हर संभव कोशिश की, लेकिन हड़बड़ाहट में तलवार की म्यान मौके पर ही छोड़ दी।

पूछताछ में हुआ खुलासा
पूछताछ के दौरान पुलिस ने प्राचार्य की पत्नी शिक्षिका अनिता और बेटी सायली का मोबाइल अपने कब्जे में लिया था, जिससे घटना का पर्दाफाश हुआ है। शुभम सायली की कक्षा में पढ़ता है और उसका प्रेमी भी है। सायली विवाहित और तीन वर्षीय बच्ची की मां है। तीन साल पहले उस का प्रेम विवाह हुआ था। शादी के कुछ दिन बाद पति से अनबन होने से वह पिता के घर में आकर एक वर्ष से रह रही है। शुभम का अक्सर सायली के घर आना-जाना लगा रहता था, जिसे मोरेश्वर पसंद नहीं करता था। मोरेश्वर ने बेटी को घर से बाहर निकलने पर प्रतिबंध लगा दिया था। पत्नी अनिता पर चरित्र संदेह के कारण मोरेश्वर से अच्छे संबंध नहीं थे। पति-पत्नी में आए दिन विवाद और मारपीट होती रहती है। कई बार मामला थाने भी पहुंचा है। अजनी थाने में वानखेड़े दंपति की एक-दूसरे के खिलाफ शिकायत भी है। मामला पति-पत्नी के विवाद से जुड़ा होने से उन्हें भरोसा सेल में भी भेजा गया था।

घर में ही रची गई हत्या की साजिश
वानखेड़े दंपति में जारी कलह से शुभम भी वाकिफ था। अनिता और सायली मोरेश्वर से किसी भी तरह से छुटकारा पाना चाहते थे। इसके लिए उन्होंने शुभम से रास्ता पूछा और अक्टूबर के पहले सप्ताह में मोरेश्वर की हत्या की योजना मोरेश्वर के घर में ही बनाई गई। इसमें अनिता, सायली और शुभम शामिल थे। करीब चार लाख रुपए में मोरेश्वर की हत्या की सुपारी शुभम को दी गई थी। एडवांस के तौर पर शुभम को बीस हजार रुपए दिए गए थे। बाकी की रकम हत्या के बाद देने का तय हुआ था। हत्या को सड़क हादसा या लूटपाट बताने की कोशिश थी, लेकिन उनकी योजना पर पानी फिर गया है।

Created On :   5 Nov 2017 7:59 PM IST

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story