युवक कांग्रेस के आंदोलन में उत्साह और गुटबाजी साथ-साथ

With enthusiasm and factionalism in the Youth Congress movement
युवक कांग्रेस के आंदोलन में उत्साह और गुटबाजी साथ-साथ
युवक कांग्रेस के आंदोलन में उत्साह और गुटबाजी साथ-साथ

डिजिटल डेस्क, नागपुर।  रोजगार को लेकर सरकार के विरोध में युवक कांग्रेस के आंदोलन में उत्साह भी रहा और गुटबाजी भी। आंदोलन में युवक कांग्रेस ने जमकर प्रदर्शन किया। लंबे समय बाद शहर में कांग्रेस नेताओं का सड़क पर उत्साह देखा गया। प्रमुख नेताओं के अलावा जिला कांग्रेस के पदाधिकारी शामिल हुए, लेकिन गुटबाजी कायम रही। यानी आंदोलन में उत्साह और गुटबाजी साथ-साथ दिखी। युवाओं का उत्साह बढ़ाने वाले इस आंदोलन में शहर कांग्रेस शामिल नहीं हुई। पूर्व केंद्रीय मंत्री विलास मुत्तेमवार व शहर अध्यक्ष विकास ठाकरे के अलावा उनके समर्थक आंदोलन में शामिल नहीं हुए।

शहर कांग्रेस ने किया किनारा
दबी जुबान में कहा जाता रहा कि इस आंदोलन की तैयारी ही गुटबाजी के प्रदर्शन की मंशा के साथ हुई थी। शहर अध्यक्ष ठाकरे के विरोध में राजनीतिक वर्चस्व का संघर्ष कर रहे नगरसेवक प्रफुल गुडधे पाटील पर्दे के पीछे आंदोलन के मुख्य सूत्रधार थे। खुले तौर पर भले ही आंदोलन का नेतृत्व करने के लिए युवक कांग्रेस को आगे रखा गया था। लेकिन अंदरुनी तौर पर शहर व जिला कांग्रेस के असंतुष्ट नेताओं का शक्ति प्रदर्शन करना था। आंदोलन की तैयारी के लिए पहली बैठक शहर कांग्रेस के बजाय जिला कांग्रेस के कार्यालय में हुई। लिहाजा शहर कांग्रेस ने अंदरुनी रणनीति को देखते हुए आंदोलन से किनारा किया। इस बीच युवक कांग्रेस के शहर अध्यक्ष बंटी शेलके ने कहा है कि आंदोलन को लेकर किसी तरह की गुटबाजी नहीं हुई है। मुत्तेमवार व ठाकरे को भी आंदोलन में शामिल होने के लिए निवेदन किया गया था। किसी कारणवश वे नहीं पहुंच पाए। 

गुटबाजी का प्रदर्शन
विकास ठाकरे ने इस मामले काे पार्टी का अंदरुनी मामला कहकर किसी भी तरह की प्रतिक्रिया देने से इनकार किया है। उनके समर्थकों ने कहा है कि युवक कांग्रेस के नाम पर कुछ नेताओं ने एकतरफा आंदोलन आयोजित करने का प्रयास किया। शहर अध्यक्ष के नेतृत्व में शहर में 4 वर्ष में लगभग 19 बड़े आंदोलन हुए हैं। सोनिया गांधी की सभा से लेकर विधानभवन पर मोर्चा के मामले में भी शहर कांग्रेस का नेतृत्व रहा है। लेकिन युवाओं के यलगार आंदोलन को प्रफुल गुडधे व अन्य नेताओं ने गुटबाजी का प्रदर्शन दर्शाने का शुरू से ही प्रयास किया। 

राहुल गांंधी तक जाएगा मामला
कांग्रेस सूत्र के अनुसार यलगार आंदोलन में गुटबाजी का मामला राहुल गांधी तक पहुंचाने की तैयारी की जा रही है। आंदोलन में शामिल होने के लिए युवक कांग्रेस की अखिल भारतीय महासचिव प्रतिभा रघुवंशी पहुंचीं थीं। एक दिन पहले ही उन्होंने गुटबाजी की संभावना के विषय पर आयोजकों से चर्चा की थी। दिल्ली लौटने पर वे राहुल गांधी को आंदोलन की रिपोर्टिंग देंगी। शहर कांग्रेस की ओर से भी आंदोलन की तैयारी को लेकर राजनीति की जानकारी राहुल गांधी काे दी जाएगी। 

नेताआें के लिए समर्थक सक्रिय
यलगार आंदोलन में असंतुष्ट नेताओं के लिए उनके समर्थक सक्रिय रहे। मनपा चुनाव में कांग्रेस की पराजय के लिए प्रदेश अध्यक्ष अशोक चव्हाण को जिम्मेदार ठहरानेवाले सावनेर के विधायक सुनील केदार के समर्थन में सावनेर क्षेत्र से युवाओं को लाया गया। राजेंद्र मुलक के समर्थन में रामटेक क्षेत्र से युवाओं को लाया गया। नितीन राऊत के समर्थन में उत्तर नागपुर से युवा पहुंचे। अनीस अहमद अपने कुछ समर्थकों के साथ शामिल हुए। 

पहले ही 27 हजार से अधिक फार्म भरवाए 
शहर महिला कांग्रेस की अध्यक्ष प्रज्ञा बड़वाइक व जिला कांग्रेस की अध्यक्ष तक्षशीला वाघधरे ने भी कार्यकर्ताओं के साथ प्रदर्शन किया। आंदोलन में शामिल होने के लिए युवक कांग्रेस की ओर से शहर में करीब 175 स्थानों पर पथनाट्य किये गए थे। 27 हजार से अधिक कार्यकर्ताओं से फार्म भरवाये गए थे। उत्तर नागपुर में कार्यकर्ताओं के बीच केदार, गुडधे की आह्वान सभा भी हुई थी। लेकिन आंदोलन की तैयारी के दौरान शहर अध्यक्ष या उनसे जुड़े नेताओं को कहीं नहीं देखा गया। संजय महाकालकर, अभिजीत वंजारी, विवेक निकाेसे जैसे पदाधिकारी आंदोलन की तैयारी से ही बाहर थे। कांग्रेस सचिव  अविनाश पांडे जरूर पहुंचे। कांग्रेस से निष्कासित सतीश चतुर्वेदी के समर्थक भी शामिल थे। 
 

Created On :   2 April 2018 11:52 AM IST

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