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वैक्सीनेशन के बाद महिला की हालत बिगड़ी, किया हंगामा

डिजिटल डेस्क छिंदवाड़ा/हर्रई। हर्रई के कालापाठा के ग्रामीणों ने रविवार को स्वास्थ्य विभाग की दो महिला कर्मचारियों को बंधक बनाकर रखा। लगभग दो से तीन घंटे तक लोगों के बीच घिरी एएनएम और सीएचओ ने डायल-100 पर सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस टीम ने ग्रामीणों को समझाइश देकर महिला स्टाफ को भीड़ से बाहर निकाला। घटना की शिकायत महिला स्टाफ द्वारा विभागीय अधिकारी और हर्रई थाने में की गई है।
एएनएम श्रीमती आशा उईके ने बताया कि शनिवार को कोरोना से बचाव के लिए यहां शिविर लगाकर 55 ग्रामीणों को वैक्सीन लगाए गए थे। रविवार सुबह 58 वर्षीय गणेशी यादव को उल्टी-दस्त की शिकायत होने पर ग्रामीणों ने उन्हें कॉल कर बुलाया। वे सीएचओ दीपिका चंद्रवंशी के साथ गांव पहुंची। प्राथमिक इलाज के बाद गणेशी को 108 एम्बुलेंस की मदद से हर्रई अस्पताल भेेज दिया गया। जब वे वापस लौटने लगी तो ग्रामीणों ने उन्हें घेर लिया। हंगामा कर रहे ग्रामीणों का कहना था कि जब तक महिला मरीज स्वस्थ नहीं होती, तब तक वे घर नहीं जा सकती। ग्रामीणों ने लगभग दो से तीन घंटे तक उन्हें बंधक बनाकर रखा।
मदद के लिए नहीं पहुंचा स्वास्थ्य अमला-
एएनएम और सीएचओ ने स्वयं को ग्रामीणों से घिरा देख सेक्टर सुपरवाईजर एमपी कुर्मी को विवाद की सूचना दी। इसके बाद भी स्वास्थ्य अमला महिला कर्मचारियों की मदद के लिए नहीं पहुंचा। ग्रामीणों के हंगामे से घबराई महिला कर्मचारियों ने डायल-100 को सूचना दी। तब पुलिस ने मौके पर पहुंचकर दोनों महिलाओं को भीड़ से बाहर निकाला।
ग्रामीणों का आरोप, वैक्सीन से बिगड़ी हालत-
महिला स्टाफ को बंधक बनाने वाले ग्रामीणों का आरोप था कि कोरोना वैक्सीन की वजह से गणेशी की हालत बिगड़ी है। वहीं हर्रई बीएमओ डॉ.पीयूष शर्मा का कहना है कि खानपान में लापरवाही की वजह से महिला को उल्टी-दस्त की समस्या हुई थी। इलाज के बाद महिला की हालत सामान्य है।
बंधक नहीं बनाया, सिर्फ बैठाकर रखा- सरपंच
हर्रई की पंचायत बुढैनाचट्टी के सरपंच मेहलसी धुर्वे ने बताया कि ग्राम कालापाठा में वैक्सीन लगने के बाद महिला की हालत खराब हो गई थी। गांव के लोगों ने एएनएम और सीएचओ से स्वास्थ्य विभाग के वरिष्ठ अधिकारी को बुलाने की बात कही थी। इस दौरान दोनों महिलाओं को सिर्फ बैठाकर रखा गया था। उन्हें न तो बंधक बनाया और न किसी ने अभद्रता की।
क्या कहते हैं अधिकारी-
- डायल-100 पर सूचना मिलने पर स्टाफ मौके पर पहुंचा था। समझाइश के बाद मामला शांत करा लिया गया था। अभी तक स्वास्थ्य विभाग की महिला कर्मचारियों ने बंधक बनाने की शिकायत नहीं की है।
- विष्णु मिश्रा, टीआई, हर्रई
- कालापाठा में विवाद की सूचना अमरवाड़ा एसडीओपी और टीआई हर्रई को दी गई थी। सीएचओ द्वारा घटना की लिखित शिकायत की गई है। अग्रिम कार्रवाई के लिए वरिष्ठ अधिकारियों से मार्गदर्शन मांगा गया है।
- डॉ.पीयूष शर्मा, बीएमओ, हर्रई
Created On :   12 Sept 2021 9:52 PM IST