निगम के उड़न दस्ते में महिला अधिकारियों को नहीं किया गया शामिल
डिजिटल डेस्क, अकोला. निगम की ओर से संचालित की जाने वाल बसों की आकस्मिक जांच के लिए उड़न दस्ते का गठन किया गया है। जो विभागीय नियंत्रक के आदेश पर दो चरणों में बसों का औचक निरीक्षण करता है। प्रत्येक दल में दो से तीन अधिकारी शामिल किए गए हैं, निगम में वाहक पद पर बड़ी संख्या में महिला कर्मचारियों का समावेश है। लेकिन विभाग की ओर से गठित किए गए उड़न दस्ते में एक भी महिला अधिकारी अथवा कर्मचारी का समावेश नहीं है। यदि जांच के दौरान किसी प्रकार की समस्या निर्माण होती है तो उसे कैसे हल किया जायेगा इसका नियोजन फिलहाल विभाग की ओर नहीं किया गया है। इसलिए उड़न दस्ते में महिला अधिकारियों की नियुक्ति तत्काल की जाए ऐसी मांग बुध्दजीवियों द्वारा की जा रही है।
जल्द की जायेगी नियुक्ति
शुभांगी सिरसाठ , विभागीय नियंत्रक के मुताबिक वर्तमान स्थिति में उड़न दस्ते में किसी भी महिला अधिकारी का समावेश नहीं है। इसकी जानकारी ली गई है, दल में काम करने के लिए सक्षम महिला कर्मचारियों को नियुक्त करने की प्रक्रिया चल रही है। आगामी दिनों में जल्द ही महिला अधिकारी को नियुक्त किया जायेगा, ताकि बस व महिला यात्रियों की जांच के दौरान किसी प्रकार की समस्या न हो।
चार दलों का गठन {विभागीय नियंत्रक कार्यालय में अकोला तथा वाशिम जिले का समावेश है। इन जिले के अलग अलग मार्गो पर निगम की चलने वाली बसों की औचक तथ गोपनीय रूप से जांच करने के लिए चार दलों का समावेश किया गया है। यह दल किसी भी मार्ग पर बसों की जांच पड़ताल कर अपना ब्यौरा सम्बन्धित अधिकारियों को पेश करता है। पूर्व में बसों की जांच करने की प्रक्रिया काफी गोपनीय होती थी, विभागीय नियंत्रक तथा दल प्रमुख को ही केवल ज्ञात होता था कि किस मार्ग की बस की जांच करना है बकायदा जांच दल को जांच के कुछ समय पर बंद लिफाफा दिया जाता था जिसमें जांच मार्ग की जानकारी होती थी। निगम का उद्देश्य केवल यह होता था कि कार्रवाई के दौरान किसी प्रकार की समस्या अथवा राजकीय हस्तक्षेप न हो। जांच दल में वहीं कर्मचारियों का समावेश होने के कारण उनके वाहकों के साथ मधुर सम्बन्ध स्थापित हो जाते हैं।
महिला जांच अधिकारी की आवश्यकता {सरकारी विभाग में महिलाओं को नौकरी के लिए 50 प्रतिशत आरक्षण दिए जाने के बाद से महिला कर्मचारियों की संख्या में इजाफा हो रहा है। इसके अलावा निगम की ओर से हाल ही में महिला यात्रियों को टिकट में 50 प्रतिशत की रियायत दिए जाने के कारण महिला यात्रियों की संख्या में इजाफा हो गया है। निगम द्वारा गठित किए गए जांच दल में किसी भी महिला अधिकारी का समावेश न होने के कारण जांच प्रक्रिया में बाधा निर्माण हो सकती है।
Created On :   23 March 2023 6:24 PM IST