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महिलाओं के टैलेंट को अवसर देना जरूरी - कांचन गड़करी

डिजिटल डेस्क, नागपुर। पूरे परिवार का ध्यान रखने वाली महिलाएं अपने लिए समय ही नहीं निकाल पाती । महिलाएं काफी टैलेंटेड होती हैं लेकिन उनके टैलेंट को स्टेज नहीं मिल पाता और वे घर-परिवार की उधेड़बुन में सिमट कर रह जाती हैं। महिलाओं को स्टेज दिलाने व उन्हें प्रोत्साहित करने का बीड़ा माउली महिला मंडल ने उठाया है। जो बेहद सराहनीय कदम है, उक्त उद्गार कांचन गड़करी ने व्यक्त किए। वे हुडकेश्वर रोड पर माउली महिला मंडल की ओर से आयोजित महिला उद्योजिका व आनंद मेला के उद्घाटन अवसर पर बोल रहीं थीं। कार्यक्रम में अध्यक्ष के रूप में पालकमंत्री चंद्रशेखर बावनकुले उपस्थित थे । बावनकुले ने कहा कि जमाना बदल चुका है महिलाएं आज हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही हैं इसलिए महिलाओं को बाहर आकर समाज परिवर्तन का हिस्सा बनना चाहिए। इस अवसर पर कीर्तिदा अजमेरा, प्रतिभा मांडवकर, वैशाली कोहले, प्रतिवाई राजदेकर,शीतल इंगोले प्रमुख अतिथि के रूप में उपस्थित थे।
साल भर होते हैं सामाजिक उपक्रम
महिलाओं के टैलेंट को अवसर देने व उनकी उन्नति के लिए अग्रसर माउली महिला मंडल द्वारा बचतगट उद्योजिका और आनंद मेला का आयोजन नासरे सभागृह के पीछे, शिव मंदिर के गाउंड में किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत सुमधुर गीतों से हुई। इस अवसर पर नन्हें बच्चों के लिए विभिन्न खेल भी आयोजित किए गए । उल्लेखनीय है कि सामाजिक, सांस्कृतिक व व्यवसायिक उपक्रमों से महिलाओं को आगे लाकर उन्हें उन्नति की राह दिखाने वाली माउली महिला मंडल के वर्ष भर कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। वृक्षारोपण, स्वच्छता अभियान से समाज में पर्यावरण के प्रति जागरण करने का बीड़ा भी मंडल की पदाधिकारियों ने उठाया है। इसी तरह गरबा, आनंद मेला, फैशन शो, होली मिलन जैसे रंगारंग कार्यक्रम भी आयोजित किए जाते हैं। मंडल से 16 बचत गट जुड़े हुए हैं जिन्हें व्यवसायिक दृष्टि से समृद्ध बनाने के लिए माउली महिला मंडल ने बचतगट उद्योजिका मेला व आनंद मेला का आयोजन किया गया। कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए माउली महिला मंडल की अध्यक्ष पूजा धांडे के नेतृत्व में माधवी शिगड़े, नीता सातपुते, वंदना गुहे, शीला मोघे, कुंदा वैद्य, मंजूषा धांडे, सोनाली सैयद, संगीता इंगोले, कांचन बेलघोड़े, विद्या लंगड़े, वंदना जोध, मीनाक्षी धकाते, दुर्गा नागपुरे, उषा नीलकुटे, मीना भिवापुरकर, वर्षा डोंगडे, अरुणा फाले , मोना लांजेवार, प्रीति बोकड़े, दर्शना कलमकर, सुनीता चोपाकर, कविता नंदनवार ने अथक परिश्रम किया। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में परिसर की महिलाएं उपस्थित थीं।



Created On :   16 April 2018 2:06 PM IST