...रास्ते में ही थम गई मजदूर की सांसे, ट्रक की चपेट में आने से दर्दनाक मौत

...रास्ते में ही थम गई मजदूर की सांसे, ट्रक की चपेट में आने से दर्दनाक मौत
...रास्ते में ही थम गई मजदूर की सांसे, ट्रक की चपेट में आने से दर्दनाक मौत


डिजिटल डेस्क छिंदवाड़ा। आंखों में घर लौटने का सपना लिए चैन्नई से पैदल निकले एक मजदूर का सफर रास्ते में ही खत्म हो गया। एक तेज रफ्तार ट्रक की चपेट में आने से युवक की मौके पर मौत हो गई। घटना शुक्रवार रात लगभग 9 बजे खमारपानी मेन रोड की है। दिलदहला देने वाली इस घटना में बड़ी बात यह है कि चंद कदमों की दूरी पर युवक का जीजा उसका इंतजार कर रहा था। युवक चैन्नई से पैदल खमारपानी अपनी बहन-जीजा के घर आ रहा था। बहन के घर से कुछ दूरी पर ही वह हादसे का शिकार हो गया।
खमारपानी चौकी प्रभारी पीएसआई बलवीर सिंह खातिया ने बताया कि जुन्नारदेव के गुढ़ी निवासी 19 वर्षीय सौरभ पिता सुरेश ठाकुर चैन्नई से लौटकर खमारपानी निवासी अपनी बहन-जीजा के घर आ रहा था। शुक्रवार रात को उसके जीजा कृष्णा चौरिया ने चौकी में सूचना दी थी कि उसका साला चैन्नई से लौट रहा है। जिसे होम क्वारेंटाइन करना है। इस बीच पता चला कि खमारपानी मेन रोड पर सड़क दुर्घटना में एक युवक की मौत हो गई। मौके पर पहुंचने पर पता चला कि मृतक युवक कृष्णा का साला सौरभ ठाकुर है। पुलिस ने मर्ग कायम कर आरोपी ट्रक चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।
आखिरी वक्त में फोन पर मां से चल रही थी बात-
सौरभ सतनूर से ट्रक में सवार होकर रात लगभग 9 बजे खमारपानी पहुंचा था। खमारपानी में ट्रक से उतरने के बाद सौरभ पैदल अपनी बहन के घर जा रहा था। उसने उतरते ही पहला फोन अपनी मां को यह बताने के लिए लगाया कि वह खमारपानी तक पहुंच गया है। इतनी बात चल ही रही थी कि पीछे से ट्रक आया और उसे टक्कर मार दी। सौरभ के हाथ से मोबाइल दूर फिका गया था। मां बोल रही थी जबकि बेटा हमेशा के लिए मौन हो चुका था। मां ने सोचा कि फोन कट गया होगा। बाद मेें पुलिस ने बहनोई कृष्णा को दुर्घटना से अवगत कराया। बेटे की मौत की खबर सुनकर मां बदहवास सी हो गई है। वहीं परिवार में मातम पसर गया है। तीन साल पहले पिता की मौत के बाद इकलौते बेटे सौरभ की कमाई से ही घर चल रहा था। परिवार की आर्थिक स्थिति भी काफी कमजोर है।

पैदल था सौरभ, ट्रक के पिछले हिस्से से टकराया-
पुलिस के मुताबिक सौरभ पैदल ही खमारपानी आ रहा था। मेन रोड पर ट्रक के पिछले हिस्से से टकराने से उसकी मौत हो गई। आशंका जताई जा रही है कि कई किलोमीटर के इस पैदल सफर में सौरभ थकान और नींद की वजह से लडखड़़ाकर वह अचानक पास से गुजरे ट्रक से टकरा गया। हालांकि पुलिस मर्ग कायम कर मामले की जांच कर रही है।
हजारों मजदूर अब भी सड़क पर-
कोरोना लॉकडाउन के दौरान मची मजदूरों की अफरा-तफरी के बीच अब तक बीस हजार से ज्यादा मजदूर जिले में आ चुके है। दूसरे जिलों और प्रदेशों से इनकी वापसी हुई है। वहीं यहां से भी हजारों की संख्या में मजदूर दूसरे जिलों और प्रदेशों के लिए रवाना हुए है। मजदूरों की आवाजाही का नजारा शहर के चारों ओर रिंगरोड और हाइवे पर देखा जा सकता है। पैदल और ट्रकों व बसों में लदकर मजदूर किसी तरह अपने घर पहुंचने को आतुर है।

Created On :   16 May 2020 5:55 PM GMT

Tags

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story