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अब नागपुर में बनेगा वर्ल्ड ट्रेड सेंटर

डिजिटल डेस्क, नागपुर। मेट्रो सिटी का नाम अब विश्व व्यापार परिदृश्य में शीघ्र ही दर्ज होगा। वर्ल्ड ट्रेड सेंटर्स एसोसिएशन ने संतरानगरी को अपना सेंटर बनाने के लिए हर लिहाज से उपयुक्त पाया है। एसोसिएशन का मानना है कि शहर के केंद्र बर्डी और आस-पास के क्षेत्र में वर्ल्ड ट्रेड सेंटर बनाना बेहतर होगा। एसोसिएशन के रीजनल डायरेक्टर इंडिया जूबिन जैल मंगलवार को नागपुर दौरे पर आए। इस दौरान उन्होंने शहर के कई क्षेत्रों का दौरा किया और महा मेट्रो प्रबंधन सहित अनेक प्रमुख लोगों से मुलाकात की। बकौल जूबिन, नागपुर देश का 31वां शहर है, जहां वर्ल्ड ट्रेड सेंटर (डब्ल्यूटीसी) स्थापित करने का निर्णय लिया गया है। साथ ही कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्देश पर बनाए जाने वाले सभी 100 स्मार्ट सिटी में डब्ल्यूटीसी बनाए जाएंगे।
बर्डी के आस-पास उपयुक्त जगह
उल्लेखनीय है कि एसोसिएशन शहर के सेंटर बिजनेस डिस्ट्रिक्ट क्षेत्र में वर्ल्ड ट्रेड सेंटर बनाने को प्राथमिकता देती है। श्री जूबिन ने कहा कि ऐसे में सीताबर्डी में मेट्रो के जंक्शन के आस-पास का क्षेत्र सबसे उपयुक्त रहेगा। वैसे भी बर्डी शहर का हृदय स्थल है।
छोटी-बड़ी हर बात रखती है मायने
श्री जूबिन ने कहा कि हर क्षेत्र में इन दिनों कॉपी पेस्ट का दौर चल रहा है। एक कोई प्रोजेक्ट हिट हो गया तो हर कोई उसकी नकल करने लगता है। मंदी, जीएसटी और रेरा के दौर में भी यही हो रहा है। इन्फ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में बहुत कम लोग हैं, क्षेत्र और लोगों की आवश्यकता और मांग के अनुरूप अपने प्रोजेक्ट डिजाइन करते हैं। वर्ल्ड ट्रेड सेंटर स्थापित करते समय ऐसी हर छोटी से छोटी बात का ध्यान रखा जाता है।
जारी है कंपनियों से चर्चा
श्री जूबिन ने बताया कि नागपुर मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के पड़ोसी जिलों के साथ ही विदर्भ क्षेत्र का एक प्रमुख बिजनेस हब है। इसलिए यहां कमर्शियल आफिस प्रिमाइसिस की मांग काफी है। वर्ल्ड ट्रेड सेंटर कितने क्षेत्र में और कैसा बनेगा, यह अभी बता पाना संभव नहीं है। लेकिन इस सेंटर कमर्शियल स्पेस के अलावा कन्वेशन सेंटर, सेमिनार हाॅल आदि सभी आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। इसके लिए अलग-अलग इन्फ्रास्ट्रक्चर व अन्य कंपनियों से चर्चा की जा रही है। एसोसिएशन के मापदंडों के अनुसार वे ही मांग के अनुसार वर्ल्ड ट्रेड सेंटर का निर्माण करेंगे।
नागपुर में दिख रही संभावनाएं
भारत की टाइप 1 शहरों के बाद अब टाइप 2 शहरों में वर्ल्ड ट्रेड सेंटर खोलने का निर्णय लिया गया है। कुछ साल पहले तक पुणे और बंगलुरु भी टाइप 2 शहर ही थे। ऐसी ही संभावनाएं नागपुर में भी दिखाई दे रही हैं। देश के केंद्र में होने के अलावा नागपुर महाराष्ट्र की उपराजधानी भी है। कुछ ही दिनों में शुरू होने वाली मेट्रो सेवा यहां के जीवन और व्यापार को चार गुना बढ़ा देगी। देश और विदेश के बड़े कार्पोरेट्स नागपुर में संभावनाएं देख रहे हैं। इस कारण संतरानगरी में वर्ल्ड ट्रेड सेंटर स्थापित करने का निर्णय लिया गया है।
Created On :   18 April 2018 10:36 AM IST