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वर्ल्ड वॉइस-डे : विशेषज्ञों ने आवाज में मधुरता के लिए दिए टिप्स

डिजिटल डेस्क, नागपुर। व्यक्ति की पहचान उसकी आवाज से होती है। हम दिनभर में कई आवाजें सुनते हैं, लेकिन कुछ आवाजें ऐसी होती हैं, जिन्हें सुनते ही पहचान लेते हैं कि यह आवाज किसकी है। वर्ल्ड वॉइस-डे पर चिटणवीस सेंटर के मिमोसा हॉल में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान वॉइस विशेषज्ञों ने आवाज से संबंधित बीमारियां, उपचार आदि के बारे में जानकारी दी।
इस अवसर पर डॉ. गौरी कापरे वैद्य ने बताया कि आवाज कैसे बनती है। उन्होंने बताया कि आवाज स्वर यंत्र में तैयार होती है, लेकिन शब्द जुबान, होंठ और जीभ की मदद से निकलते हैं। इस अवसर पर आवाज संबंधी समस्याएं तथा उनके समाधान के बारे भी चर्चा की गई। डॉ. देवेन्द्र माहोरे ने आवाज संबंधित बीमारियों के बारे में जानकारी दी, साथ ही इसके लिए दवाएं और ऑपरेशन के बारे में भी बताया। डाॅ. भाग्यश्री बोकारे ने प्रोफेशनल सिंगर्स और वाॅइस यूजर्स को क्या करना चाहिए इस बारे में जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि अपनी आवाज को लंबे समय तक सही-सलामत बनाए रखने के लिए गाना गाते समय, भाषण देते समय या फिर बातचीत के दौरान अपने गले को सूखने न दें। बीच-बीच में पानी पीना फायदेमंद होगा। सिंगर कपल योगेन्द्र रानाडे और ईशा रानाडे ने सिंगर्स को आवाज के लिए क्या सावधानी बरतनी चाहिए, लंबे समय तक अच्छी और मधुर आवाज के लिए क्या करने चाहिए, इन सभी बातों के टिप्स दिए। साथ ही सिंगर कपल ने अपनी अावाज का जादू बिखेरा। कार्यक्रम में उपस्थित लोगों के प्रश्नोत्तर का भी आयोजन किया गया।
"साज और आवाज" में झूमे श्रोता
"जहां तेरी ये नजर है मेरी जां मुझको खबर है" के साथ ही साज और आवाज के जादू ने श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। एक के बाद एक सदाबहार नगमों की बेहतरीन प्रस्तुति दी गई। हार्मोनी इवेंट्स द्वारा "साज और आवाज" हिन्दी फिल्मी गीतों का कार्यक्रम वसंतराव देशपांडे सभागृह में आयोजित किया गया। कार्यक्रम की संकल्पना राजेश समर्थ की थी। संचालन श्वेता शैलगांवकर ने किया। गायिका संगीता करमरकर, रूपाली रॉय, जया धाबेकर, डॉ. रश्मि कोल्हे, श्रीकांत सप्रे, विजय ढबले, श्रीकांत ब्राह्मणे, स्वप्निल तितरे और टी. बालकृष्णन ने अपनी आवाज से पूरा माहौल संगीतमय कर दिया। गायक कलाकारों का साथ की-बोर्ड पर महेन्द्र ढोले, गिटार पर प्रकाश चौहान, तबला, ढोलक पर अनिकेत दाहेकर, ऑक्टोपैड पर नंदू गोहाने, कांगो राजेश धामनकर तथा उज्ज्वला गोकर्ण ने दिया।
Created On :   17 April 2019 2:30 PM IST