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युवक कांग्रेस की तौसिफ के खिलाफ दिल्ली में धरना देने की तैयारी
डिजिटल डेस्क, नागपुर। युवक कांग्रेस के शहर अध्यक्ष पद को लेकर विवाद गहराता जा है। शहर अध्यक्ष तौसिफ खान के विरोध में अन्य पदाधिकारियों ने दिल्ली में धरना देने की तैयारी की है। दावा किया गया है कि, तौसिफ को पद से नहीं हटाए जाने पर न्यायालय की शरण भी ली जाएगी। युवक कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव बंटी शेलके की भूमिका पर भी सवाल उठाए गए हैं। आरोप है कि, बंटी ने राष्ट्रीय स्तर के संबंधों का लाभ उठाते हुए तौसिफ को अध्यक्ष बनवाया है। शहर अध्यक्ष पद के लिए पहले शीलजरत्न पांडेय का नाम सामने आया था। अब तौसिफ को अध्यक्ष घोषित किया गया है। शनिवार को पत्रकार वार्ता में वसीम खान, अक्षय घाटोले, शीलजरत्न पांडेय व रौनक चौधरी ने तौसिफ को अध्यक्ष बनाए जाने को लेकर विरोध जताया।
उम्र ज्यादा है, तौसिफ पद के दावेदार नहीं
बताया गया कि, तौसिफ की उम्र 39 वर्ष है। नियमानुसार 35 वर्ष तक ही इस संंंगठन का चुनाव लड़ा जा सकता है। वसीम सहित अन्य पदाधिकारियों ने तौसिफ के पासपोर्ट, आधार कार्ड, मतदाता पहचानपत्र व जन्म प्रमाणपत्र पेश किए। दावा किया गया कि, तौसिफ की उम्र 39 वर्ष है। वे इस उम्र के उल्लेख वाले पासपोर्ट से श्रीलंका व बैंकाक की यात्रा कर चुके हैं। उम्मीदवारी को लेकर शिकायत के आधार पर तौसिफ के अलावा वसीम, अक्षय व रौनक के मिले मतों व उनके चुनाव को विचाराधीन रखा गया था। ऐसे में शीलजरत्न शहर अध्यक्ष पद के दावेदार थे, लेकिन बंटी ने दिल्ली जाकर तौसिफ के मामले में विचाराधीन प्रक्रिया को तुरंत हटवाया। शेष उम्मीदवारों के मत घोषित किए गए, लेकिन उन्हें पदभार संभालने के लिए 3 माह लंबित रखा गया। तौसिफ को शहर अध्यक्ष घोषित कर दिया गया।
वसीम खान ने कहा है कि, इस मामले की शिकायत कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले के अलावा युवक कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास बी सहित अन्य पदाधिकारियों से की जाएगी। अन्याय दूर नहीं किया गया, तो दिल्ली में धरना दिया जाएगा।
छवि खराब करने का प्रयास : तौसिफ
आराेपों के जवाब में तौसिफ खान ने कहा है कि, छवि खराब करने का प्रयास किया जा रहा है। यह संगठन का आंतरिक मामला है। उम्र को लेकर भ्रामक जानकारी दी जा रही है। संगठनात्मक मामले में मेरी उम्र के संबंध में समाधान होने के बाद ही मेरी जीत की घोषणा की गई है। आरोप लगाने वाले पदाधिकारी भी सहयोगी ही हैं, लेेकिन उन्हें कोई भ्रमित कर रहा हैं। ऐसे पदाधिकारियों को संगठन से निष्कासित भी किया जा सकता है।
Created On :   13 March 2022 5:02 PM IST