वैवाहिक संबंधों को ताउम्र टिकाए रखने प्री मैरिज काउंसलिंग करवाना कर रहे पसंद युवा

Youth started pre marriage counselling for better married life
वैवाहिक संबंधों को ताउम्र टिकाए रखने प्री मैरिज काउंसलिंग करवाना कर रहे पसंद युवा
वैवाहिक संबंधों को ताउम्र टिकाए रखने प्री मैरिज काउंसलिंग करवाना कर रहे पसंद युवा

डिजिटल डेस्क, नागपुर। समय के अनुसार सभी को बदलना जरूरी है। आज के समय विवाह संबंधों को बनाए रखना बहुत मुश्किल हो गया है पति-पत्नी में छोटी-छोटी बात पर नोक-झोंक होना तो ठीक है पर वे जल्द ही अलग होने का निर्णय ले लेते हैं। साथ ही परिवार वालों से आपसी सामंजस्य बनाना भी बहुत मुश्किल होता है। इन्हीं सब बातों को ध्यान में रखते हुए और वैवाहिक संबंधों को ताउम्र टिकाए रखने वाले युवा प्री मैरिज काउंसलिंग करवाना पसंद कर रहे हैं।

शादी के पहले  परामर्श के फायदे ही हैं इससे आपको नुकसान नहीं होता है, बल्कि आपको चीजों को बेहतर ढंग से समझने में मदद मिलेगी। शहर में विवाह के योग्य जोड़े प्री मैरिज काउंसलिंग ले रहे हैं। जिससे विवाह के बाद उनके जीवन सुखी रहें साथ ही कोई भी गलत निर्णय लेने का मौका उन पर न आए। प्री मैरिज काउंसलिंग के बाद युवाओं में खुलापन आना, जिम्मेदारी निभाना, विचारों में बदलाव आना, चिंताओं से मुक्ति आदि बातें नजर आती हैं। जिससे उनका वैवाहिक जीवन सुखमय हो जाता है।

जरूरी है प्री मैरिज काउंसलिंग 
कई लोग प्री मैरिज काउंसलिंग को फालतू समझते हैं। यह गर्ल्स और बॉयज दोनों के लिए बहुत जरूरी है। बॉयज हमेशा यही चाहते हैं कि उनकी वाइफ हमेशा उनके अनुसार चलें, वे उन पर अपनी बातें थोपना चाहते हैं। जब मेरी शादी फिक्स हुई तो मैंने सोचा कि अपनी वाइफ को कुछ भी परेशानी नहीं दूंगा, क्योंकि लड़कियां अपना घर छोड़कर ससुराल आती हैं उन्हें अपने में बहुत बदलाव करना पड़ता है। पर मेरे हिसाब से लड़कों में भी बदलाव होना जरूरी है। प्री मैरिज काउंसलिंग में हमें बहुत सारी बातें सीखने को मिली हैं। अब मुझे लगता है कि मेरी लाइफ बहुत हैप्पी होगी। साथ ही मैं अपनी वाइफ को बहुत खुश रख पाऊंगा।
(नितीन अय्यर, अभय नगर)

बदल जाती है लाइफ स्टाइल

मेरी इंगेजमेंट हुए कुछ ही दिन हुए हैं अरेंज मैरिज होने के कारण मेरे मन में बहुत घबराहट थी कि मैं किस तरह से ससुराल में रहूंगी। परिवार के लोगों की पसंद नापसंद का ध्यान रखना भी जरूरी है। जब इंगेजमेंट हुई उसके बाद मेरे होने वाले पति का फोन आता था तो बात करने में झिझक होती थी डर भी लगता था कि कहीं कोई गलत बात मुंह से न निकल जाए। इसके लिए मैंने प्री मैरिज काउंसलिंग ली काउंसलिंग लेने से अब डर पूरी तरह खत्म हो गया है अब मैं खुलकर बात कर पाती हूं।
(दीपिका ठाकुर, आनंद नगर)

युवा पीढ़ी के लिए प्री मैरिज काउंसलिंग
आज के समय में युवाओं को अपने वैवाहिक संबंध ठिकाए रखने के लिए प्री मैरिज काउंसलिंग करवाना चाहिए। अरेंज मैरिज में मैंने बहुत बार ऐसे केस देखे हैं जहां पर शादी और इंगेजमेंट में बहुत समय का अंतर होता है जिससे रिश्ते बिगड़ने के चांसेस ज्यादा होते हैं। शादी और इंगेजमेंट में 2 से 4 महीने का अंतर बहुत होता है। प्री मैरिज काउंसलिंग में बॉडी लेंग्वेंज से लेकर लड़के या लड़की के परिवार के सदस्यों से किस तरह आपसी सामंजस्य बनाए रखने आदि बातें भी बताई जाती हैं। इसके लिए पीपीटी प्रेजेंटेशन भी तैयार किया है। साथ ही गर्ल्स ओर बॉयज दोनों को ही मेडिकल प्रिपरेशन के बारे में भी बताया जाता है।

आज के समय युवा इंटरनेट का बहुत ज्याद यूज करते हैं, जिसमें कुछ ऐसी चीजें भी वायरल होती हैं जिनकी तरफ ध्यान नहीं देना चाहिए यह सारी बातें भी शादी के बाद मैटर करती है। प्री मैरिज काउंसलिंग में गर्ल्स और बॉयज दोनों को हर तरह से वैवाहिक संबंधों को ठिकाए रखने, परिवार के सदस्यों के साथ सामंजस्य बनाए रखना तथा समाज में होने वाली गतिविधियों आदि के बारे में बताया जाता है। 
(डॉ. नितिन विघ्ने, साइकोलॉजिस्ट एंड कैरियर काउंसलर)

Created On :   27 Jun 2018 3:32 PM IST

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