देवेन्द्रनगर: गौ वंशीय फिर रहे है मारे-मारे, गौ सदनों की व्यवस्था के नाम पर लाखों का खर्चा

गौ वंशीय फिर रहे है मारे-मारे, गौ सदनों की व्यवस्था के नाम पर लाखों का खर्चा

डिजिटल डेस्क, देवेन्द्रनगर नि.प्र.। गौ रक्षा एवं सुरक्षा को लेकर प्रदेश के साथ जिले में भी नारो की गँूज अक्सर सुनाई देती है परंतु गौरक्षा सुरक्षा को लेकर धरातल में जो प्रबंध होने चाहिए उसको लेकर की जा रही बातें हवा-हवाई तक साबित हो रही है। सुरक्षा एवं देखभाल के प्रबंध नहीं होने के चलते ऐरा गौ वंशीय पशुओं की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है और इनमें से हर दिन देर सडक़ो में तेज रफ्तार से दौड़ते वाहनो की चपेट में गौ वंशीय पशुओं की आने की वजह से हर सुबह सडक़ रक्त से रंजित भयानक स्वरूप में देखी जा सकती है। ऐरा गौ वंशीय पशुओ की स्थिति यह है कि न तो उन्हें पेट भरने के लिए चारा भूसा मिल पाता है और बीमार पड़ जाने की स्थिति में उनका उपचार करने के लिए पशु चिकित्सा विभाग द्वारा कोई ठोस व्यवस्था नहीं बनाई गई है। वर्तमान समय में लम्पी वायरस की बीमारी पशुओ में फैल रही है जिसकी चपेट में आए गौ वंशीय पशु मारे-मारे फिर रहे है। ऐरा गौ वंशीय पशुओं की रक्षा एवं रखवाली के लिए जिले में चंद संस्थाओं द्वारा संचालित गौ सदनों के साथ ही राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारण्टी योजना के अंतर्गत जिले में ४५ से अधिक गौ सदनों के निर्माण कार्य लाखों रूपए की राशि खर्च कर किया गया था इनमें से कुछ के काम पूरे नहीं हुए है तो कुछ गौशालायें बंद पड़ी है।

वहीं मनरेगा योजना अंतर्गत जिन गौशालाओं का निर्माण कार्य जिले में किया है और निर्माण कार्य हो जाने के बाद इनके संचालन की जिम्मेदारी स्व सहायता समूह को दी गई है। जिन्हें संचालन व्यवस्था तथा भूसा चारा एवं अन्य प्रबंधों के लिए पशु चिकित्सा विभाग के माध्यम से बडी राशि प्रति माह दी जाती है उस राशि का गौ सदन के संचालन में सही तरीके से उपयोग नहीं हो रहा है आरोप है कि संचालन से जुडे दबंगों द्वारा व्यवस्थाओं और प्रबंधों के नाम पर मिलने वाली राशि के बडे हिस्से को डकार लिया जाता है जिले में गौ सदन के संचालन के व्यवस्था की नियमित रूप से निगरानी नहीं होना बडी वजह है। मनरेगा योजना से बने गौ सदनो पर अतिक्रमणरी दबंगों की नजर लगी है बताया जा रहा है कुछ गौ सदनों में अवैध रूप से दबंगो द्वारा कब्जा किया गया है। जिसको लेकर स्थानीय स्तर पर जिम्मेदार चुप्पी साधे हुए है गौ वंशीय ऐरा होने की वजह से नेशनल हाईवे, स्टेट हाईवे तक मार्ग तक अछूते नहीं है जिले के सभी प्रमुख मार्गाें के साथ ग्रामीण क्षेत्र के मार्गाे में रात में सडक़ की स्थिति ऐसी हो जाती है कि सडक़ पर चल पाना ही लोगों के लिए बडी चुनौती बन जाता है ऐरा पशुओं की समस्या किसानों के लिए भी परेशानी का कारण बनी हुई है। जरूरत इस बात है कि ऐरा गौ वंशीय पशुओं की सुरक्षा देखरेख रखवाली के लिए समूचे इंतजाम करवाये जाये आवश्यकता अनुसार गौशालाओं का निर्माण किया जाये साथ ही साथ गौशालाओं के संचालन व्यवस्था की जिम्मेदारी उन्हें सौंपी जाये जो पारदर्शी एवं ईमानदारी के साथ काम करें।

Created On :   25 Sep 2023 10:39 AM GMT

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