पन्ना: ब्रम्हााकुमारी आश्रम में किया गया गीता जयंती का आयोजन

ब्रम्हााकुमारी आश्रम में किया गया गीता जयंती का आयोजन

डिजिटल डेस्क, पन्ना। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय पन्ना में गीता जयंती के पर सफल जीवन का आधार गीता का सार के विषय पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। परमपिता परमात्मा की याद एवं दीप प्रज्जवलन के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया। इस कार्यक्रम में ब्रह्माकुमारी सीता बहिनजी ने गीता ज्ञान के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि गीता सर्व शास्त्रमई शिरोमणि गायी हुई है। गीताज्ञान हमारा जीवन बने, गीता से हम जुड़े रहें और गीताज्ञान दाता हमारे लिए छत्रछाया बन जाए इन्हीं शुभकामनाओं के साथ श्रीमद्भागवत गीता पूरे जनमानस के लिए स्वयं परमात्मा द्वारा वरदान रूप में प्राप्त ज्ञान सरिता है ज्ञान गंगा है गीता हमें एकजुटता सिखाती है। जब मनुष्य ’किंकत्र्तव्यविमूढ़’ हो जाता है, तो गीता उसे जीवन में कत्र्तव्यबोध को जागृत कर सन्मार्ग पर अग्रसर करती है।

गीता ही एकमात्र ऐसा शास्त्र है जिसमें भगवानुवाच शब्द का प्रयोग हुआ है अर्थात् यह स्वयं परमात्मा द्वारा दिया हुआ सच्चा ज्ञान है परन्तु आज हम गीता के भगवान ज्योति बिन्दु परमपिता परमात्मा को भूल गए हैं, जो परमधाम का वासी है और आज यह गति हुई कि, चारों ओर पापाचार, दुराचार और भ्रष्टाचार का बोलबाला है। आज आवश्यकता इस बात की है कि हम सर्वआत्माओं के परमपिता परमात्मा को पहचानें।

बहिनजी ने सभी से परमात्मा द्वारा सिखाए राजयोग को सीखने हेतु आव्हान किया और राजयोग मेडीटेशन (ध्यान) का अभ्यास कराया। कार्यक्रम में श्रीमति मंजुलता जैन एडवोकेट, बुद्ध सिंह गायत्री परिवार से, श्रीमति कविता लालवानी संत निहंकारी मिशन सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे तथा सभी ने कार्यक्रम की सराहना की एवं अपने-अपने विचार रखे। कार्यक्रम के अंत में बहिनजी ने सभी को अपने जीवन में निरहंकारी, धैर्यवान, क्रोधमुक्त, आलस्य मुक्त, बनने एवं बदला न ले बदलकर दिखाने, परमात्मा की श्रीमत पर चलने की प्रतिज्ञा कराई।

Created On :   25 Dec 2023 12:26 PM IST

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