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Panna News: मध्यान्ह भोजन-बच्चों की थाली से पोषण मिला गायब, पीएम पोषण योजना अंतर्गत मीनू अनुसार नहीं मिल रहा है बच्चों को भोजन

- मध्यान्ह भोजन-बच्चों की थाली से पोषण मिला गायब
- पीएम पोषण योजना अंतर्गत मीनू अनुसार नहीं मिल रहा है बच्चों को भोजन
Panna News: शासकीय विद्यालयों में मध्यान्ह भोजन के तहत बच्चो को पौष्टिक भोजन प्रदान करने का उद्देश्य है लेकिन पन्ना जिले में इस कार्यक्रम की पोल खुल गई है। मध्यान्ह भोजन के संचालन की जिम्मेदारी स्व सहायता समूह को सौंपी गई है लेकिन वह बच्चों के निवाले से उनका पोषण छीनकर स्वयं ही सेहतमंद होने में लगे है। मध्यान्ह भोजन कार्यक्रम के तहत सप्ताह के 06 दिनों का मीनू लागू है जिसमें बच्चो को पौष्टिक भोजन प्रदाय करने का ध्यान रखा गया है लेकिन सरकारी स्कूलो में मीनू के मापदण्डों की धज्जियां उडाई जा रही है और बच्चो को गुणवत्तापूर्ण भोजन नहीं मिल पा रहा है।
वेज पुलाव बनाना था परोसा गया सूखा भात
मध्यान्ह भोजन के लिए सप्ताह के 06 दिनों का मीनू निर्धारित किया गया था आज गुरूवार दिनांक 10 जुलाई 2025 को मिडे डे मिल में वेज पुलाव और पकोडे वाली कढी बच्चों की थाली में दी जानी चाहिए थी इस संबध में पन्ना विकासखण्ड अंतर्गत माध्यमिक शाला सिरस्वाहा जिसमेंं प्राथमिक खण्ड और माध्यमिक खण्ड में कुल 97 बच्चे दर्ज है स्कूल में बने मिड डे मिल को चेक किया गया तो वेज पुलाव की जगह बच्चों की थाली में सूखा भात व कढी ही परोसी गई थी। मीनू के बारे में जब बच्चों से बातचीत की गई तो यह जानकारी सामने निकलकर सामने आई कि अक्सर मीनू के अनुसार उन्हें भोजन नही मिलता। इस विद्यालय मेंं मध्यान्ह भोजन का संचालन करने वाले ठाकुर बाबा स्व सहायता समूह की रसोइया कौशल्या कोरी से पूछा गया तो उसका कहना था कि समूह चलाने वाले जो देते है हम वहीं बना देते हंै। विद्याालय के प्रधानाध्यापक सुग्रीव अहिरवार ने दबी जुबान मीनू अनुसार भोजन बच्चों को नहीं मिलना स्वीकार किया वह यह बोले कि समूह वाले स्थानीय है ज्यादा दबाव बनाने पर विरोध होता है।
जैसा आंगनबाडी केन्द्र में वैसे ही स्कूल में स्थिति
पहाडीखेरा के समीपस्थ स्थित ग्राम इटौरा स्थित प्राथमिक शाला जिसके परिसर में आंगनबाडी केन्द्र का भी संचालन हो रहा है। बच्चों के लिए तैयार किए गए मध्यान्ह भोजन को चेक करने पर पाया गया कि स्कूल व आंगनबाडी केन्द्र के बच्चों को मीनू को दरकरार करते हुए एक ही प्रकार का भोजन वितरित किए जाने के तैयार किया गया था आंगबाडी केन्द्र में भी वेज पुलाव की जगह सूखा भात और कढी बच्चों को आज गुरूवार को परोसी गई जो कि स्कूल के बच्चों को दिए जाने के लिए रखा था। जानकारी यह सामने आई कि दोपहर में समूह द्वारा आंगनबाडी और स्कूल के बच्चों को एक जैस मध्यान्ह भोजन दिया जाता है जबकि आंगनबाडी केन्द्र व स्कूल का साप्ताहिक मीनू अलग-अलग है। आंगनबाडी कार्यकर्ता पूनम ंिसंह सिंगरौल ने इस बात को स्वीकार किया समूह स्कूल और आंगनबाडी केन्द्र एक जैसा मील दोपहर में देता है।
मिड-डे मिल फैक्ट फाइल
एक शाला एक परिसर अंतर्गत कुल विद्यालय- 1725
प्राथमिक और माध्यमिक खण्ड की संख्या- 2267
प्राथामिक व माध्यमिक खण्ड में विद्यार्थियो की संख्या- 01 लाख 10 हजार
मिडडे मिल संचालन करने वाले समूह- 1400
मध्यान्ह भोजन के लिए नियुक्त महिला रसोइया-4010
नियुक्त महिला रसोइया का मानदेय-04 हजार रूप्ए मासिक
शासन से अनुदान प्राप्त विद्यालय-01
मदरसों की कुल संख्या-02
प्रति बच्चे पर प्रत्येक दिन का व्यय
खाद्यान गेहंू/चावल- 100 ग्राम प्राथमिक खण्ड प्रतिदिन
कुकिंग कास्ट- 06.78 रूपए प्राथमिक खण्ड प्रतिदिन
खाद्यान गेहंू/चावल- 150 ग्राम माध्यमिक खण्ड प्रतिदिन
कुकिंग कास्ट- 10.17 रूपया माध्यमिक खण्ड प्रतिदिन
रसोईये का मानदेय- ४००० रूपए मासिक
मध्यान्ह भोजन का साप्ताहिक मीनू
सोमवार-रोटी के साथ तुअर की दाल और काबुली चने और टमाटर की सब्जी
मंगलवार- पूडी के साथ खीर अथवा हलवा एवं मंूगबडी की सब्जी
बुधवार- रोटी के साथ चने की दाल एवं मिक्स सब्जी
गुरूवार- बेजीटेबल पुलाव और पकोडे वाली कढी
शुक्रवार- रोटी के साथ मंूग की दाल और मटर अथवा सूखे चने की सब्जी
श्निवार- पराठा के साथ मिक्स दाल और हरी सब्जी
इनका कहना है
प्रत्येक जन शिक्षक को निर्देश दिया गया है कि अनिवार्य रूप से प्रत्येक दिन कम से कम एक विद्यालय पहुंचकर मध्यान्ह भोजन चेक करें तथा मीनू अनुसार बच्चों को भोजन मिले यह निश्चित करवायें। बच्चों को मीनू अनुसार भोजन प्रदाय नहीं होने की स्थिति में संबंधित के विरूद्ध पोषण एक्ट के तहत कार्रवाई के लिए वरिष्ठ अधिकारियो को प्रस्ताव भेजेगें जहां भी शिकायत होगी कार्रवाई की जायेगी।
अजय गुप्ता
परियोजना समन्वयक, जिला शिक्षा केन्द्र पन्ना
Created On :   11 July 2025 12:01 PM IST