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Panna News: महिला की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत, मायके पक्ष ने लगाए हत्या के आरोप

- महिला की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत
- मायके पक्ष ने लगाए हत्या के आरोप
Panna News: रैपुरा थाना क्षेत्र के बीजाखेडा में एक महिला सुषमा बाई चौधरी पति अजय कुमार चौधरी उम्र 27 वर्ष निवासी बीजाखेडा की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। घटना लगभग ग्यारह बजे की बताई जा रही है। पुलिस के अनुसार मोबाइल पर सूचना मिली थी कि एक महिला की फांसी लगा ली है। पुलिस के अनुसार महिला ने घर की मयारी से दुपट्टे से फांसी लगाने की बात परिजनों ने बताई। पुलिस के पहुंचने से पहले महिला को परिजनों ने फंदे से उतार लिया था। पुलिस द्वारा मामले में मर्ग कायम कर विवेचना प्रांरभ कर दी गई है।
मायके पक्ष ने लगाए हत्या के आरोप
मृतिका के भाई गुड्डा चौधरी निवासी सलैया सोमारी ने बताया कि सुबह ग्यारह बजे बहिन से बात हुई थी बहन ने बताया था कि घर वाले उसके साथ मारपीट कर रहे हैं। कुछ देर बाद बहन के घर के पास रहने वाले एक रिश्तेदार का फोन आया कि बहन के साथ ससुराल वाले मारपीट कर रहे हैं। भाई ने बताया कि लगभग बारह से एक बजे के बीच पहुंचे तो बहन का शव जमीन पर पडा हुआ था और घर में कोई नहीं था उसके गले में निशान थे। भाई ने बताया कि उसके द्वारा डायल 112 पर पुलिस को सूचना दी गई जिसके बाद पुलिस पहुंची।
महिला चिकित्सक न होने से पोस्टमार्टम होने में हुई देरी
महिला की मौत के बाद लगभग एक बजे पुलिस मृतिका के गांव पहुंची। पुलिस के अनुसार इसके बाद पुलिस ने मेडिकल ऑफिसर रैपुरा डॉ. एम.एल. चौधरी एवं पन्ना में जिला चिकित्सालय को सूचना दी। परंतु आसपास कोई महिला डॉक्टर न होने से पोस्टमार्टम नहीं हो सका। रैपुरा शव विच्छेदन गृह में परिजनों द्वारा इस पर खासी नाराजगी व्यक्त की गई। उन्होंने बताया कि पोस्टमॉर्टम देर शाम तक न होने के कारण शायद उन्हें रात को भी रूकना पडेगा। इस संबंध में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी से बात की तो उन्होंने बताया कि हम रैपुरा में मौजूद दो चिकित्सकों के पैनल से पोस्टमॉर्टम करवा सकते थे परंतु सूचना आदान प्रदान में देरी के चलते समय अधिक हो गया और उनके द्वारा कहा गया कि कल सुबह पोस्टमार्टम करवा दिया जाएगा। रैपुरा स्थित शव विच्छेदन गृह में कोई भी बिजली कनेक्शन नहीं है जिस वजह से लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है।अंधेरा होने के बाद वहां शव रखना, आना जाना तक मुश्किल होता है। कई बार शव को अंदर रखने के बाद बाहर परिजन रुकते है तो अंधेरे में बैठकर रात गुजारते हैं।
Created On :   2 Sept 2025 12:31 PM IST