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Panna News: अद्भुत है मां कंकाली का मंदिर, सैया पर विराजमान है मां कंकाली, मां के पैरों से कांटे निकाल रही है दासी

Panna News: देशभर में मां जगत जननी के अनेक मंदिर विख्यात है जहां देश-विदेश से श्रद्धालु पहुंचते हैं। ऐसा ही एक मंदिर बुंदेलखंड के पन्ना जिले की पवई विधानसभा अंतर्गत ग्राम बनौली कुआंताल में मां कंकाली का है। जहां दूर-दूर से लोग माता के दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं। शारदेय नवरात्रि हो या चैत्र नवरात्रि 9 दिनों तक श्रद्धालुओं की भारी भीड़ सुबह से ही माता के दर्शन करने और धर्म लाभ लेने के लिए पहुंचती है। यहां माता कंकाली की अपने आप में एक विलक्षण प्रतिमा है। माता कंकाली जिनको महाकाली का रूप माना जाता है। माता सैया पर लेटी हुईं बालक को स्तन पान कराती प्रतिमा है और दासी माता के पैरों से कांटे निकाल रही हैं। ज्यादातर मंदिरों में माता की बैठे हुए या फिर शेर पर सवार प्रतिमा है। यह स्थान पन्ना जिले से लगभग 90 किलोमीटर दूर पवई जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम बनौली में मां कंकाली कुआंताल के नाम से विख्यात है। यहां साल भर दूर दराज से लोग माता के दर्शन को पहुंचते हैं। यहां माता की लेटी हुई प्रतिमा चांदी के वस्त्रों से सुसज्जित है। मंदिर के इतिहास को लेकर मंदिर के पुजारी ने बताया कि आज से लगभग सैकड़ो वर्ष पहले माता की मूर्ति का सपना बनौली गांव के राय बंधु को आया था। यह प्रतिमा यहां से लगभग 2 किलोमीटर दूर एक गांव के तालाब में मिली थी वहां पर राय बंधु जाकर प्रतिमा को अपने भैंसे पर रखकर घर की ओर चल दिए आज जहां मंदिर बना हुआ है यहीं पर भैंसा आकर रुक गया और फिर बहुत उठाने पर भी नहीं उठा। यहीं पर माता की मूर्ति स्थापित हो गई और यही माता के सुंदर व भव्य मंदिर का निर्माण कराया गया। जानकारी के अनुसार माता के दरबार में जो भी व्यक्ति कुछ भी मांगने आता है माता उसकी सारी मनोकामनाएं पूर्ण करती हैं।
माता के चमत्कार की अनेक कहानियां विख्यात है। जानकारों ने बताया कि एक बार एक भक्त माता के मंदिर के सामने स्थित तालाब जो लगभग 40 से 50 एकड़ जमीन में फैला हुआ है वहां एक व्यक्ति डूब गया और लगभग 2 घंटे डूबे रहने के बाद भी माता के आशीर्वाद से जीवित पानी से निकला। इसके अलावा एक भक्त के द्वारा माता को अपनी जुबान काटकर चढ़ा दी गई थी लेकिन माता के आशीर्वाद से वह व्यक्ति भी स्वस्थ हो गया। ऐसी अनेक कहानियां विद्वान है इसके अलावा कोरोना काल में जब पूरे देश में भयावह स्थिति थी उस दौरान पवई विधायक माता के आशीर्वाद से ही सुरक्षित रहे और वह अपने पहले कार्यकाल से ही लगातार माता की सेवा में दिनरात लगे हुए हैं। वर्तमान में पवई विधायक प्रहलाद सिंह लोधी के द्वारा मंदिर का जीर्णोद्धार कराते हुए मंदिर का निर्माण दक्षिण के मंदिरों की आकृति कलाकृति में कराया गया है और लगातार इस स्थान को भव्यता देने का प्रयास किया जा रहा है। यहां पवई विधायक के प्रयास से हजारों लोगों के रुकने के लिए समुदायिक भवन इत्यादि की भी व्यवस्था की गई है। साथ ही आयोजनों के लिए भी अनेक प्रकार की सुविधा उपलब्ध कराई गई है। यहां चैत्र नवरात्रि पर विशाल मेला लगता है जो संपूर्ण बुंदेलखंड में विख्यात है। लगभग एक माह तक चलने वाले इस मेले में आसपास के जिले ही नहीं बल्कि दूसरे जिलों व अन्य प्रदेशों के व्यापारी व श्रद्धालु पहुंचते हैं। यहां पवई विधायक के प्रयास से कई सामूहिक विवाह सम्मेलनों का भी आयोजन किया जा चुका है। यहां पर लगने वाले मेले का इतिहास भी लगभग सैकड़ो वर्ष पुराना है।
Created On :   25 Sept 2025 3:18 PM IST