Pune city News: क्षतिग्रस्त चैंबर दुरुस्त करने के लिए नई एसओपी

क्षतिग्रस्त चैंबर दुरुस्त करने के लिए नई एसओपी
अंतरराष्ट्रीय साइकिलिंग प्रतियोगिता के मद्देनजर की लागू

भास्कर न्यूज, पुणे। शहर की सड़कों के उखड़े, टूटे-फूटे खतरनाक चैंबरों की मरम्मत के लिए मनपा ने नया उपाय खोजा है। पिछले तीन-चार साल में लगभग 50 करोड़ रुपए खर्च करने के बावजूद शहर के सड़कों पर स्थित चैंबर सड़कों के साथ समतल नहीं हैं और बार-बार क्षतिग्रस्त हो रहे हैं, इसलिए मनपा ने नया स्टैंडर्ड ऑपरेटिंग प्रोसिजर (एसओपी) तैयार किया है। जनवरी-26 में होने वाली अंतरराष्ट्रीय साइकिलिंग प्रतियोगिता मार्ग पर नई एसओपी के आधार पर ही चैंबरों की मरम्मत की जा रही है।

शहर की सड़कों पर लगाए गए चैंबरों के असमान आवरण के कारण वाहन चालकों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। चैंबर के कारण बने गड्ढे दुर्घटना का कारण बनते हैं और वाहन सवारों को तेज दचके लगते हैं। इस कारण नागरिकों को पीठ दर्द, कमर दर्द का भी सामना करना पड़ता है। सड़क के ऊंचे-नीचे चैंबर न केवल वाहन चालकों के लिए बाधा बनते हैं, बल्कि उन जगहों पर सड़कों को बार-बार नुकसान भी पहुंचाते हैं। पहले चूंकि कोई निश्चित नियम नहीं थे, इसलिए ठेकेदार अपने तरीके से काम करते थे और उसकी गुणवत्ता खराब हो जाती थी।

अब तक यह नहीं होता था

- मनपा की नई एसओपी के अनुसार चैंबरों के आसपास के क्षेत्र को अब रोड कटर से काटा जाएगा। उसके बाद मलबे को हटाया जाएगा और आवश्यकतानुसार ढक्कन व फ्रेम को बदला जाएगा।

- चैंबर को उच्च गुणवत्ता वाले सीमेंट से समतल किया जाएगा जो चार से पांच घंटे में सख्त हो जाता है। गहरे चैंबरों के लिए प्रीकास्ट कांक्रीट रिंग का इस्तेमाल किया जाएगा।

- काम पूरा होने पर कुछ दिनों तक क्यूरेटिंग के बाद वहां डामर की पतली परत बिछाकर सड़क समतल की जाएगी।

- यह नया तरीका शहर में जनवरी में होने वाली अंतरराष्ट्रीय साइकिलिंग प्रतियोगिता की पृष्ठभूमि में लागू किया जा रहा है। प्रतियोगिता के लिए निर्धारित 75 किलोमीटर के मार्ग पर लगभग 15,000 ड्रेनेज चैंबरों को समतल करने का काम शुरू किया गया है।

कम खर्चीले और टिकाऊ काम का दावा

मनपा हर साल चैंबर की मरम्मत और आसपास की सड़कों के रखरखाव पर 10 से 12 करोड़ रुपए खर्च करती है। इसके लिए हर क्षेत्रीय कार्यालय से लगभग 75 से 80 लाख रुपए के टेंडर निकाले जाते हैं। काम सड़क मरम्मत वाहनों के माध्यम से भी किए जाते हैं। मनपा का दावा है कि नई पद्धति से किया गया काम अपेक्षाकृत कम खर्चीला और टिकाऊ है। इसलिए, प्रशासन ने आने वाले दिनों में काम की गुणवत्ता, लागत और समय की तुलना कर शहर के सभी चैंबरों को समतल करने के लिए अलग से टेंडर जारी करने पर विचार कर रहा है।

मरम्मत के बाद मलबा नहीं हटा रहे

शहर में कई सड़कों पर चैंबरों की मरम्मत का कार्य जारी है। हालांकि, चैंबरों की मरम्मत के बाद निकला हुआ मलबा वहीं पर पटका जा रहा है। इससे वाहनचालकों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। नागरिक लगातार मांग कर रहे हैं कि चैंबर मरम्मत के बाद तत्काल मलबा उठाया जाए।

Created On :   5 Nov 2025 2:38 PM IST

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