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Pune City News: शिक्षण उपनिरीक्षक एक लाख रुपए की रिश्वत लेते गिरफ्तार

- शालार्थ आईडी मंजूरी के लिए मांगे थे एक लाख रुपए
- एन्टी करप्शन ब्यूरो ने रंगेहाथ पकड़ा
भास्कर न्यूज, पुणे। शालार्थ आईडी मंजूर कराने के नाम पर एक लाख रुपये की रिश्वत मांगने के आरोप में एन्टी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने पुणे में शिक्षा उपनिरीक्षक को रंगेहाथ पकड़ा। आरोपी की पहचान पुणे विभागीय शिक्षा उपसंचालक कार्यालय के अधिकारी रावसाहेब मिरगणे (56) के रूप में हुई है। कार्रवाई मंगलवार, 25 नवंबर की शाम विभागीय शिक्षा उपसंचालक कार्यालय स्थित आरोपी के केबिन में की गई।
राज्य में शालार्थ आईडी घोटाले की जांच के लिए पहले ही एसआईटी गठित है, ऐसे समय में यह मामला सामने आने से शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया है।
शिकायतकर्ता की पत्नी सोलापुर जिले में एक माध्यमिक विद्यालय में सहशिक्षिका हैं। शालार्थ आईडी न होने के कारण वे 2016 से बिना वेतन कार्य कर रही थीं। आईडी मंजूर होने पर उनका वेतन शुरू होना था। इस संबंध में शिकायतकर्ता ने 16 जून 2025 को उनकी पत्नी का शालार्थ आईडी प्रस्ताव सोलापुर शिक्षााधिकारी कार्यालय के माध्यम से विभागीय शिक्षा उपसंचालक, पुणे को भेजा था।
आरोप है कि इस प्रस्ताव को ई-ऑफिस के जरिए आगे बढ़ाने और मंजूर करवाने के लिए शिक्षा उपनिरीक्षक रावसाहेब मिरगणे ने एक लाख रुपये की रिश्वत की मांग की। शिकायत एसीबी में पहुंचने पर 17 से 21 नवंबर के बीच सत्यापन किया गया, जिसमें आरोपी द्वारा रिश्वत लेने के लिए तैयार होने की पुष्टि हुई।
इसके बाद 25 नवंबर की शाम करीब साढ़े छह बजे एसीबी टीम ने आरोपी को कार्यालय में ही रिश्वत स्वीकार करते समय दबोच लिया। देर रात तक आरोपी के खिलाफ बंडगार्डन पुलिस थाने में मामला दर्ज किए जाने की प्रक्रिया जारी रही।
यह कार्रवाई पुलिस उपायुक्त शिरीष सरदेशपांडे, अपर पुलिस अधीक्षक अजित पाटिल तथा अर्जुन भोसले के मार्गदर्शन में की गई।
Created On :   26 Nov 2025 6:15 PM IST












